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'डाक विभाग की 160 वर्ष की उल्लेखनीय यात्रा'

राष्ट्रपति से भारतीय डाक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों की मुलाकात

डाक विभाग देशभर से जुड़ा और अंतिम छोर तक पहुंचा-राष्ट्रपति

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 11 August 2023 05:09:59 PM

indian postal service officer trainees call on the president

नई दिल्ली। भारतीय डाक सेवा 2021-22 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अधिकारियों का राष्ट्रपति भवन में जोरदार स्वागत किया और उनको संबोधित करते हुए कहाकि डाक विभाग अपनी 160 वर्ष की उल्लेखनीय यात्रा केसाथ राष्ट्र की सेवा के प्रतीक के रूपमें खड़ा है। उन्होंने कहाकि भारतीय डाक लगभग 1,60,000 डाकघरों के व्यापक नेटवर्क केसाथ दुनिया का सबसे बड़ा डाक नेटवर्क है और यह एक एकीकृत सूत्र के रूपमें कार्य करता है, जो हमारी संस्कृतियों और परंपराओं की विशाल श्रृंखला को एकसूत्र में बांधता है। राष्ट्रपति ने वित्तीय समावेशन में डाक विभाग की भूमिका सराही और यह जानकर खुशी जताईकि डाक विभाग ने वित्तीय अंतर को कम करने और उपेक्षित समुदायों को सशक्त बनाने केलिए रणनीतिक पहलें की हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि डाक विभाग ने सरकारी सब्सिडी, कल्याण भुगतान और पेंशन के वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहाकि डाकघरों के माध्यम से धन के निर्बाध वितरण से बिचौलियों पर निर्भरता कम हुई है और लीकेज भी कम हुआ है। राष्ट्रपति ने भारतीय डाक सेवा के अधिकारियों से कहाकि उनकी भूमिका देश के लोगों की सेवा करने के इर्द-गिर्द घूमती है, इसलिए ग्राहककेंद्रित दृष्टिकोण की आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि त्वरित संदेश और सोशल मीडिया के युग में डाक विभाग को प्रासंगिक बने रहने केलिए विकसित होना होगा। राष्ट्रपति ने खुशी जताईकि विभाग डिजिटल परिदृश्य के अनुकूल अपनी सेवाओं को सक्रिय रूपसे आधुनिक बना रहा है। उन्होंने कहाकि इस परिवर्तनकारी यात्रा में युवा प्रोबेशनरों के नए-नए विचार बहुमूल्‍य होंगे। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर जिक्र करते हुए कहाकि हम सभी लोग पत्र लिखने और पोस्ट करने को लेकर लोगों के भावनात्मक जुड़ाव से अवगत हैं, पत्र प्राप्त करने और हाथ में पकड़ने की खुशी को पुरानी पीढ़ी आजभी प्रेमपूर्वक याद करती है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि अपने पत्रों के थैले केसाथ सड़कों पर साइकिल चलाते हुए डाकिया या डाकिया की छवि हमारी यादों में एक विशेष स्थान रखती है, यह डाक विभाग ही है, जो पत्र लेखन की परंपरा को संरक्षित करते हुए पुरानी यादों को बरकरार रखे हुए है। राष्ट्रपति ने कहाकि डिजिटल संचार के प्रभुत्व वाले युग में डाक विभाग व्यक्तियों और बुनकर समुदायों को एकसाथ जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण पुल बना हुआ है। उन्होंने कहाकि इंडिया पोस्ट हिमालय की चोटियों से दक्षिणी तटों तक अपनी सेवाएं घर-घर तक पहुंचाता है, न केवल पार्सल, बल्कि लाखों लोगों के सपनों और आकांक्षाओं को भी पहुंचाता है। राष्ट्रपति ने कहाकि भारत में डाक सेवाओं का भविष्य आशाजनक है, क्योंकि हमारा देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहाकि देश को भारतीय डाक सेवा के अधिकारियों से बहुत उम्मीदें हैं और विश्वास हैकि वे इनपर खरा उतरेंगे।

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