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Friday 29 December 2023 02:10:01 PM
जम्मू। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आईआईएम जम्मू के संकाय सदस्यों और छात्रों केसाथ विकसित भारत @2047 पहल पर गहन बातचीत की, जिसका उद्देश्य वर्ष 2047 तक भारत में शैक्षिक और कौशल विकास परिदृश्य को समृद्ध रूपसे व्यापक आकार देना है। शिक्षामंत्री की छात्रों केसाथ चर्चा नरेंद्र मोदी सरकार के दीर्घकालिक दृष्टिकोण और पहलों के इर्द-गिर्द घूमती रही, जो शैक्षिक परिदृश्य को राष्ट्र के समग्र व्यापक लक्ष्यों को केंद्र में रखते हुए हुई। धर्मेंद्र प्रधान ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन दर्शन, समाज के निचले पायदान पर मौजूद लोगों के उत्थान के दृष्टिकोण, सबका साथ-सबका विकास मॉडल, मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा देने और भारतीयता से गौरव, प्रेरणा और आत्मविश्वास प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर देने केलिए उनका आभार व्यक्त किया।
शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रकाश डालाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वेलफेयरिज्म मॉडल एक केस स्टडी है। उन्होंने आईआईएम जम्मू के छात्रों और संकाय सदस्यों को इसकी सूक्ष्मता से जांच करने एवं जम्मू-कश्मीर के अद्वितीय प्रस्तावों और संभावनाओं पर दीर्घकालिक केस स्टडी केसाथ आने केलिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अगले 25 वर्ष के महत्व पर जोर दिया, जब सबके प्रयास से विकसित भारत @2047 का लक्ष्य साकार होगा। छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहलों का उल्लेख किया, जिसे नरेंद्र मोदी सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के एक हिस्से के रूपमें शिक्षा तक समान पहुंच सुनिश्चित करने केलिए योजना बनाकर लागू कर रही है।
शिक्षामंत्री ने शिक्षा और समग्र कौशल विकास में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व का भी उल्लेख किया। धर्मेंद्र प्रधान ने इस दौरान आईआईएम जम्मू के जगती परिसर के निर्माण की प्रगति का विस्तृत मूल्यांकन किया, जिसमें शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुसंधान और भविष्य के नेताओं को बढ़ावा देने केलिए संस्थान की प्रतिबद्धता को स्वीकार किया गया। उन्होंने आईआईएम जम्मू में अत्याधुनिक पुस्तकालय का भी दौरा किया और एक व्यापक शिक्षण ईकोसिस्टम प्रदान करने केलिए वहां उपलब्ध उन्नत सुविधाओं की सराहना की।