स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 7 February 2024 02:10:51 PM
रियाद/ नई दिल्ली। भारत के रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट रियाद में विश्व रक्षा शो-2024 में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। यह पांच दिवसीय शो 4 फरवरी को शुरू हुआ था, जो 8 फरवरी को समाप्त होगा। भारत शो में भाग लेने वाली कंपनियों केबीच अंतर्राष्ट्रीय सहयोग केलिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूपमें कार्य करते हुए रक्षा प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रगति का प्रदर्शन कर रहा है। भारतीय रक्षा राज्यमंत्री ने सऊदी अरब के नेतृत्व को इस शो की मेजबानी करने केलिए भारत की शुभकामनाएं दीं हैं। रक्षा राज्यमंत्री ने इस अवसर पर सऊदी अरब के रक्षामंत्री प्रिंस खालिद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद केसाथ बैठक की और उनसे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। अजय भट्ट ने सऊदी अरब के सहायक रक्षामंत्री डॉ खालिद अल बयारी से भी बातचीत की, जिसमें उन्होंने दोनों देशों केबीच लंबे और बहुआयामी रक्षा सहयोग को और ज्यादा सुदृढ़ करने के उपायों पर चर्चा की। यह चर्चा संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और विशेषज्ञता के आदान प्रदान का दायरा बढ़ाने सहित पारस्परिक सहयोग के मार्ग खोजने पर केंद्रित थी।
भारत के रक्षा राज्यमंत्री ने सऊदी अरब के जनरल अथॉरिटी फॉर मिलिट्री इंडस्ट्रीज के गवर्नर अहमद अब्दुल अज़ीज़ अल ओहाली के साथ भी बैठक की। उन्होंने विशिष्ट प्रौद्योगिकियों के अलावा रक्षा उत्पादन, अनुसंधान एवं विकास के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की दिशा में आगे बढ़ने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने डब्ल्यूडीएस 2024 के अवसर पर सऊदी अरब सैन्य उद्योग (सऊदी मिलिट्री इंडस्ट्री-एसएएमआई) के मंडप का भी दौरा किया। सभी चर्चाओं में दोनों पक्षों ने उभरते सुरक्षा परिदृश्य की गहरी समझ साझा की और क्षेत्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत साझेदारी के पारस्परिक लाभों को पहचानने के साथ-साथ विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया। अजय भट्ट ने विश्वास व्यक्त कियाकि भारत-सऊदी अरब साझेदारी अब निरंतर मजबूत होती रहेगी, जो क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
रक्षा राज्यमंत्री की डिफेंस शो में भाग लेने वाली भारतीय रक्षा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत हुई। उन्होंने उन्हें उनकी प्रभावशाली अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और अभिनव समाधानों केलिए बधाई दी। भारतीय रक्षा कंपनियों की भागीदारी न केवल पदचिन्ह में वृद्धि में योगदान देगी, बल्कि स्थायी साझेदारी बनाकर दोनों देशों में रक्षा उद्योग को और अधिक विकसित करेगी। विश्व रक्षा शो के अवसर पर एक अलग आयोजन में म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड और उसके स्थानीय साझेदार के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। उन्होंने सऊदी अरब में प्रमुख भारतीय और सऊदी व्यापारिक हस्तियों केसाथ एक बिजनेस नेटवर्किंग कार्यक्रम में भी भाग लिया। भारत का 'आत्मनिर्भर भारत' और सऊदी अरब का 'विज़न 2030' ऐसे राष्ट्रीय कार्यक्रम हैं जो दोनों पक्षों के लिए पारस्परिक रूपसे लाभकारी हो सकते हैं। दोनों ही पहलें तकनीकी प्रगति, स्वदेशी क्षमताओं और ज्ञान साझाकरण को प्राथमिकता देती हैं। इस यात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों में अंतर्निहित शक्ति की पुष्टि करने केसाथ ही सहयोग के नए रास्ते खोले हैं और सुरक्षित एवं समृद्ध भविष्य के लिए साझा प्रतिबद्धताओं को भी मजबूत किया है।