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Saturday 12 August 2023 05:52:41 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 'राइजिंग इंडिया-शी शक्ति' विषय पर राजधानी नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। यह कार्यक्रम टीवी समाचार चैनल न्यूज़ नेटवर्क 18 की ओर से अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाली विभिन्न महिलाओं को मान्यता देने, उनका सम्मान करने और उनकी उपलब्धियों का उत्सव मनाने केलिए था। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहाकि महिलाओं की उपलब्धियों को मान्यता देने, सम्मानित करने और उसका उत्सव मनाने के कार्यक्रम में शामिल होने पर उन्हें प्रसन्नता है। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के अथक प्रयासों की प्रशंसा की और कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न विषयों तकनीक से रक्षा, वनवासियों की उपलब्धियों से उद्यमशीलता तक, हर क्षेत्र में महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान पर गर्व किया और खुशी जताई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि कार्यक्रम में अनेक सफल महिलाओं ने अपने अनुभव और विचार साझा किए हैं, यहां पर मशहूर गायिका आशा दीदी और भारत की मिसाइल महिला डॉक्टर टेस्सी थॉमस से कबिता सिंह, बुधरी ताती और पुनीता अरोड़ा जैसी हस्तियां उपस्थित हुईं। उन्होंने कहाकि सभी ने एक सामान्य सी शुरुआत करके अपनी लगन और परिश्रम के बल पर बड़े मुकाम हासिल किए हैं। उन्होंने कहाकि हमारा देश अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है, अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाओं को मान्यता देने, उनका सम्मान करने और उनकी उपलब्धियों का उत्सव मनाने केलिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करना बेहद प्रासंगिक है। राष्ट्रपति ने कहाकि भारत निकट भविष्य में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, लेकिन हमारी आधी आबादी के योगदान के बिना यह संभव नहीं होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बतायाकि कुछ राज्यों की श्रमशक्ति में महिलाओं का पर्याप्त प्रतिनिधित्व है, लेकिन कई राज्य ऐसे भी हैं, जहां उनकी संख्या कम है। उन्होंने कहाकि विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में हमारी बहनों और बेटियों का योगदान होना अनिवार्य है। राष्ट्रपति ने कहाकि हमारी बेटियों और बहनों में जीवन में आगे बढ़ने, देश और समाज केलिए कुछकर गुजरने की असीम ललक है। उन्होंने कहाकि अपनी बेटियों और बहनों को सम्मान एवं उचित अवसर देना हमारी परंपरा भी है और दायित्व भी। उन्होंने कहाकि साधारण पृष्ठभूमि से आनेवाली लड़कियां अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत के बलपर सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। राष्ट्रपति ने कहाकि महिलाओं का सम्मान हमारी संस्कृति का आधार रहा है, हमारी परंपरा में ऐसे अनेक साक्ष्य मौजूद हैंकि जब-जब महिलाओं का अपमान हुआ है, तब-तब पूरे समाज ने एकजुट होकर ऐसे कुकृत्यों की भर्त्सना की है और अपराधियों को दंडित किया गया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि आजभी कुछ ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं और वे महिलाओं के सम्मान के हमारे सनातन मूल्य के पूर्ण रूपसे विरुद्ध हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि महिलाओं केप्रति सम्मान के मूल्य और महिलाओं केलिए न्याय की भावना से लैस हमारी प्रणाली से सशक्त होकर हमारी नारीशक्ति आगे बढ़ती रहेगी। राष्ट्रपति ने कहाकि सरकार महिलाओं को और अधिक सशक्त बनाने केलिए निरंतर प्रयासरत है, लेकिन एक समाज के तौरपर हम सबको भी अपनी बेटियों और बहनों को सबल बनाने में योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहाकि हम सबको मिलकर एक ऐसा माहौल बनाना होगा, जहां सभी महिलाएं सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्रों में पूरी तरह से भाग ले सकें और अपना भरपूर योगदान दे सकें।
राष्ट्रपति ने कहाकि मीडिया हमारी सामाजिक व्यवस्था का एक अहम हिस्सा है, हमारे लोकतंत्र का एक प्रमुख स्तंभ है और इस नाते मीडिया की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहाकि मीडिया का काम समाचार प्रसारित करना ही नहीं है, लोगों को शिक्षित करना और सकारात्मक दिशा में ले जाना भी है। राष्ट्रपति ने खुशी व्यक्त कीकि न्यूज़ नेटवर्क 18 ने इस दिशा में यह खास पहल की है। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में सफल महिलाओं को इतना अच्छा मंच प्रदान करने और उन्हें सम्मानित करने केलिए न्यूज़ नेटवर्क 18 की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि इस समारोह से प्रेरणा प्राप्त करके अन्य संस्थान भी आगे आएंगे और महिला सशक्तीकरण के हित में ऐसे आयोजन करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल किवास मंत्री स्मृति इरानी भी मौजूद थीं।