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Friday 24 November 2023 04:27:42 PM
नई दिल्ली/ गुरूग्राम। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से गुरूग्राम में 98वें विशेष फाउंडेशन कोर्स में शामिल अधिकारी प्रशिक्षुओं के एक समूह ने आज राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रतिष्ठित सिविल सेवाओं में चयन पर अधिकारी प्रशिक्षुओं को बधाई दी और उनके साथ प्रेरक संवाद किया। उन्होंने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में विशेष फाउंडेशन कोर्स उनको सुशासन में प्रशिक्षण प्रदान करने पर केंद्रित है। राष्ट्रपति ने प्रशिक्षुओं के अनुभवों को सुनने केबाद कहाकि विश्वास हैकि तीन महीने का प्रशिक्षण उनको देश के शासन के मुद्दों और स्मार्ट एवं कुशल शासन की प्रथाओं के बारेमें और अधिक जागरुक बनाएगा। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहाकि उनको यह हमेशा याद रखना चाहिएकि उनको देश की सेवा केलिए चुना गया है, यह उनका मुख्य लक्ष्य होना चाहिए और उनको अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को देश के समग्र लक्ष्यों केसाथ संरेखित करना चाहिए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि सबका साथ-सबका विकास की यात्रा में चुनौतियों का सामना करने और उन्हें अवसर में बदलने केलिए उनको सदैव तैयार रहना है। राष्ट्रपति ने उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और उनसे कहाकि वे देश को गौरवांवित करें! राष्ट्रपति ने कहाकि सुशासन एक प्रसिद्ध शब्द है, हालांकि इस शब्द का अर्थ समय और स्थिति के अनुसार बदलता रहता है, नवीनतम तकनीकों के आगमन केसाथ नागरिकों को तेज और कुशल सेवा वितरण सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर देने केलिए इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेंस, स्मार्ट गवर्नेंस, प्रभावी गवर्नेंस और अन्य जैसे शब्द सामने आए। राष्ट्रपति ने कहाकि सुशासन नागरिक केंद्रित शासन का भी प्रतीक है और इन दिनों सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं परियोजनाओं के बारेमें जनता की प्रतिक्रिया एक कुशल और जवाबदेह प्रशासन केलिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
राष्ट्रपति ने अधिकारी प्रशिक्षुओं से कहाकि सोशल मीडिया के दिनों में जब लोग अपनी शिकायतें तुरंत पोस्ट कर सकते हैं, लोगों तक सेवा वितरण केलिए अद्यतन शासन उपकरणों और उन्नत तकनीक का उपयोग करने की आवश्यकता कई गुना बढ़ गई है। उन्होंने कहाकि ऊर्जावान और जागरुक सिविल सेवकों के रूपमें आम लोगों की शिकायतों और समस्याओं पर तुरंत प्रतिक्रिया देना आपका कर्तव्य है, आपको ऐसे नवोन्मेषी कदम उठाने चाहिएं, जो अल्पकाल और दीर्घकाल में नागरिकों और देश केलिए लाभकारी हों। राष्ट्रपति ने कहाकि हमारे सिविल सेवकों ने देश के बहुमुखी विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है, देशभर में तैनात सिविल सेवकों पर भी देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने की जिम्मेदारी है, आज देश जिस समृद्धि विकास के परिवर्तन से गुजर रहा है, वह हमारे सिविल सेवकों के दृढ़ संकल्प के बिना संभव नहीं हो सकता था।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि आज देश हर क्षेत्र में उन्नत तकनीकों का विकास कर रहा है और देश के विभिन्न हिस्सों में आम लोग खासकर हमारे युवा नए-नए आविष्कार लेकर आ रहे हैं, जो लागत प्रभावी होने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल भी हैं। राष्ट्रपति ने कहाकि हम स्टार्टअप इको सिस्टम और डिजिटल भुगतान में अग्रणी देशों में से एक हैं, इन उपलब्धियों में हमारे सिविल सेवकों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहाकि देश के समावेशी विकास के लक्ष्य को हासिल करना उन जैसे सिविल सेवकों का कर्तव्य है। उन्होंने कहाकि भारत के नागरिक देश की विकास यात्रा में सक्रिय भागीदार हैं और आपको विभिन्न कार्यक्रमों के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए जनभागीदारी को बढ़ावा देना चाहिए, क्योंकि निजी क्षेत्र, गैर-सरकारी क्षेत्र व विभिन्न जागरुक एवं प्रतिबद्ध नागरिकों सहित हितधारकों के सहयोग से ही विकसित भारत के लक्ष्य को साकार किया जा सकता है।