स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 19 April 2024 11:50:57 AM
नई दिल्ली। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में 18वीं लोकसभा और चार राज्य विधानसभा चुनाव-2024 के पहले चरण केलिए आज सवेरे से मतदान का शुभारंभ हो चुका है। भारत निर्वाचन आयोग ने लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहार में मतदाताओं की बढ़चढ़कर भागीदारी और उनके स्वागत केलिए घर से लेकर मतदान केंद्र तक हर प्रकार की तैयारियां की हुई हैं। इस अवसर पर निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, सुलभ, सहभागी और प्रलोभन मुक्त मतदान कराने केलिए अपनी अडिग प्रतिबद्धता को भी दोहराया है। बीते दो वर्ष में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में आयोग एवं इसकी टीमों ने मतदाताओं को सर्वोत्तम संभव अनुभव प्रदान करने केलिए आवश्यक और सावधानीपूर्वक क्रियाकलापों को पूरा किया है। लगभग 97 करोड़ मतदाता वोट देने केलिए उत्सुक हैं। निर्वाचन आयोग ने पूरी ईमानदारी से मतदाताओं से अपने घरों से बाहर निकलने, मतदान केंद्र पर जाने एवं जिम्मेदारी और गर्व से मतदान करने की अपील की है। राष्ट्रीय स्तरपर प्रसारित एक संदेश में सीईसी राजीव कुमार ने सभी मतदाताओं से बिना चूके मतदान करने की अपील की है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू सहित आयोग ने पहले चरण को सुचारू रूपसे संचालित करने केलिए मतदान संबंधी विभिन्न तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। पहला चरण 21 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के 102 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों और अरुणाचल एवं सिक्किम विधानसभा के 92 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहा है, इसमें सभी चरणों के मुकाबले संसदीय क्षेत्रों की संख्या सबसे अधिक है। मतदान सुबह 7 बजे शुरू होकर शाम 6 बजे समाप्त होगा (मतदान बंद होने का समय संसदीय क्षेत्र के अनुसार भिन्न हो सकता है)। चुनाव आयोग ने चुनाव के शांतिपूर्ण और सुचारू संचालन केलिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं, मतदान केंद्रों पर पर्याप्त रूपसे केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है, माइक्रो ऑब्जर्वर की तैनाती केसाथ 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की गई है। पानी, शेड, शौचालय, रैंप, स्वयंसेवक, व्हीलचेयर और बिजली जैसी सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं मौजूद हैं, ताकि बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों सहित प्रत्येक मतदाता आसानी से अपना वोट डाल सकें। स्थानीय थीम केसाथ 102 संसदीय क्षेत्रों में मॉडल मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। पंजीकृत मतदाताओं को मतदाता सूचना पर्चियां वितरित कर दी गई हैं, ये पर्चियां एक सुविधा संबंधी उपाय के रूपमें और आयोग की ओर से मतदान करने केलिए आने के निमंत्रण के रूपमें भी काम करती हैं। मतदाता लिंक https://electoralsearch.eci.gov.in/ के जरिए अपने मतदान केंद्र का विवरण और मतदान की तारीख देख सकते हैं।
चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों पर पहचान के सत्यापन केलिए मतदाता पहचानपत्र के अलावा 12 वैकल्पिक दस्तावेजों को भी मान्यता दी है। यदि कोई मतदाता मतदाता सूची में पंजीकृत है तो इनमें से कोईभी दस्तावेज दिखाकर मतदान कर सकता है। चुनाव आयोग ने मतदाताओं को सावधान करते हुए कहा हैकि उनको गलत सूचनाओं और फर्जी ख़बरों खासकर सोशल मीडिया पर झूंठी खबरों से बचना चाहिए, जो उन्हें प्रभावित कर सकती हैं या उन्हें इन चुनावों में भाग लेने से रोक सकती हैं। सभी प्रकार के पूछताछ, स्पष्टीकरणों और गलतफहमियों को https://mythvsreality.eci.gov.in/ पर उपलब्ध आयोग के मिथक बनाम वास्तविकता रजिस्टर में स्पष्ट और संबोधित किया गया है और मतदाताओं से अनुरोध हैकि वे इन प्रमाणित और विश्वसनीय संसाधनों को आगे बढ़ाने से पहले सत्यापित करें। ईसीआई केवाईसी ऐप और उम्मीदवार शपथपत्र पोर्टल https://affidavit.eci.gov.in/ मतदाताओं की जानकारी केलिए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की संपत्ति, देनदारियां, शैक्षिक पृष्ठभूमि और आपराधिक पृष्ठभूमि यदि कोई हो सहित सभी विवरण प्रदान करता है। चुनाव आयोग ने इन 21 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों में लगभग 47,000 अधिकारपत्र जारी करके मतदान केंद्रों पर मतदान की कवरेज केलिए मीडियाकर्मियों को सुविधा प्रदान की है। अंतर्राष्ट्रीय मीडिया को विशेष सुविधा दी गई है। मीडिया और सभी हितधारक मतदान के दिन ईसीआई वोटर टर्नआउट ऐप के जरिए मतदाताओं द्वारा मतदान की जांच कर सकते हैं, जिसे नियमित रूपसे अपडेट किया जाएगा। चुनाव आयोग ने एक वेबसाइट https://elections24.eci.gov.in/ भी लॉंच की है।
गौरतलब हैकि दुनिया के किसी देश की तुलना में भारत में चुनाव सबसे बड़े स्तरपर संपन्न कराए जाते हैं। बीते दो वर्ष में चुनाव आयोग ने निर्वाचन संबंधी तैयारियों की समीक्षा केलिए राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों का दौरा किया है, राजनीतिक दलों, प्रवर्तन एजेंसियों, जिला अधिकारियों, एसएसपी/ एसपी, मंडलायुक्तों, रेंज आईजी, सीएस/ डीजीपी और राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत भी की। किसीभी कमियों का पता लगाने और उन्हें दूर करने के तरीकों केलिए मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और उनकी टीमों केसाथ कई सम्मेलन और समीक्षा बैठकें हुई हैं। वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने कानून व्यवस्था की स्थिति, चिंता के विशिष्ट क्षेत्रों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की आवश्यकता की मात्रा सहित निर्वाचन मशीनरी की समग्र तैयारियों की समीक्षा केलिए विभिन्न राज्यों का दौरा किया। निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 और मौजूदा राज्य विधानसभाओं के स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और प्रलोभन मुक्त निर्वाचन प्रक्रिया केलिए कानून व्यवस्था स्थिति की समीक्षा और आकलन, अवैध गतिविधियों की रोकथाम, जब्ती, अंतर्राज्य एवं अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर कड़ी निगरानी केलिए राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों में महत्वपूर्ण बैठकें भी कीं। आयोग ने चुनाव 2024 में मतदाताओं का मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से पिछले चुनाव में कम मतदान भागीदारी के इतिहास वाले संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने केसाथ ज्यादा से ज्यादा मतदान भागीदारी पर सम्मेलन भी आयोजित किए हैं। निर्वाचन संबंधी संपूर्ण मशीनरी को निर्वाचन प्रबंधन के सभी पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया है। सभी निर्देश/ मैनुअल/ हैंडबुक व्यापक रूपसे अद्यतन किए गए हैं, जो ईसीआई वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।