स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 10 May 2024 12:42:05 PM
नई दिल्ली। भारत में आम चुनाव-2024 में प्रत्यक्ष रूपसे मतदान प्रक्रिया को देखकर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। जहां कुछ प्रतिनिधियों ने पारदर्शिता की सराहना की, वहीं कुछ प्रतिनिधियों ने भारत निर्वाचन आयोग की हरित मतदान केंद्र जैसी पहलों को प्रेरणादायक करार दिया। विदेशी प्रतिनिधियों ने चुनावों में ईवीएम-वीवीपैट के रैंडमाइजेशन सहित दूसरी चुनावी प्रक्रियाओं में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के उपयोग की प्रशंसा की। प्रतिनिधियों ने कहाकि वे विशेष रूपसे लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने केप्रति भारतीय मतदाताओं की प्रतिबद्धता और उनके अटूट विश्वास से प्रभावित हैं। अंतर्राष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम पर आए 23 देशों के 75 चुनाव प्रबंधन निकायों के सदस्यों केबीच इसबात पर सर्वसम्मति थीकि भारत में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, समावेशी तथा सुलभ रही और यहां चुनाव उत्सव के मूड में होता है। ये प्रतिक्रियाएं अंतर्राष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम के भाग के रूपमें भारत आए प्रतिनिधियों के अबतक के सबसे बड़े दल के हाल में संपन्न हुए तीसरे चरण के चुनाव को प्रत्यक्ष रूपसे देखने केबाद आईं।
विदेशी प्रतिनिधियों ने देश के 6 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में तैयारी कार्य सहित मतदान का अवलोकन किया। उन्होंने देखाकि कैसे बड़ी संख्या में इंसानों और मशीनरी की इतने बड़े स्तरपर आवाजाही कराई जाती है। कंबोडिया, ट्यूनीशिया, मोल्दोवा, सेशेल्स और नेपाल के प्रतिनिधियों ने कर्नाटक में बेलगाम संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और मतदान केंद्र के अंदर अधिकारियों एवं पीठासीन अधिकारियों से बातचीत की, मॉक पोल का अवलोकन किया, कमांड कंट्रोल सेंटर और मीडिया निगरानी केंद्रों का भी दौरा किया। प्रतिनिधियों ने चुनावी पारदर्शिता की सराहना की। भूटान तथा मंगोलियाई प्रतिनिधियों और इज़राइल की मीडिया टीम ने गोवा में मतदान और संबंधित व्यवस्थाएं देखीं। वे भी मॉक पोल में शामिल हुए और उन्हें कमांड कंट्रोल सेंटर, मीडिया निगरानी केंद्रों, प्रेषण केंद्र आदि से अवगत कराया गया। भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त और भूटान तथा मंगोलिया के चुनाव अधिकारियों ने चुनाव के संचालन में मतदान केंद्र के अंदर राजनीतिक दलों, मीडिया, उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को शामिल करने में पारदर्शिता सराही।
प्रतिनिधियों ने दिव्यांगों केलिए तैयार किए गए मतदान केंद्रों पिंक मतदान को देखकर प्रशंसा और आश्चर्य व्यक्त किया। प्रतिनिधियों ने ईवीएम-वीवीपैट के वितरण में सॉफ्टवेयर के उपयोग की प्रशंसा की। मध्य प्रदेश गए 11 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय टीम में श्रीलंका और फिलीपींस के प्रतिनिधि शामिल थे। इन्होंने भोपाल, विदिशा, सीहोर और रायसेन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का दौरा किया और लोकसभा चुनाव की चुनावी प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूपसे देखा। इन्होंने मतदाताओं से बातचीतकर उनमें उत्साह और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भारतीय नागरिकों की भागीदारी की सक्रियता देखी। इस दौरान मिले अनुभवों को साझा करते हुए प्रतिनिधियों ने भारत में देखे गए जीवंत लोकतंत्र की खुलकर प्रशंसा की। वे विशेष रूपसे अटूट विश्वास और लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने