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Thursday 5 October 2023 04:04:50 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सिविल सेवकों से अपनी भूमिकाओं के निष्पादन में विनम्रता, सद्गुण और खुलेपन के माध्यम से अपने आचरण का अनुकरण करने पर बल देते हुए कहा हैकि समाज पर उनकी छाप अमिट होगी। उपराष्ट्रपति ने उनसे प्रेरक, प्रेरणादायक और परिवर्तन का केंद्र बनने का आग्रह किया, क्योंकि नागरिक उन्हें आदर्श व्यक्तित्व के रूपमें देखेंगे। उपराष्ट्रपति आज उपराष्ट्रपति निवास नई दिल्ली में भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2021 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहाकि वे ऐसे समय में लोकसेवा में प्रवेश कर रहे हैं, जब देश में बड़े बदलाव लाने वाले परिवर्तन हो रहे हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रीय प्रगति केलिए महत्वपूर्ण मानव संसाधन के रूपमें सिविल सेवकों के महत्व को बतलाते हुए कहाकि अमृतकाल में उनका योगदान बड़ा परिवर्तनकारी साबित होगा। उपराष्ट्रपति ने देश में प्रचलित सरकारी पहलों के सक्षम इकोसिस्टम की सराहना करते हुए कहाकि इस वर्तमान माहौल में प्रत्येक युवा व्यक्ति अपने सपनों और आकांक्षाओं को साकार कर सकता है। उन्होंने देश की हालिया उपलब्धियों जैसे बार-बार के प्रयासों केबाद नारी शक्ति वंदन अधिनियम का पारित होना और चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। आईएएस प्रशिक्षुओं को 'भारत@2047 के पैदल सैनिक' के रूपमें संदर्भित करते हुए उन्होंने कहाकि शासन को चलाने और निर्णय लेने में भाग लेकर वे बड़े वैश्विक कल्याण केलिए अपनी मातृभूमि की सेवा करेंगे।
उपराष्ट्रपति ने यह उल्लेख करते हुए कहाकि एक समय था, जब भ्रष्टाचार आम बात थी, सत्ता के गलियारों को सत्ता के दलालों से मुक्त कर दिया गया है। उन्होंने कहाकि आज अधिकारियों केपास एक ऐसा इकोसिस्टम है, जहां कानून का शासन, जवाबदेही और पारदर्शिता मार्गदर्शक सिद्धांत हैं, जो उन्हें व्यापक सार्वजनिक हित केलिए प्रभावी ढंग से काम करने में सक्षम बनाएगा। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति के सचिव सुनील कुमार गुप्ता, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) की सचिव एस राधा चौहान, अतिरिक्त सचिव राहुल सिंह और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।