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Saturday 4 May 2024 12:25:52 PM
नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने अपना सारा ध्यान मतदान प्रतिशत को बढ़ाने पर केंद्रित करते हुए आम चुनाव-2024 में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने केलिए अपना अबतक का सबसे बड़ा मतदाता जागरुकता और पहुंच अभियान शुरू किया है। निर्वाचन आयोग का कहना हैकि आम चुनाव-2024 के पहले दो चरणों में मतदान प्रतिशत में मामूली गिरावट मतदाताओं की भागीदारी के भारतीय इतिहास की दृष्टि से बेहतर है, लेकिन 2019 में स्थापित उच्च मानक से कहीं न कहीं कम ही है। चुनाव आयोग दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया में कुछ महानगरीय शहरों में मतदान प्रतिशत के स्तर से निराश है, जोकि भारत के उच्च तकनीक वाले शहरों में अत्यधिक उदासीनता का सूचक है, उत्तरी क्षेत्र के शहरों ने कोई बेहतर प्रदर्शन नहीं किया है। निर्वाचन आयोग ने पिछले महीने दिल्ली में कई महानगरों के आयुक्तों को इकट्ठा किया था, ताकि शहरी उदासीनता के विरुद्ध रणनीति को लेकर इस दिशा में प्रभावी तौरपर काम किया जा सके। गौरतलब हैकि लोकसभा चुनाव-2024 में इस लक्षित मतदाता जागरुकता और पहुंच पहल के हिस्से के रूपमें विभिन्न सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संगठनों ने जनता की भलाई के आधार पर चुनाव आयोग केसाथ सहयोग किया है। भुगतान किए गए विज्ञापन, समर्थन और मशहूर हस्तियों केसाथ साझेदारी के विवेकपूर्ण मिश्रण ने इस पहल केलिए प्रेरित किया है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के युवाओं से मतदान करने और चुनाव दूत बनने के आह्वान से प्रेरणा लेते हुए ईसीआई के सोशल मीडिया सेल ने सोशल मीडिया अभियान आय ऐम इलेक्शन एम्बेसडर भी शुरू किया है। शैक्षणिक सामग्री निर्माताओं, प्रभावशाली लोगों और मशहूर हस्तियों सहित सोशल मीडिया पर कोईभी व्यक्ति इस उद्देश्य को बढ़ावा देने केलिए रचनात्मक रीलों और मीम्स को साझा कर सकता है। लोकप्रिय प्रभावशाली व्यक्ति और व्यक्तिगत सामग्री निर्माता पहले ही अपने सृजनात्मकता केसाथ इसमें शामिल हो चुके हैं। उपयोगकर्ता अपनी सृजनात्मकता और विषयवस्तु को #MainBhiElectionAmbassador हैशटैग केसाथ साझा कर सकते हैं। अच्छी प्रविष्टियां ईसीआई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित होंगी। निर्वाचन आयोग अगले पांच चरणों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने केलिए सभी संभव क्रियाकलाप करने केलिए प्रतिबद्ध है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के नेतृत्व में आयोग मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन सदन के वरिष्ठ अधिकारियों केसाथ इस उद्देश्य केलिए अतिरिक्त पहलों का नेतृत्व कर रहा है। सीईसी राजीव कुमार के नेतृत्व में व्यक्तिगत रूपसे चलाए गए स्वीप अभियानों की एक उल्लेखनीय विशेषता प्रमुख विभागों, कंपनियों, मशहूर हस्तियों और संगठनों का नि:शुल्क सहयोग है। बीते एक वर्ष के दौरान आयोग ने अपने प्रमुख कार्यक्रम सिस्टमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन को सशक्त रूपसे संचालित किया है, जिसमें इसके तीनों हिस्सों सूचना, प्रेरणा और सुविधा को लोकसभा चुनाव से पहले औरभी अधिक मजबूती से आगे बढ़ाया गया है।
