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Wednesday 8 November 2023 04:28:29 PM
अजमेर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज अजमेर के मेयो कॉलेज की छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किए और उन्हें संबोधित किया। उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की सुप्रसिद्ध पंक्तियों का जिक्र करते हुए कहाकि आज ज़माना नारी शक्ति वंदन का है, आज महिलाएं अबला नहीं हैं, वे देश और दुनिया में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर अनुकरणीय एवं उल्लेखनीय भूमिका निभा रही हैं। महिला आरक्षण विधेयक नारी शक्ति वंदन अधिनियम को ऐतिहासिक बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहाकि आनेवाले समय में लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में एक तिहाई सीटें महिलाओं केलिए आरक्षित होंगी, अब महिलाएं और अधिक प्रभावी ढंग से देश का मार्गदर्शन करेंगी और आनेवाले समय में उनकी भूमिका समाज में औरभी महत्वपूर्ण होगी।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहाकि महिला आरक्षण विधेयक एक लंबे समय से लंबित था, जिसे पास कराने के कई प्रयास किए गए, लेकिन यह पास नहीं हो पाया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक विधेयक को पारित कराया और देश की महिलाओं को वह सम्मान दिया, जिसकी वह एक लंबी समय से हकदार थीं। मेयो कॉलेज के विद्यार्थियों के विविध क्षेत्रों में जीते गए पुरस्कारों की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहाकि वास्तविक शिक्षा किस प्रकार दी जाती है, यह इस कॉलेज में देखने को मिल रहा है, शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, शिक्षा जीवन के प्रत्येक आयाम से संबंधित होनी चाहिए, जो जीवन का सर्वांगीण विकास करे शिक्षा वही है। उन्होंने कहाकि समाज में परिवर्तन लाने केलिए शिक्षा से बढ़कर और कोई ताकत नहीं है, शिक्षा मनुष्य के जीवन को रूपांतरित कर देती है। उन्होंने मेयो कॉलेज की विद्यार्थियों और शिक्षकों की सराहना करते हुए कहाकि आपके इस विद्यालय ने बहुत ही कम समय में जो स्थान देश की शिक्षा व्यवस्था में प्राप्त किया है, वह प्रशंसनीय है।
उपराष्ट्रपति ने कहाकि देश में मयो कॉलेज गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केलिए जाना जाता है और यहां के विद्यार्थी देश ही नहीं दुनिया में देश का नाम रोशन कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे, यह विश्वास जताया। उन्होंने छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहाकि आप सौभाग्यशाली हैंकि ऐसे समय में रह रहे हैंकि जब देश में अवसरों की कमी नहीं है, भारत 2047 में दुनिया की सबसे तेज गति से विकसित होती हुई अर्थव्यवस्था होगा और विश्वगुरु के पद पर आसीन होगा। उन्होंने कहाकि जब भारत अपनी आजादी की शताब्दी मनाएगा, तब आपसब महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे होंगे, देश को बुलंदी पर ले जाने केलिए आप एक योद्धा की भांति अपनी भूमिका अदा करेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहाकि एक समय था जब भारत को पांच कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता था और अब भारत दुनिया की पांचवीं सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहाकि 2030 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा और हमने इस विकास यात्रा में ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस को पीछे छोड़ दिया है और अब बारी है जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ने की, बहुतही जल्द वह समय आएगा, जब जर्मनी और जापान की अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ते हुए भारत आगे निकल जाएगा।
उपराष्ट्रपति ने कहाकि भारत आज जिस तेजीसे विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है, उतना पहले कभी नहीं बढ़ा था और यह विकास यात्रा थमने वाली नहीं है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि तीन दशक केबाद में देश को नई शिक्षा नीति मिली है, इसके माध्यम से देश की शिक्षा व्यवस्था एकबार पुनः बुलंदियों पर पहुंचेगी, जिसके लिए भारत प्राचीनकाल में जाना जाता था और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहाकि इसमें जीवन केप्रति क्षेत्र को ध्यान में रखकर नीतियां निर्धारित की गई हैं। छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहाकि कभीभी स्ट्रेस ना लें, भय से न डरे, उन्मुक्त होकर शिक्षा ग्रहण करें और अपनी पसंद के करियर को चुनें। उन्होंने कहाकि विचार को मस्तिष्क में न रखें, यदि कोई रचनात्मक विचार आपके मन मस्तिष्क में आता है तो उसे कार्यांवित करें, उसे जमीन पर उतारे, क्योंकि विचार को मन में रखकर न सिर्फ आप अपने साथ अन्याय करते हैं, बल्कि मानवता केसाथ में अन्याय करते हैं। उन्होंने कहाकि आपके मस्तिष्क में आने वाला विचार पता नहीं दुनिया के कितने लोगों का जीवन परिवर्तित कर सकता है, इसलिए रचनात्मक सोचें और उसे जमीनी हकीकत बनाने का प्रयास करें।
उपराष्ट्रपति ने मेयो कॉलेज अजमेर के पूर्व छात्रों से आग्रह कियाकि वह शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान निरंतर करते रहें, ताकि आनेवाली पीढ़ियों को खासकर लड़कियों की शिक्षा केलिए इसी प्रकार की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की ज्वाला को जगाए रखा जाए और समाज को शिक्षित किया जाए, क्योंकि बेटियों को शिक्षित करने से पूरा समाज शिक्षित होता है और समाज के शिक्षित होने से राष्ट्र शिक्षित होता है। उन्होंने पूर्व छात्रों से मासिक आधार पर शिक्षण संस्थाओं की सहायता करने का आग्रह भी किया। उपराष्ट्रपति ने मेयो कॉलेज के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए विद्यार्थियों को आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर मेयो कॉलेज महापरिषद के अध्यक्ष और बोर्ड आफ गवर्नर्स के प्रेसिडेंट महाराज गज सिंह, मेयो कॉलेज की कार्यवाहक प्रधानाचार्य सुप्रीत बख्शी, मेयो कॉलेज के शिक्षक, स्टाफ, विद्यार्थी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।