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Wednesday 10 January 2024 06:08:14 PM
नई दिल्ली। भारतीय जन संचार संस्थान से 2021-22 और 2022-23 बैच के 700 से अधिक छात्रों ने स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त किया। आज भारतीय जन संचार संस्थान का 55वां दीक्षांत समारोह भारत मंडपम प्रगति मैदान नई दिल्ली में आयोजित किया गया, जिसमें देश के राष्ट्रपति रहे रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि थे। स्नातकोत्तर डिप्लोमाधारी आईआईएमसी दिल्ली, आईआईएमसी ढेंकनाल, आईआईएमसी आइजोल, आईआईएमसी अमरावती, आईआईएमसी कोट्टायम और आईआईएमसी जम्मू से हैं। इनको हिंदी पत्रकारिता, अंग्रेजी पत्रकारिता, उड़िया पत्रकारिता, मराठी पत्रकारिता, मलयालम पत्रकारिता, उर्दू पत्रकारिता, विज्ञापन और जनसंपर्क, रेडियो और टेलीविजन पत्रकारिता तथा डिजिटल मीडिया में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रदान किए गए। इसके अलावा दोनों बैच के 65 विद्यार्थियों को भी विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
रामनाथ कोविंद ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहाकि आईआईएमसी जैसे संस्थानों से स्नातक करने वाले भावी पत्रकारों को यह सुनिश्चित करना होगाकि हम फेक न्यूज़ और गलत सूचना के प्रसार के खिलाफ लड़ाई लड़ें। उन्होंने कहाकि आज कोईभी जानबूझकर गलत सूचना फैलाने केलिए डिजिटल साधनों का उपयोग कर सकता है। 'डीपफेक', फेक न्यूज़ तथा गलत सूचना दुनिया केलिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने पत्रकारिता और मीडिया के क्षेत्र में प्रवेश करने वाले छात्रों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह कियाकि इन चुनौतियों केबीच नागरिकों को सटीक जानकारी मिले और तेजीसे विकसित होरही प्रौद्योगिकियों के दुरुपयोग से निपटने केलिए पर्याप्त रूपसे तैयार रहा जाए। रामनाथ कोविंद ने स्नातक छात्रों से अधिक टीआरपी हासिल करने केलिए सनसनीखेज खबरों की प्रवृत्ति से दूर रहने का आग्रह किया। रामनाथ कोविंद ने पत्रकारिता में शॉर्टकट अपनाने केप्रति आगाह किया और सभी से पत्रकारिता के मूल्यों को बनाए रखने का आग्रह किया।
रामनाथ कोविंद ने कहाकि 2047 तक विकसित भारत बनाने की शक्ति युवाओं के हाथों में है, उन्हें इस शक्ति का उपयोग सूझबूझ से करना चाहिए। रामनाथ कोविंद ने जनसंचार में शिक्षा और प्रशिक्षण के उत्कृष्टता केंद्र के रूपमें आईआईएमसी की पहचान की चर्चा की। उन्होंने भारतीय पत्रकारिता में आईआईएमसी के पूर्व छात्रों के महत्वपूर्ण योगदान का संज्ञान लिया और पत्रकारिता में करियर बनाने के संबंध में छात्रों को तैयार करने केलिए संस्थान की प्रतिबद्धता की सराहना की। दीक्षांत समारोह में आईआईएमसी के अध्यक्ष आर जगन्नाथन, आईआईएमसी की महानिदेशक डॉ अनुपमा भटनागर और आईआईएमसी के अतिरिक्त महानिदेशक डॉ निमिष रुस्तगी, संस्थान के संकाय और स्टाफ उपस्थित था। आईआईएमसी की महानिदेशक डॉ अनुपमा भटनागर ने प्रत्येक छात्र को उनके समग्र विकास केलिए आवश्यक व्यापक विकास के अवसर प्रदान करने के बारेमें आईआईएमसी की प्रतिबद्धता व्यक्त की।