चुनाव आयोग ने राज्यों और जिलों ने कम मतदान प्रतिशत वाले निर्वाचन क्षेत्रों को लक्षित करते हुए मतदान प्रतिशत बढ़ाने की योजना के तहत नागरिकों की भागीदारी को बढ़ाने केलिए कई स्थानीय विशिष्ट क्रियाकलाप किए हैं। चुनाव आयोग को उम्मीद हैकि अगले चरणों में शहरी मतदान केंद्र में मतदान के प्रति मतदाताओं की रुचि काफी बढ़ेगी। आयोग संबंधित नगरों के प्रशासन केसाथ लगातार संपर्क बनाए रखेगा। पहले चरण में मतदान में गिरावट केबाद आयोग ने महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश और राजस्थान और कर्नाटक राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को मतदान का प्रतिशत बढ़ाने केलिए अतिरिक्त योजनाओं को लागू करने का निर्देश दिया था। आयोग ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के तरीकों की पहचान करने केलिए तीसरे और चौथे चरण में कम मतदान वाले जिलों (2019 के आंकड़ों के आधार पर) के जिला निर्वाचन अधिकारी केसाथ अलग-अलग बातचीत की। निर्वाचन प्रक्रिया पर तेज गर्मी के मौसम के प्रभाव विशेष रूपसे तीसरे चरण के दौरान मतदाताओं की उपस्थिति पर विचार करने केलिए भारत निर्वाचन आयोग ने पहले ही भारत मौसम विज्ञान विभाग के शीर्ष विशेषज्ञों, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन एजेंसियों केसाथ बैठक कर ली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के उपलब्ध अनुभव आधारित साक्ष्य के अनुसार 7 मई को होने वाले चुनाव के तीसरे चरण केलिए गर्मी को लेकर कोई बड़ी चिंता नहीं है।
तीसरे चरण में मतदान केलिए 11 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में मौसम पूर्वानुमान की स्थिति सामान्य रहने का पूर्वानुमान किया गया है। यह सुनिश्चित करने केलिए एक विस्तृत विशिष्ट परामर्श जारी किया गया हैकि मतदाताओं को गर्मी के मौसम में हर हाल में श्रेष्ठतम सुविधा मिले। आयोग प्रत्येक चरण के मतदान केबाद मतदान प्रतिशत के आंकड़े समय पर जारी करने को उचित महत्व देता है। ईसीआई की कार्य प्रणाली में प्रकटीकरण और पारदर्शिता महत्वपूर्ण हैं। वैधानिक आवश्यकताओं के अनुसार प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं के पहुंचने की संख्या को फॉर्म 17सी में दर्ज किया जाएगा। पारदर्शिता के एक मजबूत उपाय के रूपमें पीठासीन अधिकारी और सभी उपस्थित मतदान एजेंटों द्वारा विधिवत हस्ताक्षरित फॉर्म 17सी की प्रतियां सभी उपस्थित मतदान एजेंटों केसाथ साझा की जाती हैं। इस प्रकार निर्वाचन क्षेत्र की बात तो छोड़िए, यहां तककि मतदान किएगए वोटों की वास्तविक संख्या का बूथवार डेटा भी उम्मीदवारों केपास उपलब्ध होता है, जो एक वैधानिक आवश्यकता है। हितधारकों और मीडिया के समक्ष प्रकटीकरण की पहल के रूपमें राज्य/ पीसी/ एसी वार अस्थायी मतदान आंकड़े ईसीआई वोटर टर्नआउट ऐप के माध्यम से उपलब्ध कराए जाते हैं, जिन्हें नियमित रूपसे अपडेट किया जाता है। आयोग समय पर मतदान प्रतिशत के आंकड़े उपलब्ध कराने केलिए प्रतिबद्ध है, जो आनेवाले चरणों में मीडिया और हितधारकों केलिए उपयोगी हो।
