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'यूपी में व्यापार विकास और विश्वास का माहौल'

ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह में बोले प्रधानमंत्री

विकसित भारत विकसित उत्तर प्रदेश केलिए एकजुट हुए निवेशक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 19 February 2024 06:10:29 PM

prime minister at the groundbreaking ceremony of the global investors summit

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लखनऊ में विकसित भारत विकसित उत्तर प्रदेश कार्यक्रम में कहा हैकि मैं उत्तर प्रदेश का सांसद हूं और मेरे उत्तर प्रदेश में जब कुछ होता है तो मुझे सबसे ज्यादा आनंद होता है, आज हज़ारों प्रोजेक्ट्स पर काम शुरु हो रहा है, ये जो फैक्ट्रियां लग रही हैं, ये जो उद्योग लग रहे हैं, ये यूपी की तस्वीर बदलने वाले हैं, मैं सभी निवेशकों और यूपी के युवाओं को विशेष रूपसे बधाई देता हूं। उन्होंने फरवरी-2023 में आयोजित यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 के चौथे ग्राउंडब्रेकिंग समारोह में पूरे उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की 14000 परियोजनाएं शुरू कीं, ये विनिर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, आईटी और आईटीईएस, खाद्य प्रसंस्करण, आवास, रियल एस्टेट, आतिथ्य, मनोरंजन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों से संबंधित हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज का आयोजन विकसित उत्तर प्रदेश के विकास के माध्यम से विकसित भारत के संकल्प की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री ने ग्राउंडब्रेकिंग समारोह में वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के 400 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों के लाखों लोगों का स्वागत किया और प्रसन्नता व्यक्त कीकि नागरिक अब प्रौद्योगिकी की मदद से कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं, जोकि 7-8 साल पहले अकल्पनीय था। इससे पहले उत्तर प्रदेश में उच्च अपराध दर की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने निवेश और रोज़गार अवसरों के संबंध में राज्य में सकारात्मकता के माहौल की सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में डबल इंजन सरकार के सात साल का जिक्र करते हुए कहाकि इस अवधि में 'रेड टेप कल्चर' की जगह 'रेड कार्पेट कल्चर' ने ले ली है। उन्होंने कहाकि बीते 7 साल में यूपी में अपराध कम हुए और बिजनेस कल्चर पनपा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि इन वर्षों में उत्तर प्रदेश में व्यापार, विकास और विश्वास का माहौल विकसित हुआ है।' उन्होंने कहाकि अगर सच्ची इच्छा हो तो डबल इंजन सरकार ने बदलाव की अनिवार्यता को साबित कर दिया है, इस अवधि के दौरान राज्य से निर्यात दोगुना होने का उल्लेख किया। उन्होंने बिजली उत्पादन और पारेषण में राज्य की प्रगति की सराहना की और कहाकि यूपी देश में सबसे अधिक एक्सप्रेसवे और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला राज्य बन गया है, यह वह राज्य है, जहां देश की पहली रैपिड रेल चल रही है। प्रधानमंत्री ने राज्य में पूर्वी और पश्चिमी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के एक बड़े हिस्से की उपस्थिति की ओर इशारा करते हुए राज्य में कनेक्टिविटी और यात्रा में आसानी की प्रशंसा की। उन्होंने रेखांकित कियाकि आजकी विकास परियोजनाओं का मूल्यांकन केवल निवेश के संदर्भ में नहीं किया जा रहा है, बल्कि वे बेहतर भविष्य केलिए एक समग्र दृष्टिकोण और निवेशकों केलिए आशा की किरण प्रस्तुत करते हैं। संयुक्त अरब अमीरात और कतर की अपनी हालिया यात्रा को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने दुनियाभर में भारत के प्रति अभूतपूर्व सकारात्मकता का उल्लेख किया और कहाकि हर देश भारत की विकास कहानी में आश्वासन और विश्वास महसूस करता है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि भलेही आज देशभर में 'मोदी की गारंटी' की व्यापक चर्चा हो रही है, लेकिन दुनिया भारत को बेहतर रिटर्न की गारंटी के रूपमें देख रही है। निवेशकों के विश्वास को दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत ने उस प्रवृत्ति को तोड़ दिया है, जब चुनाव दरवाजे पर दस्तक दे रहे होते हैं और सरकारें निवेश से दूर हो जाती हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि दुनियाभर के निवेशक उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों और स्थिरता पर