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भारतीय सिनेमाई महोत्सव 54वां इफ्फी शुरू

'माधुरी दीक्षित ने अद्वितीय प्रतिभा से सिनेमा को गौरवांवित किया'

सूचना प्रसारण मंत्री ने देश में फिल्म निर्माण की प्रोत्साहन राशि बढ़ाई

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 21 November 2023 01:05:58 PM

54th iffi, a festival of cinematic extravaganza, begins

पणजी। एशिया के सबसे प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में से एक 54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की रचनात्मकता, सिनेमाई प्रतिभा और मोशन पिक्चर के जरिए कहानी कहने की कला की भव्यता से ओतप्रोत मंत्रमुग्ध करदेने वाली सिनेमाई यात्रा गोवा में भव्य उद्घाटन समारोह केसाथ शुरू हो चुकी है। विविधता और रचनात्मकता को अपनाते हुए फिल्मोत्सव का यह आयोजन दुनियाभर की संस्कृतियों, दृष्टिकोणों और कहानियों की समृद्धि को प्रदर्शित करने वाली फिल्मों की शानदार और गहन श्रृंखला प्रस्तुत करता है। नौ दिन तक चलने वाले फिल्मोत्सव की शुरुआत पुरस्कार विजेता ब्रिटिश फिल्म निर्माता स्टुअर्ट गैट की फिल्म कैचिंग डस्ट के अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर केसाथ हुई। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को भारतीय सिनेमा में विशेष पहचान बनाने केलिए विशेष सम्मान प्रदान किया है। उन्होंने कहाकि असाधारण चार दशक के शानदार करियर केसाथ माधुरी दीक्षित ने भारतीय फिल्म उद्योग पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक्स पर पोस्ट कियाकि लंबे समय तक पहचान बनाने वाली माधुरी दीक्षित ने असाधारण चार दशक तक अद्वितीय प्रतिभा केसाथ सिनेमा स्क्रीन की शोभा बढ़ाई है, विविध किरदारों को जीवंत बनाने की उनकी क्षमता ने पीढ़ियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है। भारतीय सिनेमा में विशेष पहचान बनाने के लिए' पुरस्कार माधुरी दीक्षित की असाधारण उपलब्धियों और भारतीय सिनेमा पर उनके स्थायी प्रभाव का साक्षी है। वर्ष 1980, 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में हिंदी फिल्मों की प्रमुख अभिनेत्री माधुरी दीक्षित को छह फिल्मफेयर पुरस्कार मिले और उन्हें रिकॉर्ड चौदह बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार केलिए नामांकित किया जा चुका है। माधुरी दीक्षित ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत 'अबोध' (1984) से की और तेज़ाब (1988) से उन्हें व्यापक सार्वजनिक पहचान मिली। उन्हें 2014 में भारत में यूनिसेफ का सद्भावना राजदूत नियुक्त किया गया था। अनुराग ठाकुर ने उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में कहाकि सिनेमा की शक्ति अद्भुत है और अपने पूरे इतिहास में सिनेमा ने विचारों, कल्पना और नवीनता के भाव को इस तरह से अपनाया और तराशा हैकि यह तेज विघटन से परेशान दुनिया में शांति, प्रगति और समृद्धि केलिए प्रेरक शक्ति बन गया है।
देश में मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र को बढ़ाने केलिए भारत सरकार की कई महत्वपूर्ण पहलों का जिक्र करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे युवाओं और बच्चों की प्रतिभा तथा हमारे उद्योग जगत के दिग्गजों के नवाचार के बल पर भारत को फिल्म शूटिंग और पोस्ट प्रोडक्शन केलिए सबसे पसंदीदा गंतव्य स्थल बनाना चाहते हैं। उन्होंने उल्लेख कियाकि सिनेमैटोग्राफ (संशोधन) विधेयक 2023 को लोकसभा और राज्यसभा से मंजूरी मिल गई है, जो न केवल वैधानिक संरचना को व्यापक बनाता है, कॉपीराइट सुरक्षा को शामिल करते हुए सेंसरशिप परभी अपना ध्यान केंद्रित करता है, बल्कि यह सुनिश्चित करने केलिए