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Friday 24 May 2024 06:06:56 PM
जामनगर/ मुंबई। जानवरों वन्यजीवों के संरक्षण की दिशा में गुजरात के जामनगर इलाके में संचालित वन्यजीव प्रेमी अनंत भाई अंबानी के वंतारा प्रोजेक्ट में तीन दिवसीय असाधारण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए भारतभर के 45 प्रतिष्ठित एमबीए कॉलेजों के 132 छात्रों ने वन्यजीव संरक्षण पर ज्ञान यात्रा शुरू की। इन छात्रों को वन्य जीवन और पर्यावरण के बारेमें जागरुकता और शिक्षा पर केंद्रित इस व्यापक कार्यक्रम में चार बैचों में शामिल किया गया। वंतारा प्रोजेक्ट, अनंत भाई अंबानी का एक ऐसा प्रोजेक्ट है, जिसका मकसद जंगली जानवरों की देखभाल करना है। यह गुजरात के जामनगर में रिलायंस रिफ़ाइनरी कॉम्प्लेक्स के ग्रीन बेल्ट में 3000 एकड़ में फैला है। यह एक तरह का खुला चिड़ियाघर है, जहां जानवरों को खुले में रखा जाता है और उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं भी दी जाती हैं। इस प्रोजेक्ट का मकसद जानवरों वन्य प्राणियों की अत्याधुनिक स्वास्थ्य देखभाल, अस्पताल, अनुसंधान और शैक्षणिक केंद्रों की सुविधाएं देकर उनकी सर्वोत्तम देखभाल करना है।
वंतारा प्रोजेक्ट अनंत भाई अंबानी का विलक्षण आइडिया है, जो उनके जानवरों और वन्यजीवन प्रेम का सपना है, जिनके वन्यजीव संरक्षण केप्रति गहन जुनून ने जैव विविधता के संरक्षण केलिए आशा जगाई है। वन्यजीवों की भलाई केप्रति गहरी प्रतिबद्धता से प्रेरित होकर उन्होंने खुदको उन अग्रणी पहलों केलिए समर्पित कर दिया है, जो प्राकृतिक दुनिया केसाथ मानव संबंधों को सही मायनों में परिभाषित करते हैं। वंतारा इस प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यहां परित्याग किए गए जानवरों और लुप्तप्राय प्रजातियों को सांत्वना और अभयारण्य मिला है। यह उनकी जीवनभर देखभाल केप्रति निष्ठा की प्रतिज्ञा है। वंतारा कार्यक्रम मानव द्वारा शोषण और उनके निवास स्थान के नुकसान का खामियाजा भुगतने वाले जानवरों केलिए जीवन का एक नया पट्टा प्रदान करने का मिशन है। जानवरों और वन्यजीवों के अभिनव संरक्षण प्रयासों और अटूट समर्पण के माध्यम से वंतारा ने मानवता और पशु साम्राज्य केबीच सहअस्तित्व की कहानी को फिरसे लिखने का प्रयास किया।
वंतारा केलिए अनंत भाई अंबानी का दृष्टिकोण पर्यावरण प्रबंधन की विरासत में गहराई से निहित था। अपने मूल में स्थिरता केसाथ वंतारा ने जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी की विरासत को आगे बढ़ाया और 2035 तक शुद्ध शून्य कार्बन पदचिह्न की दिशा में प्रयास किया। भारतभर के छात्र जैसे ही वंतारा में एकत्रित हुए वे खोज और परिवर्तन की यात्रा पर निकल पड़े। गहन अनुभवों और व्यावहारिक शिक्षा के माध्यम से वे अपने समुदायों और उससे परे वन्यजीव संरक्षण के समर्थक बनने के लिए ज्ञान और प्रेरणा से लैस हैं। छात्रों ने 11 से 13 मई केबीच हुए इस कार्यक्रम का खासा अनुभव किया, जो उन्हें सुविधा और इसके कामकाज से परिचित कराने, वन्यजीव बचाव और संरक्षण में प्रभावशाली करियर तैयार करने केलिए डिज़ाइन किया गया था। इन छात्रों ने शैक्षणिक उत्कृष्टता और नेतृत्व क्षमता के शीर्ष क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया, जिन्हें समूह चर्चा और व्यक्तिगत साक्षात्कार से जुड़ी एक कठोर चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया था। उन्होंने आरसीपी घनसोली, जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर और नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र एवं अन्य रिलायंस कार्यालयों का दौरा किया।
वंतारा प्रोजेक्ट के व्यापक दौरे केसाथ छात्रों के कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिससे उनको रिलायंस की सबसे दूरदर्शी परियोजनाओं में से एक में परिचालन उत्कृष्टता और टिकाऊ प्रथाओं को प्रत्यक्ष रूपसे देखने का मौका मिला। इन गतिविधियों में वंतारा के कार्यवाहकों और व्यापार प्रमुखों केसाथ गहन चर्चाएं शामिल हैं। इसका उद्देश्य भविष्य के नेताओं को व्यवसाय के वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों और वंतारा के लोकाचार से परिचित कराना है। पीढ़ियों को अपने व्यावसायिक जीवन में पर्यावरण की स्थिरता और देखभाल को एकीकृत करने की आवश्यकता है। वंतारा के प्रवक्ता ने कहाकि वंतारा टाउन हॉल हमारे लिए इन असाधारण छात्रों को संरक्षण और नेतृत्व पर इसके प्रभाव के बारेमें व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करने का एक अवसर था। उन्हें वंतारा की टिकाऊ प्रथाओं से अवगत कराकर उसके उद्देश्य प्राकृतिक दुनिया केसाथ गहरे संबंध को प्रोत्साहित किया गया और आशा हैकि हम इन युवा दिमागों को अधिक टिकाऊ भविष्य की दृष्टि से अपने-अपने क्षेत्रों में परिवर्तन लाने वाले बनने केलिए प्रेरित करने में सफल होंगे।