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Monday 21 August 2023 03:23:28 PM
भोपाल/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश रोज़गार मेले में वीडियो संदेश से मध्य प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त होने वाले साढ़े पांच हजार से ज्यादा नवनियुक्त शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए उनसे कहाकि वे इस ऐतिहासिक कालखंड में शिक्षण जैसे महत्वपूर्ण दायित्व से अपने आपको जोड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इसबार लाल किले से अपने भाषण का जिक्र करते हुए कहाकि देश के विकास में राष्ट्रीय चरित्र की अहम भूमिका है और शिक्षकों पर भारत की भावी पीढ़ी को गढ़ने, उन्हें आधुनिकता में ढालने और नई दिशा देने की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि 3 वर्ष में एमपी में करीब 50 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई है, इसके लिए राज्य सरकार भी बधाई की पात्र है। प्रधानमंत्री ने शिक्षकों से कहाकि आप सभी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में भी बड़ी भूमिका निभाने जा रहे हैं और विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने की दिशा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का बहुत बड़ा योगदान है, इसमें पारंपरिक ज्ञान से भविष्य की तकनीक तकको समान रूपसे महत्व दिया गया है, प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में नया पाठ्यक्रम तैयार किया गया है, एक औऱ बहुत बड़ा काम मातृभाषा में पढ़ाई को लेकर हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि अंग्रेजी ना जानने वाले अनेकों छात्रों को उनकी मातृभाषा में पढ़ाई ना कराकर एक तरह से उनके साथ बड़ा अन्याय किया गया था, यह सामाजिक न्याय के विरुद्ध था, अब इस अन्याय को भी हमारी सरकार ने दूर कर दिया है, अब सैलेबस में क्षेत्रीय भाषाओं की पुस्तकों पर बल दिया गया है, देश की शिक्षा व्यवस्था में ये बहुत बड़े बदलाव का आधार बनेगा। उन्होंने कहाकि अमृतकाल के पहले वर्ष में ही दो बहुत बड़ी सकारात्मक खबरें आई हैं, ये खबरें देश में कम होती गरीबी और बढ़ती समृद्धि का परिचय देती हैं। उन्होंने उल्लेख कियाकि नीति आयोग की रिपोर्ट में आया हैकि सिर्फ पांच साल के भीतर ही भारत में साढ़े 13 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से ऊपर आ गए हैं, कुछ दिन पहले एक और रिपोर्ट आई है, इस रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष फाइल होनेवाली इनकम टैक्स रिटर्न की संख्या भी दूसरा महत्वपूर्ण संकेत दे रही है। प्रधानमंत्री ने कहाकि बीते 9 वर्ष में लोगों की औसतन आय में भारी बढ़ोतरी हुई है, आईटीआर के आंकड़ों के मुताबिक 2014 में जो औसत आय करीब 4 लाख रुपये थी, वो 2023 में बढ़कर 13 लाख रुपये हो गई है, भारत में लोअर इनकम ग्रुप से अपर इनकम ग्रुप में जाने वालों की संख्या भी बढ़ी है। ये आंकड़े उत्साह बढ़ाने केसाथ इस बात का यकीन भी दिलाते हैंकि देश के हर सेक्टर को मजबूती मिल रही है और रोज़गार के अनेक नए अवसर बढ़ते चले जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आयकर रिटर्न के नए आंकड़ों में एक औऱ बात नोट करने वाली है, वो येकि देश के नागरिकों का अपनी सरकार पर भरोसा निरंतर बढ़ रहा है, इस वजह से देश के नागरिक ईमानदारी से अपना टैक्स देने केलिए आगे आरहे हैं, वो जानते हैंकि उसके टैक्स की पाई-पाई देश के विकास में खर्च की जा रही है। उन्हें साफ दिख रहा हैकि 2014 से पहले जो अर्थव्यवस्था दुनिया में 10वें नंबर पर थी, वो आज 5वें नंबर पर पहुंच गई। प्रधानमंत्री ने कहाकि देश का नागरिक वो दिन भूल नहीं सकता, जब 2014 से पहले घोटालों और भ्रष्टाचार का दौर था, गरीब का हक उसतक पहुंचने से पहले ही लूट लिया जाता था, आज गरीब के हक का पूरा पैसा सीधे उसके खाते में पहुंच रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि सिस्टम से लीकेज रुकने का एक परिणाम ये भी हुआ हैकि सरकार ग़रीब कल्याण पर पहले से कहीं ज्यादा खर्च कर पा रही है, इतने बड़े पैमाने पर हुए इनवेस्टमेंट ने भी देश के कोने-कोने में रोज़गार का निर्माण किया है। उन्होंने कहाकि आज देश में शिक्षा, कौशल विकास और रोज़गार, इन तीनों ही स्तरों पर दूरगामी नीति और निर्णय केसाथ अनेक वित्त निर्णय लिए जारहे है, अनेक वित्त काम हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि इस 15 अगस्त को लाल किले से पीएम विश्वकर्मा योजना का भी ऐलान किया है, ये योजना भी इसी विजन का प्रतिबिंब है, हमारे विश्वकर्मा साथियों के पारंपरिक कौशल को 21वीं सदी की जरूरतों के मुताबिक ढालने केलिए पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि इसपर लगभग 13 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, इससे 18 अलग-अलग तरह के हुनर से जो परिवार जुड़े हुए हैं, ऐसे परिवारों को हर प्रकार की सहायता दी जाएगी, उनको लाभ होगा, इससे समाज का वो वर्ग लाभांवित होगा, जिनके महत्व की चर्चा तो होती थी, लेकिन उनकी स्थिति बेहतर करने का कभी ठोस प्रयास नहीं किया गया। विश्वकर्मा योजना केतहत लाभार्थियों को ट्रेनिंग केसाथ ही आधुनिक टूल्स खरीदने केलिए वाउचर भी दिए जाएंगे यानि पीएम विश्वकर्मा से युवाओं को अपना हुनर निखारने का और ज्यादा अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज जो महानुभाव शिक्षक बन गए हैं, उनसे मैं एक और बात करूंगाकि आप सभी कड़ी मेहनत से यहां तक पहुंचे हैं, आगेभी आप सीखते रहने की प्रवृत्ति जारी रखें, आपकी मदद केलिए सरकार ने ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म IGoT Karmayogi तैयार किया है, इस सुविधा का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं।