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Wednesday 14 February 2024 12:25:08 PM
अबू धाबी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त अरब अमीरात की आधिकारिक यात्रा पर अबू धाबी हवाई अड्डे पहुंचने पर संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने उनकी अगवानी करते हुए उन्हें गले लगाकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और उसके बाद समारोहपूर्वक उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। दोनों राजनेताओं ने आमने-सामने और प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत की। उन्होंने द्विपक्षीय साझेदारी की समीक्षा की और सहयोग के नए क्षेत्रों पर चर्चा की। उन्होंने व्यापार और निवेश, डिजिटल बुनियादी ढांचे, फिनटेक, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, संस्कृति और दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंधों जैसे सभी क्षेत्रों में व्यापक रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने का स्वागत किया, चर्चा में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दे भी शामिल रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान द्विपक्षीय निवेश संधि के साक्षी बने, जो दोनों देशों में निवेश को और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। भारत ने संयुक्त अरब अमीरात केसाथ व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते दोनों पर हस्ताक्षर किए हैं। इलेक्ट्रिकल इंटरकनेक्शन और व्यापार के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता किया, जो यह ऊर्जा सुरक्षा और ऊर्जा व्यापार सहित ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग के नए क्षेत्रों को खोलता है। भारत-पश्चिम एशिया आर्थिक गलियारे पर भारत और यूएई केबीच एक अंतर सरकारी ढांचागत समझौता हुआ, जो इस मामले पर पिछली समझ और सहयोग पर आधारित होगा और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने केलिए भारत और यूएई के सहयोग को बढ़ावा देगा। डिजिटल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में सहयोग पर समझौता डिजिटल बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश सहयोग सहित व्यापक सहयोग केलिए एक रूपरेखा तैयार करेगा, तकनीकी ज्ञान, कौशल और विशेषज्ञता को साझा करने की सुविधा भी प्रदान करेगा।
भारत और यूएई के राष्ट्रीय अभिलेखागार केबीच सहयोग प्रोटोकॉल पर करार हुआ है, जो प्रोटोकॉल अभिलेखीय सामग्री की बहाली और संरक्षण सहित इस क्षेत्र में व्यापक द्विपक्षीय सहयोग को आकार देगा। विरासत और संग्रहालयों के क्षेत्र में सहयोग केलिए समझौते से दोनों देशों केबीच व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा, जिसका उद्देश्य लोथल गुजरात में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर में सहयोग करना है। त्वरित भुगतान प्लेटफार्म यूपीआई (भारत) और एएएनआई (यूएई) को आपस में जोड़ने पर करार से दोनों देशों केबीच सीमापार लेनदेन की निर्बाध सुविधा मिलेगी। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अबू धाबी यात्रा के दौरान पिछले साल जुलाई में हस्ताक्षरित इंटरलिंकिंग भुगतान और मैसेजिंग सिस्टम पर समझौता ज्ञापन का परिणाम है। घरेलू डेबिट/ क्रेडिट कार्ड यानी रुपे (भारत) और जयवान (यूएई) को आपस में जोड़ने पर समझौता, जो वित्तीय क्षेत्र में सहयोग कायम करने में एक महत्वपूर्ण कदम है, इससे पूरे संयुक्त अरब अमीरात में रुपे की सार्वभौमिक स्वीकृति बढ़ेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई के घरेलू कार्ड जयवान की शुरूआत पर राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को बधाई दी, जो डिजिटल रुपे क्रेडिट और डेबिट कार्ड धनराशि पर आधारित है। दोनों राजनेताओं ने जयवान कार्ड का उपयोग करके किएगए लेनदेन को भी देखा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने ऊर्जा साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा की। उन्होंने सराहना कीकि संयुक्त अरब अमीरात कच्चे तेल और एलपीजी के सबसे बड़े स्रोतों मेंसे एक होने के अलावा भारत अब एलएनजी केलिए दीर्घकालिक अनुबंध में प्रवेश कर रहा है। इस दौरान राइट्स लिमिटेड की अबू धाबी पोर्ट्स कंपनी और गुजरात मैरीटाइम बोर्ड ने समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे बंदरगाह के बुनियादी ढांचे के निर्माण और दोनों देशों केबीच सम्पर्क बढ़ाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को उनके व्यक्तिगत सहयोग और अबू धाबी में बीएपीएस मंदिर के निर्माण केलिए भूमि देने में उनकी दयालुता केलिए उनको धन्यवाद दिया। दोनों राजनेताओं ने कहाकि बीएपीएस मंदिर यूएई-भारत मित्रता और गहरे सांस्कृतिक संबंधों का उत्सव है और सद्भाव, सहिष्णुता, शांतिपूर्ण सहअस्तित्व केलिए संयुक्त अरब अमीरात की वैश्विक प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है।