भरोसा कर रही है। उन्होंने विकसित भारत केलिए नई सोच और दिशा की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहाकि डबल इंजन सरकार हर परिवार के जीवन को आसान बनाने में लगी हुई है, क्योंकि जीवनयापन में आसानी से व्यापार करने में आसानी होती है। उन्होंने उल्लेख कियाकि पीएम आवास के तहत 4 करोड़ पक्के मकान बनाए गए, शहरी मध्यमवर्गीय परिवारों को भी अपने घर के सपने को साकार करने केलिए 7 हजार करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की गई, यूपी के 1.5 लाख परिवारों सहित 25 लाख लाभार्थी परिवारों को ब्याज में छूट मिली, 2014 में छूट की सीमा को 2 लाख से बढ़ाकर अब 7 लाख करने जैसे आयकर सुधारों से मध्यम वर्ग को मदद मिली है। प्रधानमंत्री ने कहाकि डबल इंजन सरकार प्रत्येक लाभार्थी केलिए हर लाभ उपलब्ध कराने का प्रयास करती है। उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा का जिक्र किया, जिसने लाभार्थियों के दरवाजे तक लाभ पहुंचाकर उत्तर प्रदेश के लाखों लोगों को लाभांवित किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि मोदी की गारंटी गाड़ी लगभग सभी गांवों और शहरों तक पहुंच गई है और सरकारी योजनाओं की संतृप्ति सामाजिक न्याय का सबसे सच्चा रूप है। नरेंद्र मोदी ने पिछली सरकार के दौरान भ्रष्ट आचरण और असमानता की व्यापकता की ओर इशारा करते हुए कहाकि यह सच्ची धर्मनिरपेक्षता है, जिसके कारण लाभार्थियों केलिए कठिन प्रक्रियाएं हुईं। उन्होंने कहाकि मोदी की गारंटी हैकि सरकार तबतक आराम नहीं करेगी, जबतक कि प्रत्येक लाभार्थी को वह नहीं मिल जाता जिसके वे हकदार हैं, चाहे वह पक्के घर हों, बिजली की आपूर्ति हो, गैस कनेक्शन हो या नल का पानी हो। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह जयप्रकाश नारायण और राममनोहर लोहिया के सपनों का सामाजिक न्याय है। लखपति दीदी योजना के बारेमें प्रधानमंत्री ने कहाकि डबल इंजन सरकार की नीतियों, निर्णयों से सामाजिक न्याय और अर्थव्यवस्था दोनों को लाभ होता है। उन्होंने बतायाकि 10 करोड़ से अधिक महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और 1 करोड़ महिलाएं अबतक लखपति दीदी बन चुकी हैं। उन्होंने 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने के सरकार के संकल्प पर भी प्रकाश डाला, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लघु, सूक्ष्म और कुटीर उद्योगों की ताकत को छुआ और रक्षा गलियारे जैसी परियोजनाओं के लाभों केसाथ-साथ राज्य के एमएसएमई क्षेत्र को प्रदान किए गए विस्तार और समर्थन का उल्लेख किया।
नरेंद्र मोदी ने बतायाकि एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत हर जिले के स्थानीय उत्पादों को मजबूत किया जा रहा है, इसी तरह 13000 करोड़ रुपये की पीएम विश्वकर्मा योजना यूपी के लाखों विश्वकर्मा परिवारों को आधुनिक कार्यप्रणाली से जोड़ेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार की तेज़ गति वाली कार्यप्रणाली ने भारत के खिलौना विनिर्माण क्षेत्र को छुआ है। उन्होंने सांसद के रूपमें वाराणसी में निर्मित लकड़ी के खिलौनों को बढ़ावा देने की भी जानकारी दी। उन्होंने भारत में खिलौनों के आयात पर अफसोस जताया, भलेही लोग पीढ़ियों से खिलौने बनाने में कुशल रहे हैं और देश की एक समृद्ध परंपरा रही है। उन्होंने बतायाकि भारतीय खिलौनों के बाजार पर विदेशी देशों में निर्मित खिलौनों का कब्जा हो गया है, क्योंकि भारतीय खिलौनों को बढ़ावा नहीं दिया गया, कारीगरों को आधुनिक दुनिया के अनुरूप ढलने में मदद नहीं दी गई, इसे बदलने के अपने दृढ़ संकल्प को रेखांकित करते हुए देशभर के खिलौना निर्माताओं से इस उद्देश्य का समर्थन करने की अपील को याद किया, जिसके कारण खिलौनों के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। प्रधानमंत्री ने कहाकि यूपी में भारत का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र बनने की क्षमता है, देश का हर व्यक्ति आज वाराणसी और अयोध्या की यात्रा करना चाहता है, इससे यूपी में छोटे उद्यमियों, एयरलाइन कंपनियों और होटल-रेस्तरां मालिकों केलिए अभूतपूर्व अवसर पैदा हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने यूपी की बेहतर स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी पर भी चर्चा की और वाराणसी के माध्यम से हाल ही में शुरू की गई दुनिया की सबसे लंबी क्रूज सेवा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि 2025 में कुंभ मेले का भी आयोजन होने जा रहा है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था केलिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहाकि आनेवाले समय में यहां पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होने वाली हैं। