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Friday 21 June 2024 03:35:36 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र से उत्तर प्रदेश संवर्ग के भारतीय प्रशासनिक सेवा-2023 के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की। मुख्य सचिव ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई देते हुए कहाकि उन्हें उत्तर प्रदेश जैसे महत्वपूर्ण राज्य की सेवा करने की बड़ी जिम्मेदारी मिली है, जनआकांक्षाएं तेजीसे बढ़ रही हैं, इसलिए पब्लिक सर्वेंट के सामने आनेवाले समय में बड़ी चुनौतियां आएंगी, जिनका उन्हें कुशलता से समाधान निकालना होगा। मुख्य सचिव ने प्रशिक्षुओं से जोर देकर कहाकि उनको अपने कार्यों, निर्णयों और सार्वजनिक संसाधनों के उपयोग की जवाबदेही खुद ही तय करनी होगी, तभी वह देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था, प्रशासन, डिलीवरी को सुदृढ़ बनाने में अपनी प्रमुख भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं।
मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने प्रशिक्षु अधिकारियों को सफलता के मंत्र देते हुए कहाकि इंटीग्रिटी उनकी बेस्ट स्ट्रेंथ है, वे अपने अंदर घमंड न करें, क्योंकि हम कोईभी कार्य अकेले नहीं कर सकते हैं, इसलिए टीम भावना से ही कार्य करना होगा। उन्होंने कहाकि हमारा कार्य आम नागरिकों के चेहरे पर खुशियां लाना है, हमें समानता के सिद्धांतों को कायम रखते हुए आम नागरिकों को उनकी पृष्ठभूमि या संबद्धता की परवाह किए बिना समान अवसर देकर और उचित व्यवहार करके उनमें शासन के प्रति विश्वास जगाना होगा। उन्होंने कहाकि सिविल सेवा के अधिकारियों की एक अहम जिम्मेदारी होती हैकि सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र लोगों मिले, उनके जीवन में किस प्रकार से बदलाव लाया जाए, इस दिशा में गंभीरतापूर्वक कार्य करना होगा।
मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने प्रशिक्षु अधिकारियों को समय का सदुपयोग करने, बेहतर स्वास्थ्य केलिए नियमित योगाभ्यास करने और नवीनतम टेक्नोलॉजी से स्वयं को अपडेट रखने की भी सलाह दी। प्रशिक्षु अधिकारियों में इशिता किशोर, स्मृति मिश्रा, स्वाति शर्मा, शिशिर कुमार सिंह, वैशाली, गुंजिता अग्रवाल, नितिन सिंह, अनुभव सिंह, सई आश्रित शाखमुरी, नारायणी भाटिया, महेंद्र सिंह, चलुवराजु आर, काव्या सी, दीपक सिंघनवाल, साहिल कुमार और रिंकू सिंह राही शामिल हैं। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी की निदेशक नीना शर्मा, अपर निदेशक डॉ गरिमा यादव और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।