स्वतंत्र आवाज़
word map

गोवा में 'भारतीय लाइटहाउस महोत्सव'

समुद्र तटीय भारत में 75 प्रकाशस्तंभों का कायाकल्प

जलमार्ग मंत्री और गोवा के सीएम ने किया उद्घाटन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 25 September 2023 11:57:54 AM

'indian lighthouse festival' in goa

पणजी। केंद्रीय पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पणजी में ऐतिहासिक किले अगौड़ा में 'भारतीय प्रकाशस्तंभ उत्सव' या भारतीय लाइटहाउस महोत्सव के पहले संस्करण का उद्घाटन किया और कहाकि महोत्सव का उद्देश्य भारत के 75 प्रतिष्ठित प्रकाश स्तंभों के समृद्ध समुद्री इतिहास को पुनर्जीवित करना और दुनिया के सामने उनकी शानदार गाथाओं को सामने लाना है। सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि इस महोत्सव केसाथ हम इन प्रतिष्ठित स्थलों की समृद्ध विरासत को उजागर करने के एकमात्र उद्देश्य केसाथ समुद्र तटीय भारत में 75 प्रकाश स्तंभों में सदियों पुराने क्लासिक्स को फिरसे जीवंत करने की प्रक्रिया और उन्हें दुनिया के सामने पेश करने केलिए सक्षम कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में हमारा देश आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और राष्ट्र निर्माण में हम प्रतिष्ठित प्रकाशस्तंभों को शैक्षिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के प्रमुख केंद्रों का उत्प्रेरक बनाकर उनकी परिकल्पना को साकार करने का प्रयास कर रहे हैं।
जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि हम अपने दूरदर्शी नेता नरेंद्र मोदीजी की दूरदर्शिता और नेतृत्व केप्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हमारे विशिष्ट प्रकाशस्तंभों को मनोरम विरासत पर्यटन स्थलों में बदलने का समर्थन किया है। उन्होंने कहाकि बहुत लंबे समय तक अंधेरी रातों केबीच सैकड़ों नाविकों और जहाजों को आशा की रोशनी प्रदान करते समय समुद्र तटों के मूक प्रहरी को नजरअंदाज कर दिया गया था और प्रकाश स्तंभ उत्सव इसे बदलने का हमारा प्रयास है। जलमार्ग मंत्री ने कहाकि इन ऐतिहासिक प्रकाशस्तंभों ने हमारे देश के इतिहास में जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उसके बारेमें आप सभी को सूचित करना, उससे जोड़ना और शिक्षित करना हमारा मिशन है। उन्होंने कहाकि जलमार्ग मंत्रालय का लक्ष्य ऐतिहासिक स्थलों को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थलों में विकसित करने केलिए सार्वजनिक निजी भागीदारी मार्ग केलिए आधार तैयार करने केलिए भारतीय प्रकाश स्तंभ महोत्सव का लाभ प्राप्त करना है। उन्होंने बतायाकि प्रकाश स्तंभ और लाइटशिप महानिदेशालय ने पहले ही 75 ऐसे प्रकाश स्तंभों की पहचान कर ली है और यह उत्सव हमारी समुद्री विरासत का जश्न मनाने और संरक्षित करने की सरकार की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।
जलमार्ग मंत्री ने कहाकि प्रकाश स्तंभ महोत्सव एक शानदार उत्सव है, जो समय और सुंदरता के माध्यम से एक मनोरम यात्रा होने का वादा करता है, यह एक ऐसी यात्रा है, जो हमारे समुद्री इतिहास के छिपे हुए रत्नों को उजागर करेगी और हमारे ऐतिहासिक प्रकाश स्तंभों की अनकही गाथाओं को उजागर करेगी। जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उल्लेख कियाकि नरेंद्र मोदी सरकार ने सुधार की पहल के एक हिस्से के रूपमें भारत में पोत परिवहन क्षेत्र में सहायता के विकास, रखरखाव और प्रबंधन केलिए एक रूपरेखा प्रदान करने केलिए लाइटहाउस अधिनियम-1927 को निरस्त करके समुद्री परिवहन केलिए समुद्री सहायता अधिनियम-2021 लागू किया है, इसके अंतर्गत हमने विरासत प्रकाश स्तंभ की नई अवधारणा प्रस्तुत की, जिसमें केंद्र सरकार अपने नियंत्रण में समुद्री परिवहन केलिए किसी भी सहायता को विरासत प्रकाश स्तंभ के रूपमें नामांकित कर सकती है। उन्होंने कहाकि समुद्री परिवहन में सहायता के रूपमें उनके कार्य के अलावा ऐसे प्रकाशस्तंभों को शैक्षिक, सांस्कृतिक और पर्यटक उद्देश्यों केलिए विकसित किया जाएगा। जलमार्ग मंत्री ने कहाकि यह महोत्सव सिर्फ ज्ञान का नहीं है, यह मूल्यों और अवसरों को पैदा करने के बारे में है।
सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि महोत्सव से अलग हमारी परिकल्पना प्रकाश स्तंभों को पर्यटन स्थलों के रूपमें बढ़ावा देना, इन ऐतिहासिक संरचनाओं पुनर्जीवन प्रदान करना, स्थानीय समुदायों और व्यवसायों केलिए अवसर पैदा करना है। कार्यक्रम के दौरान 'हमारे तटों के अग्ररक्षक: भारत के अतीत और वर्तमान के प्रमाण के रूपमें प्रकाशस्तंभ' शीर्षक से सत्र आयोजित किया गया, जिसे शासन, नीतियां और राजनीति संस्थान की पहल भारत प्रवाह ने आयोजित किया था, जहां प्रसिद्ध इतिहासकार और पुरातत्वविद् राखीगढ़ी के रूपमें ख्याति प्राप्त प्रोफेसर वसंत शिंदे ने भारत के समुद्री इतिहास में प्रकाशस्तंभों के ऐतिहासिक महत्व के बारेमें बात की। डॉ सुनील गुप्ता समुद्री पुरातत्वविद् और नई दिल्ली के प्रधानमंत्री संग्रहालय में ओएसडी और गोवा राज्य संग्रहालय के निदेशक डॉ वासु उस्पाकर ने भी सत्र में अपने विचार रखे। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने प्रकाश स्तंभ विरासत पर्यटन विकास केप्रति मंत्रालय के दृष्टिकोण और इस चरण में 75 प्रकाश स्तंभों में निवेश के अवसरों के बारेमें एक केस प्रस्तुत किया।
गोवा के पणजी में ऐतिहासिक किले अगौड़ा में भारत के पहले प्रकाश स्तंभ महोत्सव का मुख्य आकर्षण सांस्कृतिक प्रदर्शनी सत्र, समुद्री इतिहास और संस्कृति पर प्रकाश और ध्वनि शो, ख्याति प्राप्त गायकों केसाथ मधुर शामें, समुद्र तटों के जायकों और सामुदायिक सहभागिता है। इस प्रकार के पहले आयोजन के प्रमुख स्थल फोर्ट अगौड़ा में आयोजित बैठक में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग और पर्यटन राज्यमंत्री श्रीपद नाइक और गोवा सरकार के पर्यटन मंत्री रोहन खौंटे ने भाग लिया। महोत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में राज्य और केंद्र दोनों सरकारों के वरिष्ठ अधिकारियों केसाथ विधायक माइकल लोबो भी उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]