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Friday 19 January 2024 05:58:21 PM
अयोध्या। देश और विदेश तक में माना जा रहा हैकि प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली एवं भारत की प्राचीन नगरी अयोध्या ने नरेंद्र मोदी सरकार में आधुनिकता और भव्यता के साथ नए युग में प्रवेश किया है। अयोध्या के केंद्र में जहां इतिहास सहज रूपसे आध्यात्मिकता केसाथ जुड़ा हुआ है, एक महान परिवर्तन चल रहा है, जो श्रीराम मंदिर के पवित्र आधार से कहीं आगे तक फैला हुआ है और जिस तरह भव्य श्रीराम मंदिर आकार ले रहा है, मोदी सरकार ने दूरदर्शी कदम उठाते हुए अयोध्या की देशभर से कनेक्टिविटी केलिए बड़ी योजनाएं बनाई हैं। इस क्रमिक विकास में सबसे आगे है अयोध्या का हालही में उद्घाटन किया गया और नए सिरे से तैयार रेलवे स्टेशन, जिसका नाम अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। करीब 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित यह कनेक्टिविटी को आधुनिक बनाने केलिए सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन अचंभित कर देने वाली तीन मंजिला लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड प्लाजा और पूजा की जरूरतों को पूरा करने वाली दुकानें, आधुनिक सुविधा केसाथ आध्यात्मिकता का मिश्रण हैं। उपयोगी और व्यावहारिक होने के अलावा यह क्लॉकरूम, चाइल्ड केयर रूम और वेटिंग हॉल जैसी सुविधाओं केसाथ समावेशिता को प्राथमिकता देता है, गर्व से 'सभी केलिए सुलभ' और 'आईजीबीसी प्रमाणित ग्रीन स्टेशन बिल्डिंग' का लेबल देता है। अयोध्या नगरी का कायाकल्प का महत्व तब पता चला जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं अपनी उपस्थिति से अयोध्या की शोभा बढ़ाई और एक अभूतपूर्व विकास अमृत भारत एक्सप्रेस, जो देश में सुपरफास्ट यात्री ट्रेनों की एक नई श्रेणी है को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल वंदे भारत एक्सप्रेस का भी उद्घाटन किया था। दिसम्बर 2023 में महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के शुभारंभ कें साथ अयोध्या का परिवर्तन रेलवे से भी आगे बढ़ गया है। करीब 1450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित चरण 1 में 6500 वर्गमीटर में फैले एक अत्याधुनिक टर्मिनल की शुरुआत की गई है, जो सालाना 10 लाख यात्रियों की सेवा के लिए तैयार है।
श्रीराम मंदिर को प्रतिबिंबित करता यह नवनिर्मित टर्मिनल है, इसके अग्रभाग पर मंदिर प्रेरित वास्तुकला है, जबकि इसके अंदरूनी हिस्से में स्थानीय कला और भित्ति चित्र शहर की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। दूसरे चरण में हवाई अड्डे का लक्ष्य सालाना 60 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करना है, बेहतर कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है, जो पर्यटन को प्रोत्साहित करने, व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और क्षेत्र में रोज़गार के अवसर पैदा करने केलिए तैयार है। अयोध्या का परिवर्तन केवल परिवहन बुनियादी ढांचे तक सीमित नहीं है और इसका विस्तार अयोध्या के समग्र विकास तक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया अयोध्या यात्रा में चार नई पुनर्विकसित, चौड़ी और सुंदर सड़कों-रामपथ, भक्तिपथ, धर्मपथ और श्रीराम जन्मभूमि पथ का उद्घाटन हुआ, जिससे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की पहुंच बढ़ गई। अयोध्या के बुनियादी ढांचे का पुनर्विकास और पर्यटन क्षेत्र में निवेश शहर के परिवर्तन केलिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदर्शित करता है। कनेक्टिविटी में सुधार, आगंतुक अनुभव को बढ़ाने और अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करके अयोध्या तीर्थयात्रा, पर्यटन और आर्थिक समृद्धि का एक संपन्न केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।