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युवाओं के हाथ में देश का भविष्य-प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने नासिक में 27वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया

'युवाओं की राजनीति में भागीदारी वंशवाद की राजनीति समाप्त कर देगी'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 12 January 2024 06:25:30 PM

pm inaugurates national youth festival in nashik

नासिक (महाराष्ट्र)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नासिक (महाराष्ट्र) में आज 27वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद और छत्रपति शिवाजी महाराज की माताजी राजमाता जीजाबाई के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने देशवासियों का आह्वान कियाकि श्रीराम मंदिर की प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर देश के सभी मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाएं। चूंकि आज युवा हृदय सम्राट स्वामी विवेकानंद की जयंती भी है, प्रधानमंत्री ने उनका जिक्र करते हुए कहाकि उन्होंने भारत की गुलामी के दौरान देश को नई ऊर्जा और उत्साह से भर दिया था, स्वामी विवेकानंद का हमेशा युवाओं पर खास फोकस रहा और आज भी दुनिया युवा भारत को एक नई कुशल शक्ति के रूपमें देख रही है, इसलिए युवाओं के पास इतिहास बनने और बनाने का मौका है, आज देश का मिजाज भी युवा है और देश का अंदाज भी युवा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि अमृतकाल भारत केलिए गर्व से भरा हुआ है, विकसित भारत के निर्माण में अमृतकाल के आगामी 25 वर्ष युवाओं केलिए कर्तव्य निभाने की अवधि है और जब युवा अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखेंगे तो समाज और देश भी आगे बढ़ेगा। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत लोकतंत्र में युवाओं की अधिक से अधिक भागीदारी पर प्रकाश डालते हुए कहाकि पहलीबार के मतदाता भारत के लोकतंत्र में नई ऊर्जा और ताकत ला सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निरंतर प्रयास नज़र आता हैकि युवाओं को देश की विकास यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया जाए, इसी क्रम में 27वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव नासिक में आयोजित किया गया था। राष्ट्रीय युवा महोत्सव हर वर्ष 12 से 16 जनवरी तक आयोजित किया जाता है और इस वर्ष के युवा महोत्सव की मेजबानी महाराष्ट्र कर रहा है। इस वर्ष के महोत्सव का विषय-विकसित भारत@2047-युवाओं केलिए, युवाओं के द्वारा है। प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र राज्य की टीम के मार्च पास्ट और विकसित भारत थीम पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम को भी देखा, जिसमें लयबद्ध जिमनास्टिक, मल्लखंब, योगासन और राष्ट्रीय युवा महोत्सव गीत आदि कार्यक्रम शामिल थे। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज का दिन भारत की युवा शक्ति का दिन है और उन स्वामी विवेकानंद के महान व्यक्तित्व को समर्पित है, जिन्होंने गुलामी के कालखंड में देश को नई ऊर्जा और उत्साह से भर दिया था। नरेंद्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर होने वाले राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवाओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने भारत की महिला शक्ति की प्रतीक राजमाता जीजाबाई की जयंती का उल्लेख किया और कहाकि यह केवल संयोग मात्र नहीं हैकि महाराष्ट्र की भूमि ने इतने महान व्यक्तियों को जन्म दिया है, बल्कि यह पुण्य और वीर भूमि का प्रभाव भी है। प्रधानमंत्री ने कहाकि इस भूमि ने छत्रपति शिवाजी को जन्म दिया और इसने देवी अहिल्याबाई होल्कर और रमाबाई अंबेडकर जैसी महान महिलाओं और लोकमान्य बालगंगाधर तिलक, वीर सावरकर, अनंत कान्हेरे, दादासाहेब पोतनिस, चापेकर बंधु और बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर जैसी