निर्वाचन आयोग मतदाता जागरुकता और बढ़ी हुई भागीदारी की दिशा में उनकी पहल और प्रयासों के लिए विभिन्न भागीदारों और सहयोगियों का आभारी है। कुछ पहलें इस प्रकार हैं-बीसीसीआई के सहयोग से आईपीएल 2024 के दौरान विभिन्न स्टेडियमों में मतदाता जागरुकता संदेश और गाने बजाए जा रहे हैं। स्टैंडीज़ प्रदर्शित किए जाते हैं और मतदाता जागरुकता संदेशों को क्रिकेट कमेंट्री केसाथ जोड़ा जा रहा है। आईपीएल टीमों के क्रिकेटरों ने रिकॉर्ड किए गए मतदाता जागरुकता संदेशों केसाथ मतदाताओं को लोकसभा चुनाव-2024 में भाग लेने केलिए प्रोत्साहित किया, जिन्हें ईसीआई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया जा रहा है। क्रिकेट के दिग्गज और ईसीआई के राष्ट्रीय आदर्श सचिन तेंदुलकर के पूर्व रिकॉर्ड किए गए वीडियो संदेश में मतदाता प्रतिज्ञा विभिन्न आईपीएल स्थानों पर दिलाई जा रही है। आम चुनाव के बारेमें मतदाताओं को सूचित करने व जागरुक करने केलिए और उन्हें लोकतंत्र के पर्व में भाग लेने केलिए प्रेरित करने केलिए पूरे भारत में सभी फेसबुक उपयोगकर्ताओं को मतदान दिवस केलिए सतर्कता संदेश भेजा गया है। देशभर में व्यापक और विविध दर्शकों तक पहुंचने केलिए ईसीआई डाकघरों और बैंकिंग संस्थानों के विशाल नेटवर्क का उपयोग कर रहा है। डाक विभाग के पास 1.6 लाख से अधिक डाकघर और 1000 एटीएम और 1000 डिजिटल स्क्रीन हैं, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकिंग संस्थानों में 1.63 लाख से अधिक बैंक शाखाएं और 2.2 लाख एटीएम हैं।
रेल मंत्रालय के सहयोग से संसदीय चुनाव अभियान लोगो चुनाव का पर्व देश का गर्व को आईआरसीटीसी पोर्टल और टिकटों केसाथ एकीकृत किया गया है, रेलवे स्टेशनों पर स्वीप क्रिएटिव प्रदर्शित किए जा रहे हैं और रेलवे स्टेशन की घोषणाओं में मतदाता जागरुकता संदेश शामिल हैं। लोगो स्टिकर का उपयोग कोचों में भी किया जा रहा है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से लगभग 16000 खुदरा पेट्रोल पंपों पर मतदाता जागरूकता संबंधी होर्डिंग्स लगाए गए हैं। नागर विमानन मंत्रालय के सहयोग से एयरलाइंस चुनाव में भाग लेने केलिए अपील संदेश केसाथ एक इनफ्लाइट घोषणा कर रही हैं। मतदाता गाइड विमान की सीट की जेबों में रखी जा रही है। इसके अलावा कई हवाई अड्डे मतदाता जागरुकता संदेशों के प्रदर्शन केलिए जगह उपलब्ध करा रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, चंडीगढ़ आदि 10 प्रमुख शहरों में हवाई अड्डों पर सेल्फी प्वाइंट बनाए गए हैं। सार्वजनिक सेवा जागरुकता फिल्म के एक भाग के रूपमें देशभर के सिनेमा थिएटर नियमित अंतराल पर ईसीआई मतदाता जागरुकता फिल्में और ईसीआई गीत मैं भारत हूं, हम भारत के मतदाता हैं चला रहे हैं। अमूल और मदर डेयरी ने 'चुनाव का पर्व देश का गर्व' संदेश केसाथ अपने दूध के पाउच की ब्रांडिंग शुरू कर दी है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से मतदाताओं को प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। अमूल भी समाचार पत्रों में अमूल गर्ल टॉपिकल विज्ञापन के माध्यम से अपने अनूठे संदेश से मतदाताओं को प्रोत्साहित कर रहा है।