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और हरित ऊर्जा पर भारत के फोकस पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने भारत को ऐसी प्रौद्योगिकी और विनिर्माण में एक वैश्विक केंद्र बनाने पर सरकार के फोकस के बारे में बताया। उन्होंने कहाकि हमारा प्रयास हैकि देश का हर घर और हर परिवार सौर ऊर्जा जनरेटर बन जाए, पीएम सूर्यघर या मुफ्त बिजली योजना में 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी और नागरिक भी सक्षम होंगे, अतिरिक्त बिजली सरकार को बेचने केलिए। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि फिलहाल 1 करोड़ परिवारों केलिए उपलब्ध इस योजना के तहत हर परिवार के बैंक खाते में सीधे 30000 रुपये से लेकर लगभग 80000 रुपये तक जमा किए जाएंगे, हर महीने 100 यूनिट बिजली पैदा करने वालों को 30000 रुपये की सहायता मिलेगी, जबकि 300 यूनिट या उससे अधिक बिजली पैदा करने वालों को लगभग 80000 रुपये मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने ईवी क्षेत्र केप्रति सरकार के प्रयासों और विनिर्माण भागीदारों केलिए पीएलआई योजना केसाथ इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर कर छूट का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हम तेज गति से इलेक्ट्रिक बसें चला रहे हैं, सोलर हो या ईवी उत्तर प्रदेश में दोनों सेक्टर में काफी संभावनाएं हैं। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने के हालिया फैसले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहाकि उत्तर प्रदेश की धरती के पुत्र चौधरी साहब का सम्मान देश के करोड़ों मेहनतकश किसानों का सम्मान है। उन्होंने राजकीय सम्मान प्रदान करने के संबंध में पहले की भेदभावपूर्ण प्रथाओं के बारेमें भी बात की। उन्होंने छोटे किसानों केलिए चौधरी चरण सिंह के योगदान की सराहना की और कहाकि चौधरी साहब की प्रेरणा से हम देश के किसानों को सशक्त बना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कृषि में नए रास्ते तलाशने में किसानों का समर्थन करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहाकि हम अपने देश की कृषि को एक नए रास्ते पर ले जाने केलिए किसानों को सहायता और प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में गंगा के किनारे बड़े पैमाने पर प्राकृतिक खेती के उद्भव का हवाला देते हुए प्राकृतिक खेती और मोटे अनाज पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया, जिससे न केवल किसानों को लाभ होता है, बल्कि हमारी पवित्र नदियों की शुद्धता को बनाए रखने में भी मदद मिलती है। खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने उनसे अपने प्रयासों में शून्य प्रभाव, शून्य दोष के मंत्र को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
नरेंद्र मोदी ने सिद्धार्थनगर के काला नमक चावल और चंदौली के काले चावल जैसे उत्पादों की सफलता की कहानियों पर प्रकाश डालते हुए दुनियाभर में खाने की मेज पर भारतीय खाद्य उत्पादों को रखने के एक सामान्य लक्ष्य की दिशा में काम करने के महत्व पर जोर दिया, जो अब महत्वपूर्ण मात्रा में निर्यात किए जा रहे हैं। सुपरफूड के रूपमें बाजरा के बढ़ते चलन पर प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में निवेश की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहाकि यह बाजरा जैसे सुपरफूड में निवेश का सही समय है। उन्होंने उद्यमियों को किसानों केसाथ साझेदारी बनाने केलिए प्रोत्साहित किया। नरेंद्र मोदी ने निवेशकों से कहाकि किसानों और कृषि को मिलने वाला लाभ उनके व्यवसाय केलिए भी अच्छा है। ग्रामीण और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाते हुए प्रधानमंत्री ने हितधारकों से इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लोगों की क्षमताओं, राज्य और देश की प्रगति की नींव रखने में डबल इंजन सरकार के प्रयासों पर विश्वास व्यक्त किया। ग्राउंडब्रेकिंग समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश सरकार के कई और मंत्री भी उपस्थित थे। समारोह में लगभग 5000 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें उद्योगपति, शीर्ष वैश्विक और भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधि, राजदूत, उच्चायुक्त और प्रतिष्ठित अतिथि शामिल थे।

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