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Tuesday 7 November 2023 11:41:26 AM
सूरतनगर। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भारतीय नौसेना के नवीनतम निर्माणाधीन निर्देशित मिसाइल विध्वंसक सूरत के शिखर का नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरिकुमार, राज्य सरकार और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों केसाथ सूरतनगर में समारोहपूर्वक अनावरण किया। सूरत का शिखर खंभात की खाड़ी के दक्षिणी प्रवेश द्वार पर हजीरा यानी सूरत के प्रसिद्ध प्रकाश स्तंभ को दर्शाता है। वर्ष 1836 में निर्मित यह लाइटहाउस भारत के सबसे पहले के लाइटहाउसों में से एक था। शिखर पर एशियाई शेर, जोकि गुजरात का राज्य पशु भी है, इस पोत की महिमा और शक्ति का प्रतीक बन गया है। नौसैनिक युद्ध प्रौद्योगिकी और लड़ाकू क्षमताओं में नवीनतम प्रगति से सुसज्जित युद्धपोत सूरत समुद्री सुरक्षा और राष्ट्रीय रक्षा केलिए नौसेना की प्रतिबद्धता का शक्तिशाली अवतार है।
विध्वंसक पोत सूरत के शिखर पर चित्रित लहरदार समुद्र द्वारा अच्छी तरह से दर्शाया गया है। भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल होने की दहलीज पर युद्धपोत सूरत एक दुर्जेय प्रहरी के रूपमें कार्य करने, देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा करने और क्षेत्र में अपने रणनीतिक हितों को बनाए रखने केलिए आश्वस्त करता है। स्वदेशी रूपसे अभिकल्पित एवं निर्मित परियोजना 15बी विशाखापत्तनम विध्वंसक वर्ग का यह चौथा युद्धपोत सूरत नौसेना प्रौद्योगिकी और क्षमताओं में एक उल्लेखनीय छलांग का भी प्रतिनिधित्व करता है। इसका निर्माण नवीन ब्लॉक निर्माण पद्धति का उपयोग करके किया गया है, जिसमें मुंबई में मझगांव डॉक लिमिटेड में एकीकृत किए जाने से पहले इस पोत के पतवार को अलग-अलग भौगोलिक स्थानों पर परिश्रमपूर्वक जोड़ा गया है। जटिल परिशुद्धता और इंजीनियरिंग उत्कृष्टता को उजागर करते हुए यह पद्धति भारत की पोत निर्माण क्षमता के बढ़ते कौशल को भी रेखांकित करती है।
समृद्ध समुद्री इतिहास और पोत निर्माण की विरासत केलिए प्रसिद्ध एवं जीवंत नगर सूरत के नामपर नामित यह युद्धपोत सूरत भी अपने नाम की उद्यमशीलता और आत्मनिर्भरता की भावना का प्रतीक है। प्रोजेक्ट 15बी, प्रोजेक्ट 15ए कोलकाता श्रेणी की सफलता का अनुसरण करने केसाथ ही भारत की लगातार बढ़ती नौसैनिक शक्ति के प्रमाण के रूपमें कार्य करता है। सूरत युद्धपोत का निर्माण स्वदेशी अत्याधुनिक समुद्री प्रौद्योगिकी केप्रति राष्ट्र के समर्पण और रणनीतिक सैन्य प्रगति केप्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण है। अगले वर्ष सक्रिय सेवा में सम्मिलित होने की संभावना वाला सूरत और उसका सक्षम दल आनेवाले दशक में गर्व से देश की सेवा करेगा। पोत के शिखर के अनावरण समारोह में फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ पश्चिमी नौसेना कमान के वाइस एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग गुजरात नौसेना क्षेत्र के रियर एडमिरल अनिल जग्गी एवं भारतीय नौसेना, राजनीतिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों के भी कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।