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Wednesday 23 August 2023 02:36:26 PM
जोहान्सबर्ग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दक्षिण अफ्रीका पहुंचने पर राजधानी जोहान्सबर्ग के हवाई अड्डे पर दक्षिण अफ्रीका के उपराष्ट्रपति पॉल शिपोकोसा माशातिले ने उनकी गर्मजोशी से अगवानी करते हुए रस्मी स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स बिजनेस फोरम लीडर्स डायलॉग में भाग लिया, जिसमें ब्रिक्स नेताओं को ब्रिक्स बिजनेस फोरम के विचार-विमर्शों के बारेमें जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री ने सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से निपटने केलिए प्रौद्योगिकी आधारित समाधानों सहित व्यापार सुगमता केलिए भारत की ओर से किए जारहे विभिन्न सुधारों को रेखांकित किया। उन्होंने ब्रिक्स व्यापार जगत के नेताओं को भारत की विकासात्मक यात्रा में हिस्सा लेने केलिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि कोविड महामारी ने लचीली एवं समावेशी आपूर्ति श्रृंखलाओं के महत्व को रेखांकित किया है और इसके लिए आपसी विश्वास एवं पारदर्शिता के महत्व पर जोर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ब्रिक्स देश एकसाथ मिलकर वैश्विक कल्याण विशेषकर ग्लोबल साउथ में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि उन्हें ख़ुशी हैकि दक्षिण अफ्रीका में हमारे कार्यक्रम की शुरुआत ब्रिक्स बिज़नेस फोरम से हो रही है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को उन्हें आमंत्रित करने और इस बैठक के आयोजन केलिए धन्यवाद देते हुए ब्रिक्स बिज़नेस काउंसिल को दसवीं वर्षगांठ पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने कहाकि बीते दस वर्ष में ब्रिक्स बिज़नेस काउंसिल ने हमारे आर्थिक सहयोग को बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, 2009 में जब ब्रिक्स की पहली समिट आयोजित की गई थी, तब विश्व एक बड़े आर्थिक संकट से बाहर आ रहा था, उस समय ब्रिक्स वैश्विक अर्थव्यवस्था केलिए एक आशा की किरण के रूपमें उभरा था। उन्होंने कहाकि वर्तमान समय मेंभी कोविड महामारी, तनावों और विवादों केबीच विश्व आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है, ऐसे समय में ब्रिक्स देशों की एकबार फिर महत्वपूर्ण भूमिका है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल के बावजूद भारत आज विश्व की सबसे तेजीसे बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और जल्दही भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहाकि इस बात में कोई संदेह नहीं हैकि आनेवाले वर्ष में भारत विश्व का ग्रोथ इंजन बनेगा, यह इसलिए है, क्योंकि भारत ने आपदा और मुश्किलों के समय को आर्थिक सुधार के अवसर में परिवर्तित किया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि पिछले कुछ वर्ष में हमने मिशन मोड में जो सुधार किए हैं, उनसे भारत में व्यापार करने में आसानी में लगातार बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहाकि हमने अनुपालन का बोझ कम किया है, रेड टेप को हटाकर हम रेड कारपेट बिछा रहे हैं, जीएसटी, दिवाला और दिवालियापन संहिता के लागू होने से निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि रक्षा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्र जिनको प्रतिबंधित माना जाता था, आज प्राइवेट सेक्टर केलिए खोल दिए गए हैं। उन्होंने कहाकि हमने सार्वजनिक सेवा वितरण और सुशासन पर विशेष रूपसे ध्यान केंद्रित किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से भारत ने वित्तीय समावेशन की ओर एक बड़ी छलांग लगाई है, इसका सबसे अधिक लाभ हमारी ग्रामीण महिलाओं को मिला है। उन्होंने कहाकि आज एक क्लिक से भारत में करोड़ों लोगों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण किए जाते हैं, अबतक 360 बिलियन डॉलर सेभी अधिक के ऐसे स्थानांतरण किए जा चुके हैं, इससे सेवा वितरण में पारदर्शिता बढ़ी है, भ्रष्टाचार और बिचौलिए कम हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि प्रति गीगाबाइट डाटा की कीमत में भारत सबसे किफायती देशों में है, भारत में स्ट्रीट वेंडर्स से लेकर बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल्स तक यूपीआई यानि एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस का इस्तेमाल किया जाता है, विश्व के सबसे अधिक डिजिटल लेनदेन वाला देश भारत है। उन्होंने कहकि यूएई, सिंगापुर, फ्रांस जैसे देश भी इस प्लेटफार्म से जुड़ रहे हैं, ब्रिक्स देशों केसाथ भी इसपर काम करने की अनेक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहाकि भारत की आधारभूत संरचना में बड़े पैमाने पर हो रहे निवेश से देश का परिदृश्य बदल रहा है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि इस वर्ष के बजट में हमने आधारभूत संरचना केलिए लगभग 120 बिलियन डॉलर का प्रावधान रखा है, इसके माध्यम से हम भविष्य के एक नए भारत की मज़बूत नींव रख रहे हैं, रेल, रोड, जलमार्ग, एयरवेज हर क्षेत्र में तेज़ गति से बदलाव आ रहा है, भारत में दस हजार किलोमीटर प्रतिवर्ष की रफ्तार से नए हाईवे बन रहे हैं, पिछले 9 वर्ष में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो गई है। उन्होंने कहाकि निवेश और उत्पादन को बढ़ावा देने केलिए हमने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना लागू की है, रसद लागत कम होने से भारत का उत्पादन सेक्टर प्रतिस्पर्धी हो रहा है। उन्होंने कहाकि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत विश्व के नेता में से एक है और हम भारत को सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन अमोनिया जैसे क्षेत्रों में ग्लोबल विनिर्माण केंद्र बनाने केलिए सक्रिय रूपसे कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहाकि स्वाभाविक हैकि इससे भारत में नवीकरणीय प्रौद्योगिकी का एक बड़ा बाज़ार बनेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र है, इस समय सौ सेभी अधिक यूनिकॉर्न्स हैं, आईटी, टेलीकॉम, फिनटेक, एआई और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में हम मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड के विज़न को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहाकि इन प्रयासों का सामान्यजन के जीवन पर प्रत्यक्ष रूपसे सकारात्मक प्रभाव पड़ा है, पिछले नौ वर्ष में लोगों की आय में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने कहाकि भारत के आर्थिक विकास में महिलाओं की सशक्त भागीदारी है, आईटी से स्पेस, बैंकिंग से हेल्थकेयर तक महिलाएं पुरुषों केसाथ कंधे से कंधा मिलाकर देश की प्रगति में योगदान दे रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत के लोगों ने 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प लिया है और मैं आप सभीको भारत की विकास यात्रा में शामिल होने केलिए आमंत्रित करता हूं। उन्होंने कहाकि हम एक-दूसरे की ताकतों को जोड़कर विश्व खासतौर पर ग्लोबल साउथ के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।