केप्रति भारतीय मतदाताओं की प्रतिबद्धता से प्रभावित थे। चिली, जॉर्जिया, मालदीव, नामीबिया, पापुआ न्यू गिनी और उज़्बेकिस्तान के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश में 7 मई को फ़तेहपुर सीकरी और आगरा संसदीय क्षेत्र में मतदान को देखा। विदेशी मेहमानों ने इस अवसर पर ताजमहल और फ़तेहपुर सीकरी का अद्भुत वास्तुशिल्प भी देखा। उन्हें मतदान दिवस और मतदान दिवस से एक दिन पहले चुनाव संबंधी विभिन्न व्यवस्थाओं एवं गतिविधियों से अवगत कराया गया।
फिजी, ऑस्ट्रेलिया, रूस, मेडागास्कर, किर्गिज़ गणराज्य के प्रतिनिधियों ने अहमदाबाद में लोकसभा चुनाव-2024 केलिए मतदान से पूर्व की व्यवस्था और मतदान प्रक्रिया देखी। प्रतिनिधिमंडल डबल लॉक सिस्टम वाले स्ट्रांग रूम और ईवीएम की प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले सशस्त्र पुलिस कर्मियों की तैनाती से प्रभावित हुआ। अहमदाबाद पूर्वी संसदीय क्षेत्र के साणंद विधानसभा क्षेत्र में महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों कीभी सराहना की गई। उन्होंने कहाकि इससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है और उनकी भागीदारी बढ़ती है। बुजुर्ग मतदाताओं की मदद केलिए स्वयंसेवकों केसाथ सभी स्थानों पर रैंप और व्हीलचेयर सुविधा की प्रशंसा की। दृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं केलिए ब्रेल बैलेट पेपर की अवधारणा को दृष्टिबाधित लोगों की मदद केलिए एक अच्छी पहल के रूपमें पसंद किया। बांग्लादेश, श्रीलंका, कजाकिस्तान और जिम्बाब्वे के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रतिनिधियों ने महाराष्ट्र में रायगढ़ संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और चुनाव पूर्व व्यवस्था, मतदान दलों के फैलाव और अन्य लाजिस्टिक्स को नजदीक से देखा। प्रतिनिधियों ने भारतीय चुनाव के विभिन्न पहलुओं केबारे में जिला चुनाव अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी, पीठासीन अधिकारियों और चुनाव संबंधित अधिकारियों से बातचीत की। विदेशी प्रतिनिधि मतदान केंद्रों पर पारदर्शिता उपायों से प्रभावित हुए।
दुनियाभर के 23 देशों ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, चिली, फिजी, जॉर्जिया, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, मेडागास्कर, मालदीव, मंगोलिया, मोल्दोवा, नामीबिया, नेपाल, न्यू गिनी, फिलीपींस, रूस, सेशेल्स, श्रीलंका, ट्यूनीशिया, उज्बेकिस्तान, और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधि लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के मतदान का गवाह बनने केलिए 5 मई को नई दिल्ली पहुंचे थे। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार केसाथ इनका उद्घाटन सत्र में संवाद हुआ था, इस दौरान चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ सुखबीर सिंह संधू भी उपस्थित थे। प्रतिनिधियों को विभिन्न राज्यों जैसे कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, गोवा और मध्य प्रदेश का दौरा करने केलिए 6 छोटे समूहों में विभाजित किया गया था। इस उद्देश्य केलिए इन प्रतिनिधियों ने 13 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का दौरा किया। इन राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों ने मतदान तैयारियों, लॉजिस्टिक्स और वेबकास्टिंग व्यवस्था को देखने केसाथ मतदान से पूर्व मतदान अधिकारियों और पीठासीन अधिकारियों केसाथ जुड़ने एवं मॉक पोल में शामिल होने, चुनाव के दिन वास्तविक मतदान देखने और मतदाताओं से बातचीत करने केलिए इन प्रतिनिधियों की यात्रा का आयोजन किया था।