स्वतंत्र आवाज़
word map

'तमिलनाडु की प्रगति से आगे बढ़ेगा भारत'

भारत की समृद्धि व संस्कृति का प्रतिबिंब है तमिलनाडु-प्रधानमंत्री

तिरुचिरापल्ली में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 2 January 2024 05:34:41 PM

pm narendra modi development projects inaugurated in tiruchirappalli

तिरुचिरापल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में 20000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है, जिनमें रेल, सड़क, तेल और गैस तथा पोत परिवहन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहाकि भारत तमिलनाडु की प्रगति से आगे बढ़ेगा। उन्होंने सभी केलिए एक सार्थक और समृद्ध नए वर्ष की शुभकामनाएं व्यक्त कीं और इस बातपर प्रसन्नता जताई कीकि 2024 में उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम तमिलनाडु में हो रहा है। उन्होंने कहाकि आजकी परियोजनाएं तमिलनाडु की प्रगति को सुदृढ़ बनाएंगी, परियोजनाओं केलिए राज्य के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहाकि इनमें से अनेक परियोजनाएं आवाजाही को प्रोत्साहित करेंगी और राज्य में रोज़गार के हजारों अवसर भी पैदा करेंगी। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु केलिए गुजरे पिछले तीन कठिन सप्ताहों की चर्चा की, जब भारी वर्षा से अनेक लोगों की जान गई और संपत्ति काभी काफी नुकसान हुआ था। प्रधानमंत्री ने अपनी संवेदना व्यक्त की और कहाकि केंद्र सरकार तमिलनाडु के लोगों केसाथ खड़ी है, हम राज्य सरकार को हर संभव सहायता दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में दिवंगत हुए थिरु विजयकांत को श्रद्धांजलि देते हुए कहाकि वह न केवल सिनेमा के क्षेत्र, बल्कि राजनीति में भी एक 'कैप्टन' थे, उन्होंने अपने काम और फिल्मों के जरिए लोगों का दिल जीता और राष्ट्रीय हित को सभी बातों से ऊपर रखा। प्रधानमंत्री ने देश की खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ एम एस स्वामीनाथन के योगदान कोभी याद किया और उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने कहाकि अगले 25 वर्ष केलिए आजादी का अमृतकाल भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने विकसित भारत के आर्थिक और सांस्कृतिक दोनों पहलुओं का उल्लेख किया और कहाकि तमिलनाडु भारत की समृद्धि एवं संस्कृति का प्रतिबिंब है। प्रधानमंत्री ने संत तिरुवल्लुवर और सुब्रमण्य भारती सहित अन्य विशिष्ट साहित्य रचनाकारों की चर्चा करते हुए कहाकि तमिलनाडु प्राचीन तमिल भाषा का निवास है और यह सांस्कृतिक विरासत का खजाना है। उन्होंने कहाकि तमिलनाडु सीवी रमन एवं और भी कई वैज्ञानिकों के वैज्ञानिक और तकनीकी मस्तिष्क का निवास है, जो राज्य के उनके हर दौरे में नई ऊर्जा भरता है। उन्होंने तमिलनाडु के युवाओं और लोगों की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि वे तमिलनाडु के युवाओं में एक नई आशा का उदय देख रहे हैं, यह आशा विकसित भारत की ऊर्जा बनेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरुचिरापल्ली की समृद्ध विरासत का जिक्र करते हुए कहाकि यहां हमें पल्लव, चोल, पांड्य और नायक जैसे राजवंशों के सुशासन मॉडल के अवशेष मिलते हैं। उन्होंने कहाकि वह अपनी विदेश यात्रा के दौरान किसीभी अवसर पर तमिल संस्कृति का उल्लेख जरूर करते हैं। उन्होंने कहाकि मैं देश के विकास और विरासत में तमिल सांस्कृतिक प्रेरणा के योगदान के निरंतर विस्तार में विश्वास करता हूं। उन्होंने नए संसद भवन में पवित्र सेंगोल की स्थापना, काशी तमिल और काशी सौराष्ट्र संगमम को देशभर में तमिल संस्कृति केप्रति उत्साह बढ़ाने का प्रयास बताया। प्रधानमंत्री ने बीते 10 वर्ष में सड़क मार्ग, रेल, बंदरगाहों, हवाई अड्डों, गरीबों केलिए घर और अस्पताल जैसे क्षेत्रों में किए गए भारी निवेश की जानकारी दी और भौतिक अवसंरचना पर सरकार के बल को रेखांकित किया। उन्होंने उल्लेख कियाकि भारत विश्व की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है, जहां यह विश्व केलिए आशा की किरण बन गया है। भारत में विश्वभर से आनेवाले भारी निवेश की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि इसका सीधा लाभ तमिलनाडु और उसके लोगों द्वारा उठाया जा रहा है, क्योंकि राज्य मेक इन इंडिया केलिए एक प्रमुख ब्रांड एंबेसडर बन गया है।
