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Friday 22 December 2023 05:37:52 PM
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज (कैप्स) ने नई दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में 20वां सुब्रतो मुखर्जी सेमिनार आयोजित किया, जिसका विषय 'भारत और वैश्विक दक्षिण: चुनौतियां एवं अवसर' था। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने उद्घाटन भाषण में ग्लोबल दक्षिण के देशों के मुद्दों को उठाने में भारत की सक्रिय भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने वायु शक्ति की प्रासंगिकता और प्रगति केलिए उत्प्रेरक के रूपमें कार्य करने, रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने और वैश्विक दक्षिण की सामूहिक उन्नति में योगदान केलिए भारतीय वायुसेना की आवश्यकता पर जोर दिया।
एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भारतीय सैन्य सलाहकार टीमों की भूमिका और भारतीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के माध्यम से पेश किएगए पाठ्यक्रमों काभी उल्लेख किया, जिसने नागरिक और रक्षा दोनों क्षेत्रों में 200000 से अधिक अधिकारियों केलिए प्रशिक्षण आयोजित करके सहयोग बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने बतायाकि बीते नौ वर्ष में भारतीय वायुसेना ने वैश्विक दक्षिण के देशों से 5000 से अधिक विदेशी प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया। उन्होंने कहाकि एलसीए, एलसीएच, आकाश मिसाइल प्रणाली और रडार जैसे स्वदेशी एयरोस्पेस प्लेटफॉर्म वैश्विक दक्षिण की वायु सेनाओं केलिए प्रतिस्पर्धी एवं विश्वसनीय विकल्प प्रदान करते हैं, जिससे भारत के आर्थिक और तकनीकी दबदबे को बढ़ावा मिलता है।
एयर चीफ मार्शल ने अंतर्राष्ट्रीय एचएडीआर संचालन में भारतीय वायुसेना की भूमिका के बारेमें बताया, जिसने वैश्विक दक्षिण में भारत की नेतृत्वकारी भूमिका को और मजबूत किया है। सेमिनार में साझेदार देशों केसाथ नियमित प्रशिक्षण गतिविधियों के दौरान भारतीय वायुसेना की उपस्थिति में वृद्धि के परिणामस्वरूप संचालन एवं रखरखाव में सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को साझा किया गया है। इस अवसर पर एयर मार्शल दीप्तेंदु चौधरी (सेवानिवृत्त) की इंडियन एयर पावर: कंटेम्परेरी एंड फ्यूचर डायनेमिक्स और एयर वाइस मार्शल सुरेश सिंह की एयरोइंजन फंडामेंटल्स एंड लैंडस्केप इन इंडिया: ए वे फॉरवर्ड पुस्तक का विमोचन भी किया गया।