स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 4 July 2013 09:59:28 AM
श्रीनगर। भारतीय वायुसेना ने उत्तराखंड में चल रहे राहत ऑपरेशन की तर्ज पर जम्मू-कश्मीर में कुलगाम के निकट अहरबल के दक्षिण में 26 किलोमीटर की दूरी पर कौसर बेग में एक झील के हिमनद पर फंसे पांच कश्मीरी युवाओं का जीवन बचाने के लिए उधमपुर से एक अलग किस्म का सफल राहत मिशन चलाया। यह अभी ज्ञात नहीं है कि ये पांचों युवक झील के मध्य में स्थित हिमपिंड पर कैसे पहुंचे। इन युवाओं के नाम हैं-आदिल, सलमान, फहद, मोहिल और आमिर। भारतीय वायुसेना के पायलट ऐसे साहसिक अभियान से इन युवाओं को बचाने में गर्व महसूस करते हैं, क्योंकि जिंदगी न मिलेगी दोबारा। भारतीय वायुसेना का कश्मीर में यह दुर्लभ ऑपरेशन था। उत्तराखंड में भी वायुसेना ने ऐसी ही प्राकृतिक विपदा में फंसे हज़ारों लोगों का जीवन बचाया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस से प्राप्त अनुरोध पर भारतीय वायुसेना के जम्मू-कश्मीर मुख्यालय के एओसी ने राहत मिशन के लिए 1504 बजे उधमपुर से 132 एफएसी एफएलटी का एक चीता हेलीकॉप्टर उड़ाया। कैप्टन, विंग कमांडर अंशुल सक्सेना ने हिमपिंड पर अलग-थलग पड़े युवाओं को बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की। करीब 13000 फुट की ऊँचाई पर और खराब मौसम को देखते हुए पायलट ने हिमपिंड तक पहुंचने के लिए अपने पूरे अनुभव का प्रयोग किया। तैरते हुए बर्फीले द्वीप के निकट पहुंचने पर पायलट ने हिमपिंड पर हेलीकॉप्टर का पूरा वज़न न डालने की सभी सावधानियां बरतीं। फंसे हुए युवाओं से कुछ दूरी पर द्वीप के एक हिस्से पर उतरकर उसने युवाओं को बचाया। यह सारा ऑपरेशन वहां एकत्र हुए स्थानीय लोगों की भीड़ के सामने अंजाम हुआ, जिसमें पायलट ने सभी पांचों युवाओं को बचाया।