संसद टीवी देश के दूरदराज के कोनों में चुनाव मशीनरी द्वारा कठिन इलाकों में जाकर स्थापित किए गए अनूठे मतदान केंद्रों पर लघु फिल्में बना रहा है, जिनका निर्माण अंतिम छोर पर मतदान सुनिश्चित करने में चुनौतियों का प्रदर्शन करने केलिए किया गया है। भारत संचार निगम लिमिटेड, भारती एयरटेल लिमिटेड, जियो टेलीकम्युनिकेशन, वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड जैसे दूरसंचार ऑपरेटर भी देशभर में अच्छी तरह से जुड़े मोबाइल नेटवर्क के जरिए एसएमएस भेजकर मतदाता जागरूकता गतिविधियों में योगदान दे रहे हैं। म्यूजिक ऐप स्पोटीफाई और बाइक ऐप रैपिडो को उनके प्लेटफार्मों और चैनलों पर मतदाता जागरुकता संदेशों केलिए शामिल किया गया है, जिसमें स्पोटीफाई ने मतदाताओं को प्रेरित करने केलिए एक इलेक्शन प्लेलिस्ट बनाई है और रैपिडो मतदाताओं को मतदान केलिए मुफ्त सवारी केसाथ प्रोत्साहित कर रहा है। ज़ोमैटो और स्विगी जैसे खाद्य वितरण प्लेटफार्मों ने भी अपनी अनूठी शैली में मतदाता जागरुकता संदेशों को प्रसारित करने के लिए ईसीआई केसाथ साझेदारी की है। चुनाव का पर्व देश का गर्वथीम केसाथ एक व्यापक बहुआयामी मल्टीमीडिया अभियान चल रहा है, इसमें-राष्ट्रीय आदर्श सचिन तेंदुलकर और राजकुमार राव केसाथ ही अभिनेता आयुष्मान खुराना और विजय वर्मा अभिनीत सेलिब्रिटी विज्ञापन हैं। इसमें गैर-सेलिब्रिटी टीवी विज्ञापन भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त डीडी सोशल मीडिया और अपने चैनलों केलिए लघु फिल्में और वीडियो भी बना रहा है। प्रमुख समाचार पत्र स्ट्रिप, क्वार्टर, हाफ से लेकर फुल पेज प्रारूप में विज्ञापन प्रकाशित कर रहे हैं, जो 1 अप्रैल 2024 से शुरू है। विभिन्न रेडियो स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर रेडियो जिंगल, वॉक्स पॉप कार्यक्रम, आरजे मेंशन, सेलिब्रिटी साक्षात्कार, प्रभावशाली हस्तियों से जुड़े कार्यक्रम और सोशल मीडिया मैसेजिंग किए जा रहे हैं।
भारत निर्वाचन आयोग के सहयोग से लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ट्रेंडी और व्याख्यात्मक वीडियो बनाए जा रहे हैं। टीवी विज्ञापनों के साथ-साथ राष्ट्रीय आदर्शों केसाथ वाले माई वोट माई ड्यूटी मोंटाज और व्यक्तिगत फिल्में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर साझा की जा रही हैं। भारतीय रेलवे केसाथ ट्रेन रैपिंग पहल शुरू की गई है। इसमें आगे के भुगतान किए गए आउटडोर अभियानों की योजना भी शामिल है। डीडी और आकाशवाणी के विभिन्न चैनलों पर रचनात्मक विषयगत सामग्री चला रहा है, इसके साथ ही एल-बैंड ब्रांडिंग, मग ब्रांडिंग, चुनाव का पर्व, देश का गर्व लोगो बग को भी शो के माध्यम से शामिल किया गया है। इनके अलावा विभिन्न संस्थानों ने भी स्वतंत्र पहलें की हैं जैसे-एनडीटीवी ने युवाओं को मतदान की जरूरत को लेकर जागरुक करने और 18 वर्ष की आयु के मतदाताओं को 18वीं लोकसभा चुनाव में अपनी ताकत दिखाने हेतु प्रोत्साहित करने केलिए #NDTV18KaVote अभियान शुरू किया है। इसके अलावा दैनिक जागरण जमीनी स्तर से अनूठी चुनावी कहानियां लेकर आ रहा है। दूरदर्शन, आकाशवाणी और संसद टीवी ने भी चल रहे आम चुनाव 2024 केलिए विभिन्न कार्यक्रम और सूचनात्मक सामग्री का प्रसारण शुरू किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया समूह ने रचनात्मक एजेंसियों और डिजाइनरों से मतदाता जागरूकता पर प्रविष्टियां मांगने केलिए 'पावर ऑफ द प्रिंट' नाम से एक अभियान शुरू किया है। भुगतान ऐप फोनपे ने भी अपने ऐप में मतदाता जागरुकता संदेश को जोड़ा है और सक्रिय रूपसे मतदाताओं को मतदान केलिए प्रोत्साहित कर रहा है। इंडिया इंटरनेशनल मूवमेंट टू यूनाइट नेशंस जैसे युवा संगठनों ने भी देश के युवाओं केबीच मतदाता जागरुकता और इसके लिए शिक्षित करने में योगदान दिया है।