महान हस्तियों को भी जन्म दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उल्लेख कियाकि भगवान श्रीराम ने नासिक की भूमि पंचवटी में बहुत समय बिताया था। उन्होंने श्रीराम मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि 22 जनवरी से पहले देश में स्वच्छता अभियान चलाने और सभी पूजा स्थलों की साफ-सफाई करने के अपने आह्वान को दोहराया। नरेंद्र मोदी ने युवा महोत्सव में नासिक में श्री कालाराम मंदिर में दर्शन और पूजा करने का उल्लेख किया। युवाशक्ति को सर्वोपरि रखने की परंपरा पर प्रधानमंत्री ने अरबिंदो और स्वामी विवेकानंद का संदर्भ देते हुए दुनिया की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में भारत के प्रवेश का श्रेय युवा शक्ति को दिया। उन्होंने देश की युवा शक्ति की अभिव्यक्ति के रूप में भारत के शीर्ष तीन स्टार्टअप इको-सिस्टम में शामिल होने, रिकॉर्ड संख्या में पेटेंट होने तथा एक प्रमुख विनिर्माण केंद्र बनने का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने इसपर भी जोर दियाकि अमृतकाल भारत के युवाओं केलिए एक विशिष्ट क्षण है। एम विश्वेश्वरैया, मेजर ध्यानचंद, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, बटुकेश्वर दत्त, महात्मा फुले, सावित्री बाई फुले जैसी हस्तियों के योगदान का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने युवाओं को अमृतकाल में जिम्मेदारियों से काम करने का स्मरण कराया। उन्होंने कहाकि मैं युवाओं को भारत के इतिहास की सबसे भाग्यशाली पीढ़ी मानता हूं और मैं यह जानता हूंकि भारत के युवा इस लक्ष्य को अर्जित कर सकते हैं, जिस गति से युवा माई-भारत पोर्टल से जुड़ रहे हैं, उसपर मुझे पूरा संतोष है, 75 दिन की कम अवधि में ही 1.10 करोड़ युवाओं ने इस पोर्टल पर पंजीकरण कराया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह देखते हुए कि सरकार ने युवाओं को अवसर उपलब्ध कराए हैं और उनके सामने सभी बाधाओं को दूर कर दिया है तथा सरकार सत्ता में अपने 10 साल पूरे कर रही है, शिक्षा, रोजगार, उद्यमिता, उभरते हुए क्षेत्र, स्टार्टअप, कौशल और खेल जैसे क्षेत्रों में एक आधुनिक और गतिशील ईको-सिस्टम के विकास का उल्लेख किया। उन्होंने नई शिक्षा नीति के कार्यांवयन, आधुनिक कौशल ईको-सिस्टम के विकास, कलाकारों और हस्तशिल्प क्षेत्र केलिए पीएम विश्वकर्मा योजना के कार्यांवयन, पीएम कौशल विकास योजना केसाथ करोड़ों युवाओं के कौशल विकास और देश में नए आईआईटी और एनआईटी की स्थापित करने की भी जानकारी दी। उन्होंने युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने का जिक्र करते हुए कहाकि दुनिया भारत को एक नई कौशल शक्ति के रूपमें देख रही है, जोकि दुनिया के सामने अपने कौशल का प्रदर्शन करना चाहते हैं। उन्होंने कहाकि सरकार ने फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, ऑस्ट्रिया आदि देशों के साथ जो मोबिलिटी समझौतें किए हैं, उनसे देश के युवाओं को काफी लाभ हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज युवाओं केलिए अवसरों का नया क्षितिज खुल रहा है। उन्होंने ड्रोन, एनीमेशन, गेमिंग, कमिंग, विजुअल इफेक्ट्स, परमाणु, अंतरिक्ष और मैपिंग क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में बनाए जा रहे सक्षम वातावरण का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि राजमार्गों, आधुनिक ट्रेनों, विश्वस्तरीय हवाई अड्डों, टीकाकरण प्रमाण-पत्रों जैसी डिजिटल सेवाओं और किफायती डेटाओं में हो रही वृद्धि देश के युवाओं केलिए नए रास्ते खोल रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज भारत प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी देश बन गया है। उन्होंने सफल चंद्रयान 3 और आदित्य एल 1 मिशनों के उदाहरण दिए। उन्होंने 'मेड इन इंडिया' आईएनएस विक्रांत, स्वतंत्रता दिवस के दौरान औपचारिक बंदूक सलामी केलिए इस्तेमाल की जाने वाली स्वदेश निर्मित तोप और तेजस लड़ाकू