स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत दुनिया के लोकतंत्रों में दुर्लभ-नरेंद्र मोदी

सांसद और प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का पहला काशी दौरा

प्रधानमंत्री ने तीसरीबार सांसद चुनने पर काशीवासियों का आभार जताया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 19 June 2024 02:41:12 PM

narendra modi at the kisan samman sammelan in varanasi

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के तीसरीबार संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सांसद और लगातार तीसरी बार ही देश का प्रधानमंत्री बनने केबाद यहां पहुंचे और काशीवासियों का उन्हें लगातार तीसरीबार वाराणसी से सांसद चुनने केलिए कृतज्ञतापूर्वक आभार जताया है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में कहाकि अबतो लगता हैकि माँ गंगा ने भी उन्हें अपना लिया है और वे काशी के स्थानीय हो गए हैं। प्रधानमंत्री ने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से जुड़े लगभग 9.26 करोड़ लाभार्थी किसानों को बीस हज़ार करोड़ रुपये से अधिक की 17वीं किस्त जारी की। पीएम किसान सम्मान निधि से अबतक 11 करोड़ से अधिक किसानों को 3.04 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लाभ मिल चुका है। प्रधानमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों की 30000 से ज्यादा महिलाओं को भी कृषि सखी के प्रमाणपत्र प्रदान किए। उन्होंने कहाकि कृषि सखी कन्वर्जेंस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण के माध्यम से ग्रामीण भारत को विकसित करना है, जिसमें कृषि सखियों को पैरा एक्सटेंशन वर्कर का प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान करना शामिल है, यह प्रमाणन पाठ्यक्रम लखपति दीदी कार्यक्रम के उद्देश्यों के अनुरूप है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काशी पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक और उत्तर प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, विधायक, जनप्रतिनिधि और काशी के गणमान्य नागरिक मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कहाकि 18वां लोकसभा चुनाव भारत के लोकतंत्र की विशालता, क्षमता, व्यापकता और जड़ों का प्रतीक है और हमारा देश इसे दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है, इन चुनावों में 64 करोड़ से अधिक लोगों ने मतदान किया और इतने बड़े पैमाने पर चुनाव कहीं और नहीं होते हैं, जिसमें नागरिकों की इतनी बड़ी भागीदारी होती है। प्रधानमंत्री ने इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन का जिक्र कियाकि भारत में मतदाताओं की संख्या सभी जी-7 देशों के मतदाताओं की संख्या से डेढ़ गुना अधिक है तथा यूरोपीय संघ के सभी सदस्य देशों के मतदाताओं की संख्या से ढाई गुना अधिक है। प्रधानमंत्री ने 31 करोड़ से अधिक महिला मतदाताओं की भारी भागीदारी पर भी प्रकाश डाला और कहाकि यह दुनिया में किसी एक देश में महिला मतदाताओं की सबसे अधिक संख्या है और यह संख्या अमेरिका की पूरी आबादी के आसपास है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र के उत्सव में भाग लेकर इसे एक बड़ी सफलता बनाने केलिए वाराणसी के लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहाकि वाराणसी के लोगों ने न केवल एक सांसद, बल्कि खुद प्रधानमंत्री भी चुना है। प्रधानमंत्री ने चुनावी जनादेश को अभूतपूर्व बताते हुए कहाकि इससे तीसरी बार निर्वाचित सरकार का चुनाव हुआ है, भारत में ऐसी हैट्रिक 60 साल पहले हुई थी। उन्होंने कहाकि वास्तव में भारत दुनिया के लोकतंत्रों में दुर्लभ है, भारतीय लोकतंत्र की ताकत और सुंदरता न केवल दुनियाभर को आकर्षित करती है, बल्कि अपना प्रभाव भी छोड़ती है। उन्होंने कहाकि भारत जैसे देश में जहां युवाओं की आकांक्षाएं इतनी ऊंची हों, अगर कोई सरकार 10 साल के शासन केबाद फिरसे सत्ता में आती है तो यह बहुत बड़ी जीत होती है। उन्होंने कहाकि यह बहुत बड़ा विश्वास है और यह विश्वास ही उनकी सबसे बड़ी पूंजी है, जो देश को नई ऊंचाइयों पर लेजाने केलिए उन्हें ऊर्जा देता है। प्रधानमंत्री ने दोहरायाकि वे किसानों, नारी शक्ति, युवाओं और ग़रीबों को विकसित भारत के स्तंभों के रूपमें अहमियत देते हैं और याद दिलायाकि सरकार बनने केबाद उनका पहला फैसला किसानों और ग़रीब परिवारों से जुड़ा था, इन फैसलों से करोड़ों लोगों को मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित और ऑनलाइन जुड़े किसानों का अभिवादन किया और उन्हें बतायाकि उनके खाते में 20000 करोड़ रुपये जमा हो गए हैं। उन्होंने कृषि सखी पहल के बारेमें भी बात की, जो 3 करोड़ 'लखपति दीदी' बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह पहल लाभार्थी महिलाओं केलिए आय का गरिमापूर्ण स्रोत सुनिश्चित करेगा और भरोसा दिलाएगा। उन्होंने कहाकि पीएम किसान सम्मान निधि दुनिया की सबसे बड़ी प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना के रूपमें उभरी है, इस धनराशि में से अकेले वाराणसी के किसानों को 700 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने पात्र लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाने में प्रौद्योगिकी के उपयोग की सराहना की और विकसित भारत संकल्प यात्रा को भी श्रेय दिया, जिसके कारण 1 करोड़ से अधिक किसानों ने पीएम किसान योजना केतहत खुदको पंजीकृत कराया। उन्होंने कहाकि पहुंच बढ़ाने केलिए नियमों और विनियमों को सरल बनाया गया है। प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में कृषि पारिस्थितिकी तंत्र की भूमिका पर ज़ोर देते हुए वैश्विक दृष्टिकोण अपनाने और दालों एवं तिलहनों में आत्मनिर्भरता की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने एक प्रमुख कृषि निर्यातक देश बनने की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतायाकि कृषि क्षेत्र के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाज़ार मिल रहा है और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना तथा हर जिले में निर्यात केंद्रों के जरिए निर्यात को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कृषि में भी जीरो डिफेक्ट जीरो इफेक्ट के मंत्र पर जोर देते हुए कहाकि उनका सपना हैकि दुनियाभर में हर खाने की मेज पर कम से कम एक भारतीय खाद्य उत्पाद अवश्य हो। उन्होंने उल्लेख कियाकि किसान समृद्धि केंद्रों के माध्यम से मोटे अनाज, हर्बल उत्पादों और प्राकृतिक खेती को समर्थन देने केलिए एक विशाल नेटवर्क बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र में महिलाओं की बड़ी संख्या में मौजूदगी को देखते हुए उनके महत्व और समर्थन को रेखांकित किया एवं उनके योगदान को बढ़ाने केलिए कृषि के दायरे का विस्तार करने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि कृषि सखी कार्यक्रम ड्रोन दीदी कार्यक्रम की तरह ही इस दिशा में एक कदम है। आशा कार्यकर्ताओं और बैंक सखियों के रूपमें महिलाओं के योगदान का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि राष्ट्र अब कृषि सखियों के रूपमें उनकी क्षमताओं को देखेगा। उन्होंने कृषि सखियों के रूपमें स्वयं सहायता समूहों को 30000 से अधिक प्रमाणपत्र प्रदान करने का उल्लेख किया और बतायाकि वर्तमान में 11 राज्यों में संचालित यह योजना देशभर के हजारों स्वयं सहायता समूहों से जुड़ेगी और 3 करोड़ लखपति दीदियों को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी और पूर्वांचल के किसानों केप्रति केंद्र और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया और बनास डेयरी संकुल, पेरिशेबल कार्गो सेंटर एवं इंटीग्रेटेड पैकेजिंग हाउस का जिक्र किया। उन्होंने कहाकि बनास डेयरी ने बनारस और उसके आसपास के किसानों और पशुपालकों की किस्मत बदल दी है, आज ये डेयरी हर दिन करीब 3 लाख लीटर दूध इकट्ठा कर रही है, अकेले बनारस के 14 हजार से ज्यादा पशुपालक परिवार इस डेयरी से पंजीकृत हैं, अब बनास डेयरी अगले डेढ़ साल में काशी के 16 हजार और पशुपालकों को जोड़ने जा रही है। उन्होंने कहाकि बनास डेयरी के आने केबाद बनारस के कई दुग्ध उत्पादकों की आय में 5 लाख रुपए तक की बढ़ोतरी हुई है। प्रधानमंत्री ने पीएम मत्स्य संपदा योजना और किसान क्रेडिट कार्ड के लाभों का उल्लेख किया। उन्होंने वाराणसी में मछली पालन से जुड़े लोगों की सहायता केलिए चंदौली में लगभग 70 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक मछली बाजार के निर्माण की भी जानकारी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताईकि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना वाराणसी में खूब फल-फूल रही है और इस योजना में करीब 40 हज़ार स्थानीय लोगों ने पंजीकरण कराया है, 2500 घरों में सोलर पैनल लग चुके हैं और 3000 घरों पर काम चल रहा है, जिससे लाभार्थी परिवारों को शून्य बिजली बिल और अतिरिक्त आय का दोहरा लाभ मिल रहा है। वाराणसी और उसके निकटवर्ती गांवों में बीते 10 वर्ष में कनेक्टिविटी कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने वाराणसी में देश की पहली सिटी रोपवे परियोजना जल्द पूरी होने, गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर शहरों को जोड़ने वाली रिंग रोड, फुलवरिया और चौकाघाट में फ्लाईओवर निर्माण पूरा होने, काशी, वाराणसी व कैंट रेलवे स्टेशन का कायाकल्प, बाबतपुर हवाई अड्डे से हवाई यातायात और व्यापार को आसान बनाने, गंगा घाटों का पुर्नरूद्धार, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में सुविधाएं, शहर के पुनर्निर्मित कुंड और वाराणसी में विभिन्न स्थानों पर विकसित नई प्रणालियों का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि काशी में खेलों से जुड़े बुनियादी ढांचे के विकास और डॉ संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम से युवाओं केलिए नए अवसर पैदा हो रहे हैं। ज्ञान की राजधानी के रूपमें काशी की प्रतिष्ठा को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने इस प्राचीन शहर की प्रशंसा की और कहाकि यह एक ऐसा शहर बन गया है, जिसने पूरी दुनिया को सिखायाकि कैसे एक विरासत शहर शहरी विकास की नई कहानी लिख सकता है। प्रधानमंत्री ने कहाकि काशी में चहुंओर विकास के साथ-साथ विरासत का मंत्र भी नज़र आता है और इस विकास का लाभ सिर्फ काशी को ही नहीं हो रहा है, पूरे पूर्वांचल से जो परिवार अपने कामकाज केलिए, अपनी जरूरतों केलिए काशी आते हैं, उनको भी इन सारे कार्यों से बहुत मदद मिल रही है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से काशी के विकास की ये नई गाथा निरंतर जारी रहेगी।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]