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Saturday 18 November 2023 02:15:31 PM
कोच्चि/ गोवा। भारतीय नौसेना समुद्री नौकायन में अग्रणी है और समुद्र में साहसिक कार्यों से परिपूर्ण रोमांच को प्रोत्साहित करने केलिए दिल्ली के नौसेना मुख्यालय में भारतीय नौसेना सेलिंग एसोसिएशन के अंतर्गत कोच्चि से गोवा तक 22 से 26 नवंबर तक एक अंतरकमांड महासागर नौकायन दौड़ होने जा रही है। इसका आयोजन दक्षिणी नौसेना कमान का मुख्यालय कर रहा है और इसे कोच्चि के एएसडब्ल्यू स्कूल, भारतीय नौसेना के ऑफशोर सेलिंग क्लब और गोवा में आईएनएस मंडोवी के महासागर सेलिंग नोड द्वारा समन्वित किया जा रहा है। इसमें 40 फुट लंबे चार भारतीय नौसेना नौकायन जहाजों में बुलबुल, नीलकंठ, कदलपुरा और हरियाल भाग लेंगे। यह दौड़ नौसेना बेस कोच्चि से शुरू होकर गोवा तक लगभग पांच दिन में 360 एनएम की अनुमानित दूरी तय करेगी।
नौसेना नौकायन अभियानों केलिए चालक दल का चयन पर्याप्त अनुभवी समुद्री नौकायन स्वयंसेवकों में से किया जाता है। महासागर नौकायन एक अत्यंत कठिन और साहसिक खेल है। भारतीय नौसेना अपने आवश्यक समुद्री कौशल और मशीनरी प्रबंधन कौशल का संचालन करते हुए चालक दल में साहस की भावना पैदा करने और जोखिम प्रबंधन क्षमताओं में प्रगति लाने केलिए समुद्री नौकायन नौकाओं का उपयोग करती है। इस दौड़ में चार भारतीय नौसेना नौकायन जहाजों पर आठ महिला अधिकारियों/ अग्निवीरों सहित 32 कर्मी भाग लेंगे। प्रत्येक आईएनएसवी में नौसेना की तीन कमानों के आठ कर्मी और अंडमान एवं निकोबार कमान और नौसेना मुख्यालय की एक संयुक्त टीम शामिल होगी। इनमें सबसे वरिष्ठ प्रतिभागी कोमोडोर रैंक का होता है और सबसे कनिष्ठ प्रतिभागी अग्निवीर रैंक का होता है। भारतीय नौसेना का मानना हैकि इन छोटे जहाजों पर नौकायन अपने कर्मियों केबीच आवश्यक समुद्री बोध और प्रकृति के तत्वों केप्रति सम्मान पैदा करने का सर्वोत्तम पथ है, जो सुरक्षित और सफल समुद्री यात्रा से अभिन्न है। वे नए नौसेना कर्मियों केबीच साहस, सौहार्द, सहनशक्ति और मनोबल बढ़ाने का भी कार्य करते हैं।