विमानों का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने छोटी दुकानों से लेकर बड़े से बड़े शॉपिंग मॉल में यूपीआई या डिजिटल भुगतान के व्यापक उपयोग का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने युवाओं से भारत को 'विकसित भारत' बनाने केलिए कहाकि यह समय उनके सपनों को नए पंख देने का है, अब हमें सिर्फ चुनौतियों पर ही पार नहीं पाना है, बल्कि हमें अपने लिए नई चुनौतियां तय करनी होंगी। प्रधानमंत्री ने यह बात 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के नए लक्ष्य, तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना, विनिर्माण का केंद्र बनना और जलवायु परिवर्तन को रोकने केलिए काम करना और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने जैसी जिम्मेदारियों को सूचीबद्ध करते हुए कही। प्रधानमंत्री ने युवाओं से अपने दादा-दादी से उनके समय में बाजरे की रोटी, कोदो-कुटकी, रागी-ज्वार की खपत के बारे में पूछताछ करने का आग्रह करते हुए कहाकि यह गुलामी की मानसिकता थी, जिसके कारण इस भोजन को गरीबी से जोड़ा गया और यह भोजन भारतीय रसोइयों तक पहुंचा। प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार ने बाजरा और मोटे अनाज को सुपरफूड के रूपमें एक नई पहचान दी है, जिससे इनकी भारतीय घरों में श्रीअन्न के रूपमें वापसी हुई है, अब आपको इन मोटे अनाजों का ब्रांड एंबेसडर बनना होगा, इस खाद्यान्न से स्वास्थ्य भी बेहतर होगा और देश के छोटे किसानों को भी लाभ होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से राजनीति के माध्यम से देश की सेवा करने को कहा। उन्होंने उस आशा का उल्लेख किया जिसे विश्व नेता आजकल भारत से रखते हैं, इस आशा के कई कारण हैं, भारत लोकतंत्र की जननी है, लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी जितनी अधिक होगी, देश का भविष्य उतना ही बेहतर होगा। उन्होंने सुझाव दियाकि युवाओं की राजनीति में भागीदारी वंशवाद की राजनीति को समाप्त कर देगी। उन्होंने युवाओं से मतदान के जरिये अपनी राय व्यक्त करने को भी कहा। प्रधानमंत्री ने युवाओं से स्थानीय उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने, केवल देश में निर्मित उत्पादों का उपयोग करने, किसीभी प्रकार की नशीली दवाओं से दूर रहने, माताओं, बहनों और बेटियों के नाम पर अपमानजनक शब्दों के उपयोग के खिलाफ आवाज उठाने और ऐसी बुराइयों को समाप्त करने का आग्रह किया। अपने संबोधन का समापन करते हुए प्रधानमंत्री ने यह विश्वास व्यक्त किया कि भारत के युवा पूरी निष्ठा और क्षमता के साथ हर जिम्मेदारी को निभाएंगे, वह अमर ज्योति बनकर इस अमर युग में दुनिया को रोशन करेंगे। प्रधानमंत्री ने नवी मुंबई में अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु का उद्घाटन किया। उन्होंने फोटो गैलरी और अटल सेतु के प्रदर्शित मॉडल का अवलोकन भी किया। अटल सेतु का निर्माण 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है और यह लगभग 21.8 किलोमीटर लंबा 6-लेन का पुल है, जिसकी लंबाई समुद्र के ऊपर लगभग 16.5 किलोमीटर और जमीन पर लगभग 5.5 किलोमीटर है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि अटल सेतु मुंबई के जनजीवन की सुगमता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। गौरतलब हैकि अटल सेतु भारत का सबसे लंबा और सबसे लंबा समुद्री पुल भी है। यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज़ कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा। इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा। इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, अजीत पवार, केंद्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और केंद्रीय खेल और युवा मामलों के राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक तथा गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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