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Monday 18 December 2023 01:07:52 PM
डंडीगल (तेलंगाना)। भारतीय वायुसेना अकादमी डंडीगल में उड़ान और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के 213 फ्लाइट कैडेटों के सपनों को पंख लग गए, उन्होंने एक प्रभावशाली संयुक्त स्नातक परेड में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से स्नातक की उपाधियां प्राप्त कीं। रक्षामंत्री ने 212वें फ्लाइट अधिकारी पाठ्यक्रम पूरा होने पर वायुसेना अकादमी डंडीगल में संयुक्त स्नातक परेड की समीक्षा की और इस अवसर पर स्नातक उड़ान कैडेटों को राष्ट्रपति कमीशन प्रदानकर सम्मानित किया। फ्लाइट कैडेट्स में स्नातक होनेवाले अधिकारियों में 25 महिलाएं हैं, जिन्हें भारतीय वायुसेना की विभिन्न शाखाओं में नियुक्त किया गया है। भारतीय नौसेना के आठ अधिकारियों, भारतीय तटरक्षकबल के नौ और मित्र देशों के दो अधिकारियों को भी उनके उड़ान प्रशिक्षण के पूरा होने पर विंग्स पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नवनियुक्त फ्लाइट अधिकारियों को बधाई दी और उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन, सटीक ड्रिल चाल और परेड के उच्च मानक केलिए उनकी सराहना की। उन्होंने उनसे किसीभी परिस्थिति में नए विचारों, नवीन सोच और आदर्शवाद केप्रति खुलेपन को नहीं भूलने का आग्रह किया। रक्षामंत्री ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए सशस्त्र बलों में पारंपरिक मूल्यों को उचित महत्व देने का आग्रह किया और इसे समय द्वारा परखा हुआ बताया, किंतु उन्होंने सुस्पष्ट कियाकि यदि बिना विचार किए दीर्घकाल तक पारंपरिक मूल्यों का पालन किया जाता है तो प्रणाली में निष्क्रियता या अस्थिकरण की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने इस बात पर बल दियाकि इस स्थिति से बचने और निरंतर बढ़ते समय केसाथ तालमेल बनाएं रखने केलिए कुछ नव परिवर्तन करने की आवश्यकता है।
रक्षामंत्री ने पारंपरिक मूल्यों और नव परिवर्तन केबीच संतुलन को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए आह्वान कियाकि यदि हम केवल पारंपरिक मूल्यों का पालन करेंगे तो हम एक निष्क्रिय झील की तरह रहेंगे, हमें बहती नदी के प्रवाह की तरह बनना होगा, इसके लिए हमें पारंपरिक मूल्यों के साथ-साथ नव परिवर्तन कोभी अपनाना होगा। उन्होंने फ्लाइट अधिकारियों से कहाकि उड़ते रहो और अधिक से अधिक ऊंचाइयों को छूओ, लेकिन जमीन से आपका जुड़ाव बना रहे। इससे पहले वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने रक्षामंत्री का स्वागत किया। परेड में उन्हें जनरल सैल्यूट दिया गया और उसके बाद एक प्रभावशाली मार्च पास्ट किया गया। परेड का मुख्य आकर्षण कमीशनिंग समारोह था, जिसमें स्नातक फ्लाइट कैडेटों को राजनाथ सिंह ने उनकी स्ट्राइप्स से सम्मानित किया। इसके पश्चात अकादमी के कमांडेंट ने स्नातक अधिकारियों को शपथ दिलाई। संयुक्त परेड को ट्रेनर विमान ने समकालिक फ्लाईपास्ट से इंटरस्पर्सड किया, जिसमें चेतक हेलीकॉप्टरों केसाथ पिलाटस पीसी-7 एमके II, हॉक और किरण शामिल थे।
रक्षामंत्री ने प्रशिक्षण के विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले उड़ान शाखा के फ्लाइंग ऑफिसर अतुल प्रकाश को पायलट पाठ्यक्रम के समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने केलिए राष्ट्रपति पट्टिका और वायुसेना प्रमुख स्वोर्ड ऑफ ऑनर सम्मान से सम्मानित किया। फ्लाइंग ऑफिसर अमरिंदर जीत सिंह को ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं में योग्यता के समग्र क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने केलिए राष्ट्रपति पट्टिका से सम्मानित किया गया। परेड का समापन नए कमीशन प्राप्त अधिकारियों ने रवींद्रनाथ टैगोर के 'आनंदलोके' के स्वरों केसाथ धीमी गति से दो टुकड़ियों में मार्च करने केसाथ किया। एसयू-30एमकेआई के एक रोमांचक एरोबेटिक शो, हेलीकॉप्टर डिस्प्ले टीम सारंग और सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम के सिंक्रोनस एरोबेटिक्स केसाथ संयुक्त स्नातक परेड का भव्य समापन हुआ।