कि फिल्म निर्माताओं की कड़ी मेहनत और समर्पण बर्बाद न हो एंटी-पाइरेसी उपायों पर ध्यान देने के साथ पाइरेसी के खिलाफ कठोर उपाय भी पेश करता है। केंद्रीय मंत्री ने जी-20 शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहाकि दुनिया ने विकास, विविधता और लोकतंत्र पर आधारित भारत के बहुमुखी और बहुस्तरीय विकास मॉडल को देखा। उन्होंने कहाकि जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत के दृष्टिकोण के समान 54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की मुख्य अवधारणा और विषय वसुधैव कुटुम्बकम् में अंतर्निहित है, जो शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के सार का प्रतीक है, जहां दुनिया एक परिवार है। उन्होंने भारत में विदेशी फिल्म निर्माण केलिए प्रोत्साहन राशि को खर्च के 30 से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने की घोषणा की, जिसकी सीमा 2.5 करोड़ रुपये से 30 करोड़ रुपये 3.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक कर दी गई और महत्वपूर्ण भारतीय कॉन्टेंट केलिए अतिरिक्त 5 प्रतिशत बोनस का भी प्रावधान किया गया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहाकि भारत के आकार और विशाल क्षमता को देखते हुए मध्यम एवं बड़े बजट की अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं को आकर्षित करने केलिए अधिक प्रोत्साहन राशि की आवश्यकता थी। उन्होंने कहाकि फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने में यह आदर्श बदलाव भारत की प्रतिबद्धता और कलात्मक समर्थन का एक प्रमाण है। उन्होंने कहाकि अभिव्यक्ति और सिनेमाई प्रयासों केलिए पसंदीदा गंतव्य स्थल के रूपमें हमारी स्थिति को मजबूत करती है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने घोषणा कीकि पहलीबार 75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो कार्यक्रम केतहत एक भर्ती अभियान आयोजित किया जाएगा, जो उनकी उभरती प्रतिभा और करियर के उत्थान केलिए असीमित अवसरों के द्वार खोलेगा। वर्ष 2021 में शुरुआत के बाद अब इसके तीसरे आयोजन में 10 श्रेणियों में लगभग 600 प्रविष्टियों में से बिष्णुपुर, जगतसिंहपुर और सदरपुर जैसे दूरदराज के क्षेत्रों सहित 19 राज्यों से 75 युवा फिल्मकारों का चयन किया गया है। महोत्सव के 54वें आयोजन में कई फर्स्ट्स की घोषणा करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहाकि पहलीबार और यहां से आईएफएफआई सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज पुरस्कार प्रदान करेगा, जो रोज़गार और नवाचार में भारत में ओरिजनल कॉन्टेंट निर्माताओं के योगदान का उत्सव मनाने वाले परिवर्तनकारी भूमिका को स्वीकार और सम्मानित करेगा। उन्होंने कहाकि सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज पुरस्कार केलिए 15 ओटीटी प्लेटफार्म से 10 भाषाओं में कुल 32 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं।
सूचना प्रसारण मंत्री ने घोषणा कीकि पहलीबार आईएफएफआई ने सिनेमा जगत के नवीनतम नवाचारों को प्रदर्शित करने केलिए एक अच्छी तरह से क्यूरेटेड वीएफएक्स और टेक पवेलियन की शुरुआत करके फिल्म बाजार के दायरे को बढ़ाया है और गैरकाल्पनिक कहानी कहने का समर्थन करने केलिए इसके सह उत्पादन बाजार में एक वृत्तचित्र खंड बनाया है। इस वर्ष पहलीबार सिने मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें क्षेत्रीय फिल्मों, भोजन, संगीत, संस्कृति और बहुत कुछ के माध्यम से भारत की समृद्ध विविधता का एक असाधारण उत्सव प्रदर्शित किया जाएगा। भारतीय क्लासिक्स की क्षतिग्रस्त सेल्युलाइड रीलों से राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन के