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Wednesday 21 February 2024 05:55:47 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रायसीना डायलॉग में शामिल होने आए ग्रीस के प्रधानमंत्री मित्सो ताकिस और उनके डेलिगेशन का भारत में बड़ी ही गर्मजोशी स्वागत किया है। नरेंद्र मोदी ने ग्रीस के प्रधानमंत्री केसाथ एक प्रेस वक्तव्य में कहा हैकि पिछले वर्ष उनकी ग्रीस यात्रा केबाद प्रधानमंत्री मित्सो ताकिस की यह भारत यात्रा दोनों देशों केबीच मजबूत होती स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप का संकेत है और सोलह वर्ष के इतने बड़े अंतराल केबाद ग्रीस के प्रधानमंत्री का भारत आना अपने आपमें एक ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री मित्सो ताकिस से हमारी आजकी चर्चाएं बहुतही सार्थक एवं उपयोगी रहीं और प्रसन्नता का विषय हैकि हम 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने के लक्ष्य की ओर तेज़ी से अग्रसर हैं। उन्होंने कहाकि हमने अपने सहयोग को नई ऊर्जा और दिशा देने केलिए कई नए अवसरों की पहचान की है, कृषि क्षेत्र में दोनों देशों केबीच सहयोग की अनेक संभावनाएं हैं और ख़ुशी हैकि पिछले वर्ष इस क्षेत्र में किए गए समझौते के कार्यांवयन केलिए दोनों पक्ष प्रयासरत भी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रेस वक्तव्य में कहाकि हमने फार्मा, चिकित्सा उपकरण, प्रौद्योगिकी, नवाचार, कौशल विकास और अंतरिक्ष जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया है, हमने दोनों देशों के स्टार्टअप्स को भी आपस में जोड़ने पर चर्चा की है। उन्होंने कहाकि शिपिंग और कनेक्टिविटी दोनों देशों केलिए उच्च प्राथमिकता के विषय हैं, हमने इन क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर गहन विचार-विमर्श किया है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि रक्षा और सुरक्षा में बढ़ता सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास को दर्शाता है, इस क्षेत्र में कार्यसमूह के गठन से हम रक्षा, साइबर सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी, समुद्री सुरक्षा जैसी साझा चुनौतियों पर आपसी समन्वय बढ़ा सकेंगे। उन्होंने बतायाकि भारत में रक्षा विनिर्माण में सह उत्पादन और सह विकास के नए अवसर बन रहे हैं, जो दोनों देशों केलिए लाभदायक हो सकते हैं। उन्होंने कहाकि हमने दोनों देशों के रक्षा उद्योगों को आपस में जोड़ने पर सहमति जताई है एवं आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत-ग्रीस की चिंताएं और प्राथमिकताएं समान हैं, हमने इस क्षेत्र में भी अपने सहयोग को और अधिक मज़बूत करने पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि दो प्राचीन और महान सभ्यताओं के रूपमें भारत और ग्रीस केबीच गहरे सांस्कृतिक और लोगों के लोगों से संबंधों का इतिहास है, लगभग ढाई हज़ार वर्ष से दोनों देशों के लोग व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों केसाथ विचारों का भी आदान-प्रदान करते रहे हैं। उन्होंने कहाकि आज हमने इन संबंधों को आधुनिक स्वरूप देने केलिए कई नई पहलों की पहचान की हैं, हमने दोनों देशों केबीच प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी समझौते को जल्द से जल्द संपन्न करने पर चर्चा की है, जिससे हमारे लोगों के लोगों से संबंध और ज्यादा सुदृढ़ होंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमने दोनों देशों के उच्च शिक्षा संस्थानों केबीच सहयोग को बढ़ावा देने पर बल दिया, अगले वर्ष भारत और ग्रीस के डिप्लोमेटिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाने केलिए हमने एक कार्य योजना बनाने का भी निर्णय लिया है, इससे हम दोनों देशों की साझा धरोहर, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, नवाचार, खेल और अन्य क्षेत्रों में उपलब्धियों को वैश्विक मंच पर दर्शा सकेंगे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज की बैठक में हमने कई क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर गहन बातचीत की है और हम सहमत हैंकि सभी विवादों एवं तनावों का समाधान संवाद और कूटनीति के माध्यम से किया जाना चाहिए।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि हम हिंद प्रशांत क्षेत्र में ग्रीस की सक्रीय भागीदारी और सकारात्मक भूमिका का स्वागत करते हैं और यह ख़ुशी का विषय हैकि ग्रीस ने इंडो-पैसिफिक महासागर पहल से जुड़ने का निर्णय लिया है, पूर्वी आभ्यंतरिक क्षेत्र में भी सहयोग केलिए सहमति बनी है। उन्होंने कहाकि भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान लॉंच किया गया आई-मैक कॉरिडोर लम्बे समय तक मानवता के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा, इस पहल में ग्रीस भी एक अहम भागीदार बन सकता है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हम यूएन तथा अन्य वैश्विक संस्थानों के सुधार केलिए सहमत हैं, ताकि इन्हें समकालीन बनाया जा सके एवं भारत और ग्रीस वैश्विक शांति और स्थिरता में योगदान देने केलिए अपने प्रयास जारी रखेंगे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज रायसीना डायलॉग में चीफगेस्ट के तौरपर ग्रीस के प्रधानमंत्री का संबोधन सुनने केलिए हम सभी उत्सुक हैं। उन्होंने उनकी भारत यात्रा और उनके साथ उपयोगी चर्चा केलिए उनका धन्यवाद किया।