प्रधानमंत्री ने सरकार के दृष्टिकोण को दोहराया, जिसमें राज्य का विकास राष्ट्र के विकास में परिलक्षित होता है। उन्होंने बतायाकि केंद्र सरकार के 40 से अधिक मंत्रियों ने पिछले एकवर्ष में 400 से अधिक बार तमिलनाडु का दौरा किया है। उन्होंने कहाकि कनेक्टिविटी विकास का माध्यम है, जो व्यवसायों को बढ़ावा देता है और लोगों के जीवन कोभी सहज बनाता है। प्रधानमंत्री ने तिरुचिरापल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन का उल्लेख किया, जो क्षमता को तीन गुना बढ़ा देगा और पूर्वी एशिया, मध्य पूर्व और विश्व के अन्य भागों केलिए कनेक्टिविटी को मजबूत बनाएगा। उन्होंने कहाकि नए टर्मिनल भवन के उद्घाटन से निवेश, व्यवसाय, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन केलिए नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने एलिवेटेड रोड के माध्यम से हवाई अड्डे की राष्ट्रीय राजमार्गों से बढ़ती कनेक्टिविटी का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि त्रिची हवाई अड्डा अपनी अवसंरचना केसाथ विश्व को तमिल संस्कृति और विरासत से परिचित कराएगा। उन्होंने पांच नई रेल परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहाकि ये परियोजनाएं उद्योग और बिजली उत्पादन को प्रोत्साहित करेंगी, नई सड़क परियोजनाएं श्रीरंगम, चिदंबरम, रामेश्वरम और वेल्लोर जैसे आस्था और पर्यटन के महत्वपूर्ण केंद्रों को जोड़ेंगी। उन्होंने बीते 10 वर्ष में बंदरगाह आधारित विकास पर केंद्र सरकार के फोकस की चर्चा करते हुए परियोजनाओं को तटीय क्षेत्रों और मछुआरों के जीवन को बदलने वाला बताया। उन्होंने मत्स्य पालन केलिए एक अलग मंत्रालय और बजट, मछुआरों केलिए किसान क्रेडिट कार्ड, गहरे समुद्र में मछली पकड़ने केलिए नाव को आधुनिक बनाने के लिए सहायता तथा पीएम मत्स्य संपदा योजना की जानकारी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सागरमाला योजना के बारेमें बतायाकि देश के बंदरगाहों को बेहतर सड़कों से जोड़ा जा रहा है, बंदरगाहों की क्षमता और जहाजों के टर्न-अराउंड टाइम में काफी सुधार हुआ है, उन्होंने कामराजार बंदरगाह का उल्लेख किया, जिसकी क्षमता दोगुनी कर दी गई है। उन्होंने कामराजार बंदरगाह के जनरल कार्गो बर्थ -2 के उद्घाटन का भी उल्लेख किया, जो तमिलनाडु के आयात और निर्यात विशेष रूपसे ऑटोमोबाइल क्षेत्र को मजबूत बनाएगा। उन्होंने परमाणु रिएक्टर और गैस पाइपलाइनों काभी जिक्र किया, जो रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा देंगे। प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा तमिलनाडु पर रिकॉर्ड खर्च किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहाकि 2014 से पहले के दशक में राज्यों को 30 लाख करोड़ रुपये दिए गए थे, जबकि बीते 10 वर्ष में राज्यों को 120 लाख करोड़ रुपये दिए गए। तमिलनाडु कोभी 2014 से पहले के 10 वर्ष की तुलना में इस अवधि में 2.5 गुना अधिक धन मिला है। उन्होंने बतायाकि राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण केलिए राज्य में तीन गुना से अधिक और रेल क्षेत्र में 2.5 गुना अधिक धन खर्च किया गया। राज्य में लाखों परिवारों को मुफ्त राशन, चिकित्सा उपचार और पक्के घर, शौचालय और पाइप से पानी जैसी सुविधाएं मिल रही हैं। प्रधानमंत्री ने विकसित भारत के लक्ष्यों को पूरा करने केलिए 'सबका प्रयास' की आवश्यकता को रेखांकित किया। इस अवसर पर तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री एल मुरूगन भी उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]