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Friday 5 January 2024 04:56:32 PM
लखनऊ। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) भारत ने खेल और युवा कल्याण विभाग लखनऊ केलिए डोपिंग रोधी जागरुकता सत्र आयोजित किया। यह सत्र 4 जनवरी 2024 को गुरु गोबिंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ में आयोजित किया गया था। इसका उद्देश्य स्वच्छ खेल भावना की संस्कृति को बढ़ावा देना था और इसमें 30 एथलीट सपोर्ट पर्सनेल (एएसपी) सहित 200 से अधिक लोगों की उत्साहवर्धक भागीदारी देखी गई। डोपिंग रोधी जागरूकता सत्र खेलों में ईमानदारी बनाए रखने के महत्व पर एथलीटों, कोचों और खेल कर्मियों को शिक्षित और सशक्त बनाने के नाडा इंडिया के मिशन का हिस्सा है।
गौरतलब हैकि कुछ महीने पहले प्रवेश केबाद से ही भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा भारोत्तोलकों की निगरानी की जा रही थी। भारतीय खेल प्राधिकरण के लखनऊ परिसर से जुड़े तीन राष्ट्रीय स्तर के भारोत्तोलकों को डोपिंग के आरोप में निलंबित किया जा चुका है और सुविधा से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इन तीनों के रक्त के नमूने, जिनमें से एक महिला भारोत्तोलक थी का पिछले महीने राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा परीक्षण किया गया था और इसमें प्रतिबंधित पदार्थों का पता चला था। नाडा की एक रिपोर्ट केबाद सभी तीन भारोत्तोलकों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है और उनको लखनऊ परिसर से स्थायी रूपसे हटा दिया गया है। जानकारी के अनुसार उनपर परिसर में पहले से ही प्रतिबंधित पदार्थ लाने का संदेह था। एक खेल विज्ञान विशेषज्ञ सहित आंतरिक समिति ने भी पहले ही इन तीनों की संदिग्ध गतिविधियों के बारेमें बता दिया था और इसकी पुष्टि हुई थीकि वे अपने साप्ताहिक दौरे से क्या ले जाते हैं।
राष्ट्रीय पदक विजेता का मंगेतर कथित तौर पर यहां एक शॉपिंग मॉल में प्रतिबंधित पदार्थ बेचा करता था और उसकी पहचान परिसर में महिला को इसके प्रमुख आपूर्तिकर्ता के रूपमें की गई थी। उस लिफ्टर को उसकी संदिग्ध गतिविधियों केलिए तीन महीने पहले परिसर से हटा दिया था और गलतियों को न दोहराने का वादा करने के दो महीने बादही उसे फिर से शामिल होने की अनुमति दी थी, लेकिन उसपर नजर थी। राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र केतहत विभिन्न विषयों में सभी 169 एथलीटों के प्रत्येक पैकेट या सामान की नियमित आधार पर जांच की जाती है और एथलीटों केलिए डोपिंग विरोधी जागरुकता अभियान केतहत साप्ताहिक कक्षाएं आयोजित की जाती हैं।