तहत एनएफडीसी/ एनएफएआई द्वारा सावधानीपूर्वक संरक्षित की गई उत्कृष्ट कृतियों के 7 विश्व प्रीमियर की विशेषता वाला एक रिस्टोर क्लासिक्स खंड भी पेश किया गया है। अनुराग ठाकुर ने कहाकि समावेशिता 54वें आईएफएफआई केलिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत बना हुआ है, क्योंकि इस वर्ष के उत्सव के सभी स्थल विशेष रूपसे दिव्यांगजनों केलिए सुविधाओं से सुसज्जित होंगे। उन्होंने कहाकि दिव्यांगजन प्रतिनिधियों केलिए एम्बेडेड ऑडियो विवरण और सांकेतिक भाषा प्रावधानों केसाथ चार विशेष स्क्रीनिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन 'सबका साथ, सबका विकास' में 'सबका मनोरंजन' यानी 'सभी केलिए मनोरंजन' एक और आयाम जोड़ते हैं। अनुराग ठाकुर ने कहाकि 54वें आईएफएफआई में 40 उल्लेखनीय महिला फिल्म निर्माताओं की फिल्में शामिल हैं, उनकी प्रतिभा, रचनात्मकता और अद्वितीय दृष्टिकोण इस विचारों के मिश्रण को विविध आवाज़ों और आख्यानों का उत्सव बनाने का वादा करते हैं।
अनुराग ठाकुर ने प्रतिष्ठित सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार 2023 केलिए संयुक्तराज्य अमेरिका के हॉलीवुड अभिनेता एवं निर्माता माइकल डगलस के नाम की भी घोषणा की। समापन समारोह के दौरान उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। फिल्म और टेलीविजन उद्योग में 50 से अधिक वर्ष के अनुभव केसाथ माइकल डगलस को 2 ऑस्कर, 5 गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एक प्राइमटाइम एमी पुरस्कार और कई अन्य सम्मान प्राप्त हुए हैं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने दर्शकों को संबोधित करते हुए कहाकि आईएफएफआई गोवा को फिल्म अनुकूल गंतव्य के रूपमें बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहाकि हाल के वर्ष में गोवा का फिल्म उद्योग भी तेजीसे बढ़ा है और कोंकणी सिनेमा ने आईएफएफआई में अपने लिए जगह बनाई है। उन्होंने कहाकि इस वर्ष आईएफएफआई केलिए गोवा खंड के तहत प्राप्त 20 प्रविष्टियों में से जूरी ने सात फिल्मों का चयन किया है। मुख्यमंत्री ने कहाकि एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा ने फिल्म निर्माण उद्योग के विस्तार केलिए राज्य में फिल्म सिटी स्थापित करने केलिए अभिरुचि आमंत्रण जारी किया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उद्घाटन समारोह में जूरी सदस्यों को भी सम्मानित किया। अगले 8 दिन तक गोवा एशिया के सबसे बड़े फिल्म महोत्सवों में से एक की भव्यता में रंगा रहेगा।
आईएफएफआई 2023 मनोरंजक नाटकों से विचारोत्तेजक वृत्तचित्रों और अवंत-गार्डे प्रयोगात्मक फिल्मों तक सिने प्रेमियों और उद्योग के पेशेवरों को समान रूपसे लुभाने केलिए तैयार है। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता, प्रतिभाशाली अभिनेता और सिनेमा की दुनिया के दूरदर्शी लोग इस उत्सव की शोभा बढ़ाएंगे, चर्चा, सहयोग और कहानी सुनाने के साझा जुनून को बढ़ावा देंगे। सितारों से सजे उद्घाटन समारोह में बॉलीवुड सुपरस्टार माधुरी दीक्षित और शाहिद कपूर की प्रस्तुति देखने को मिली। श्रिया सरन, नुसरत भरूचा, पंकज त्रिपाठी, शांतनु मोइत्रा, श्रेया घोषाल और सुखविंदर सिंह जैसे अन्य बॉलीवुड सितारों ने भी उद्घाटन समारोह में अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विविधता और रचनात्मकता को अपनाते हुए भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का 54वां आयोजन दुनियाभर की संस्कृतियों, दृष्टिकोणों और कथाओं की समृद्धि को प्रदर्शित करने वाली फिल्मों की शानदार लाइनअप केसाथ एक शानदार और गहन सिनेमाई अनुभव का वादा करता है।

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