स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Sunday 23 July 2023 01:57:04 PM
पेरुगिया (इटली)। इतालवी सैन्य अभियान में भारतीय सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए मोनोटोन के कम्यून यानी इटली में 'वीसी यशवंत घाडगे सनडायल मेमोरियल' स्मारक का अनावरण किया गया है। इतालवी सैन्य इतिहासकारों ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इतालवी सैन्य अभियान के दौरान शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि के तौरपर और ऊपरी तिबर घाटी की ऊंचाइयों पर युद्ध में शहीद हुए नाइक यशवंत घाडगे को विक्टोरिया क्रॉस केलिए यह सम्मान दिया है। इटली में भारत की राजदूत डॉ नीना मल्होत्रा और भारतीय रक्षा अताशे ने अनावरण समारोह के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में इतालवी नागरिक, विशिष्ट अतिथि और इतालवी सशस्त्र बलों के सदस्य उपस्थित थे।
इतालवी सैन्य अभियान में भारतीय सैनिकों ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान केंद्रीय भूमिका निभाई थी, जिसमें चौथी, 8वीं और 10वीं डिविजन के 50000 से अधिक भारतीय सैनिक शामिल थे। इटली में दिए गए 20 विक्टोरिया क्रॉस में से छह भारतीय सैनिकों ने जीते थे। इतालवी अभियान में 23722 भारतीय सैनिक हताहत हुए थे, जिनमें से 5782 भारतीय सैनिकों ने सर्वोच्च बलिदान दिया था। पूरे इटली में फैले 40 राष्ट्रमंडल युद्ध समाधि स्थलों पर आज भी उनका सम्मानपूर्वक स्मरण किया जाता है। स्मारक को एक सहभागी प्रयास बनाने केलिए इतालवी अभियान में लड़ने वाले भारतीय सेना के सभी रैंकों के वीरतापूर्ण बलिदान की स्मृति में स्मारक पर भारतीय सेना की एक पट्टिका लगाई गई है।
वीसी यशवंत घाडगे सनडायल मेमोरियल स्मारक एक कार्यरत धूपघड़ी यानी सनडायल के रूपमें है। स्मारक का आदर्श वाक्य 'ओमाइंस सब ईओडेम सोल' है, जिसका अंग्रेजी में अनुवाद 'हम सभी एक ही सूर्य के नीचे रहते हैं' है। इतालवी अभियान के दौरान योगदान का सम्मान करते हुए वीसी यशवंत घाडगे सनडायल मेमोरियल का उद्घाटन इस तथ्य का प्रमाण हैकि इटली द्वितीय विश्वयुद्ध के इतालवी अभियान के दौरान भारतीय सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान और योगदान का बहुत सम्मान करता है।