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Thursday 17 August 2023 05:07:14 PM
कोलकाता। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज राजभवन कोलकाता में ब्रह्माकुमारीज़ के आयोजित नशा मुक्त भारत अभियान केतहत 'मेरा बंगाल नशा मुक्त बंगाल' अभियान का शुभारंभ किया है। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहाकि मादक द्रव्यों का दुरुपयोग समाज और देश केलिए चिंता का विषय है, इनके कारण युवा अपने जीवन में सही दिशा नहीं चुन पाते हैं, यह अत्यंत चिंताजनक है और इस मामले में सभी मोर्चों पर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि नशीले पदार्थों के सेवन की समस्या समाज के हर वर्ग में अपनी जड़ें फैला चुकी हैं, नशीले पदार्थों का सेवन समाज और देश केलिए चिंता का विषय है, इसके अंतर्राष्ट्रीय आयाम भी हैं। राष्ट्रपति ने कहाकि इस स्थिति में आध्यात्मिक जागृति, चिकित्सा, सामाजिक एकजुटता और राजनीतिक इच्छाशक्ति के माध्यम से सुधार किया जा सकता है। उन्होंने ऐसे मुद्दों पर चर्चा करने और उनके समाधान की दिशा में पहलों केलिए ब्रह्माकुमारीज़ जैसे संगठनों की सराहना की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि किसीभी प्रकार का नशा मानसिक तनाव और साथियों के दबाव के कारण विकसित होता है, नशे की लत स्वास्थ्य केलिए हानिकारक है, इससे कई अन्य विकार भी उत्पन्न होते हैं, नशा करने वालों के परिजनों और मित्रों को भी काफी परेशानी होती है। उन्होंने युवाओं से आग्रह कियाकि वे नशे के आदी किसीभी मित्र की जानकारी उसके परिवार को अवश्य दें, वे उसकी इस आदत को छुपाकर नहीं, बल्कि सामने लाकर ही सच्चे मित्र होने का कर्तव्य निभा पाएंगे। राष्ट्रपति ने मादक पदार्थों का सेवन करने वाले लोगों से अपना जीवन नष्ट नहीं करने का आग्रह किया। उन्होंने कहाकि अगर वे किसीभी तरह के तनाव में हैं तो उन्हें अपने मित्रों, परिवार या किसी सामाजिक संगठन से बात करनी चाहिए, ऐसी कोई समस्या नहीं है, जिसका वे अपनी इच्छाशक्ति से सामना नहीं कर सकते। राष्ट्रपति ने इस पहल केलिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की सराहना की और कहाकि उन्होंने ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के आध्यात्मिक और सामाजिक कार्यों को करीब से देखा है, यह एक वैश्विक संगठन का रूपले चुकी है, जो विश्व के लगभग 140 देशों में जनसामान्य के सामाजिक, सांस्कृतिक तथा आध्यात्मिक सशक्तीकरण केलिए कार्य कर रही है।
द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि ने कहाकि असामाजिक तत्व मादक द्रव्यों के उपयोग और नशे की लत का फायदा उठाते हैं, मादक द्रव्यों को खरीदने में खर्च होने वाले पैसे का उपयोग आपराधिक गतिविधियों में भी किया जाता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि नशे के आदी लोग अपनी भलाई तथा समाज और देशहित में इस बुरी आदत से बाहर आएंगे। राष्ट्रपति ने कहाकि हमसब स्कूलों और कालेजों में भी नशे के बढ़ते सेवन के बारेमें चिंतित हैं, बच्चे और युवा हमारी सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति हैं, जो समय और ऊर्जा उन्हें अपने भविष्य की नींव को मजबूत करने में लगानी चाहिए, उसे वे सिर्फ एक लत के कारण नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि हमारे शिक्षण संस्थान मंदिरों के समान होते हैं, उनको परामर्श, समूह चर्चा, खेल एवं रचनात्मक गतिविधियों और अन्य माध्यमों से यह पता लगाना चाहिएकि क्या विद्यार्थी गलत दिशा में जा रहे हैं, यदि कुछ सामने आता है तो तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने ऐसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहन देने केलिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस की भी प्रशंसा की।