स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 26 October 2023 05:19:25 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज नई दिल्ली में वायुसेना कमांडरों के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन किया और कमांडरों को संबोधित करते हुए परिचालन तैयारियां बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने तीनों रक्षा सेवाओं की संयुक्त योजना बनाने और संचालन के कार्यांवयन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने वायुसेना के कमांडरों से आग्रह कियाकि वे तेजीसे बदलती हुई वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति की जांच करें और भारतीय संदर्भ में उनका मूल्यांकन करें। सत्र के दौरान रक्षामंत्री को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भारतीय वायुसेना की परिचालन तैयारियों के बारेमें जानकारी दी।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बतायाकि हवाई युद्ध के क्षेत्र में नए रुझान सामने आए हैं, इसलिए रक्षा तैयारियों को मजबूत बनाने केलिए उनका विश्लेषण करने और उनसे शिक्षा ग्रहण करने की जरूरत है। उन्होंने भारतीय वायुसेना का वायु रक्षा प्रणालियों को मजबूत बनाने के बारेमें ध्यान केंद्रित करने और भारत के वायु क्षेत्र की सुरक्षा केलिए ड्रोन का उपयोग करने एवं एयरोस्पेस के क्षेत्र में प्रगति करने का आह्वान किया। उन्होंने कहाकि वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य से नई चुनौतियां पैदा हो रही हैं, हमें इनसे निपटने केलिए सदैव तैयार रहना चाहिए। राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना के हालही में हिमाचल प्रदेश, सिक्किम और अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मानवीय सहायता और आपदा राहत मिशनों के दौरान निभाई गई भूमिका केलिए भारतीय वायुसेना की सराहना की।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने प्रयागराज में वायुसेना दिवस परेड और एयर डिस्प्ले का सफल आयोजन करने केलिए भी भारतीय वायुसेना को बधाई दी, जिनकी गणमान्य नागरिकों ने खूब प्रशंसा की थी। वायुसेना कमांडरों के सम्मेलन को द्विवार्षिक रूपसे आयोजित किया जाता है, जिसमें मौजूदा भू-राजनीतिक माहौल और तकनीकी अनिवार्यताओं को देखते हुए भारतीय वायुसेना की आगे की राह तैयार करने पर चर्चा की जाती है। सम्मेलन के दौरान प्रसिद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों और विभिन्न क्षेत्रों की जानीमानी हस्तियों को अपने विचार प्रस्तुत करने केलिए आमंत्रित किया जाता है। रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान भी इस अवसर पर उपस्थित थे।