स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 13 September 2023 04:06:58 PM
गांधीनगर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज गुजरात विधानसभा में 'राष्ट्रीय ई-विधान एप्लिकेशन' (नेवा) का उद्घाटन किया और विधानसभा को संबोधित करते हुए कहाकि वर्ष 1960 में गुजरात के गठन केबाद से गुजरात विधानसभा ने हमेशा समाज के हित में काम किया है। उन्होंने कहाकि उसने समय-समय पर कई सराहनीय कदम उठाए हैं, ई-विधान का उद्घाटन एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इस सदन को डिजिटल सदन में बदल देगा। उन्होंने साझा कियाकि राष्ट्रीय ई-विधान एप्लिकेशन (नेवा) के माध्यम से इस सदन के सदस्य संसद और देश की अन्य विधानसभाओं के उत्कृष्ट व्यवहारों से सीख सकते हैं और उन्हें अपना सकते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि एक राष्ट्र एक एप्लीकेशन के लक्ष्य से प्रेरित यह पहल गुजरात विधानसभा के कामकाज को और गति देगी तथा उसमें पारदर्शिता लाएगी, सदन की पूरी प्रक्रिया के कागजरहित होने से पर्यावरण की भी रक्षा होगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि गुजरात कई मापदंडों पर देश के अग्रणी राज्यों में से एक है, यह एक अग्रणी विनिर्माण केंद्र और सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य है। राष्ट्रपति ने कहाकि गुजरात स्टार्टअप इको-सिस्टम के मामले में प्रमुख राज्यों में से एक है, इसके साथही वह रूफ टॉप सौर ऊर्जा उत्पादन और पवन ऊर्जा उत्पादन में भी अग्रणी राज्यों में गिना जाता है। राष्ट्रपति ने कहाकि किसी भी राज्य की आर्थिक प्रगति में मानव संसाधन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहाकि मानव संसाधन के विकास केलिए जनता को अच्छी स्वास्थ्य प्रणाली, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुईकि गुजरात सरकार ने इस पहलू पर पूरा ध्यान दिया है। उन्होंने कहाकि सरकार के प्रयासों से बालिका शिक्षा, शिक्षक-छात्र अनुपात, नामांकन अनुपात और बीच में स्कूल न छोड़ने वालों की दर में सुधार हुआ है।
द्रौपदी मुर्मु ने त्रिस्तरीय स्वास्थ्य प्रणाली के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रदान की जा रही बेहतर चिकित्सा सेवाओं की सराहना की, जिससे मातृ मृत्यु अनुपात और शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। उन्होंने पिछले दो दशकों में गुजरात में बिजली सुधार और जल संचयन और जल आपूर्ति में किएगए महत्वपूर्ण कार्यों की सराहना की। पशु कल्याण केलिए राज्य सरकार की पहलों को देखकर राष्ट्रपति ने प्रसन्नता व्यक्त की। सदन में महिलाओं के प्रतिनिधित्व के बारेमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि जब महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं, चाहे वह विज्ञान और प्रौद्योगिकी हो, रक्षा या खेल हो तो राजनीति में भी उनका प्रतिनिधित्व बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहाकि देशभर के शैक्षणिक संस्थानों के दौरे के समय उन्होंने लड़कियों में जीवन में आगे बढ़ने और देश और समाज केलिए कुछ करने की आकांक्षा देखी। उन्होंने कहाकि महिलाओं को उचित अवसर मिले तो वे पुरुषों केसाथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकती हैं। द्रौपदी मुर्मु ने इस बात पर प्रकाश डालाकि देश के समग्र विकास केलिए आधी आबादी की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है।
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन के गठन का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहाकि पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा आत्मनिर्भरता केलिए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन केबाद यह भारत के नेतृत्व में उठाया गया एक और महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहाकि यह गुजरात जैसे राज्य केलिए एक अच्छा अवसर है, जो ऊर्जा के नवीन और गैर-पारंपरिक स्रोतों को बढ़ावा देता है। राष्ट्रपति ने कहाकि प्रौद्योगिकी लोगों के जीवन को आसान बनाने का एक महत्वपूर्ण साधन है और ई-विधान विधायकों को लोगों से जुड़े रहने में और मदद करेगा। उन्होंने इच्छा व्यक्त कीकि विधायक संसदीय मर्यादा और गरिमा को बरकरार रखते हुए सदन में जनकल्याण की चर्चा के नए मानक स्थापित करें। राष्ट्रपति ने कहसकि विधायकों के प्रयास न केवल गुजरात को और अधिक समृद्ध राज्य बनाने में, बल्कि वर्ष 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने में भी महत्वपूर्ण होंगे।