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Tuesday 25 June 2024 03:38:54 PM
नई दिल्ली। अफ्रीकी देशों और भारत के प्रशासन केबीच डाक क्षेत्रमें संबंधों को और भी मजबूत करने के उद्देश्य से 21 से 25 जून तक भारत में 'इंडिया अफ्रीका पोस्टल लीडर्स मीट' का आयोजन किया गया। यह यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन के दक्षिण से दक्षिण और त्रिकोणीय सहयोग कार्यक्रम की एक खास पहल है, जिसे इंडिया पोस्ट और यूनाइटेड स्टेट्स पोस्टल सर्विस के सहयोग से आयोजित की गई थी। यह 'वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट' और भारत-अफ्रीका फोरम के आयोजन और 2023 में भारत की अध्यक्षता में जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल करने की भारत की दूरदर्शी पहलों की पृष्ठभूमि में भी महत्वपूर्ण है। इस ऐतिहासिक बैठक केलिए डाक विभाग के संगठनों ने ग्लोबल साउथ में 22 अफ्रीकी देशों के डाक प्रशासन के 42 प्रमुखों और वरिष्ठ प्रबंधन कर्मियों को प्रतिनिधियों के रूपमें भेजा था।
बैठक का मुख्य विषय स्टडी विजिट्स के माध्यम से क्षमता निर्माण करना है। स्टडी विजिट्स से अपने व्यापक डाकघर नेटवर्क के माध्यम से भारत के सेवा वितरण के सफल मॉडल को प्रदर्शित किया जाता रहा है। ह्यूमन टच को बनाए रखने केलिए पारंपरिक डाक सेवा वितरण केसाथ डिजिटल सेवाओं के संयोजन के इंडिया पोस्ट के अनूठे दृष्टिकोण ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया है और यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन ने बैठक के समन्वय को प्रेरित किया है। विकासशील देशों में डाक सेवाओं को समान चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और उन्हें संचार चैनलों तक समान पहुंच सुनिश्चित करके और नागरिक केंद्रित सेवा वितरण का समर्थन करने केलिए अपनी पहुंच का लाभ उठाकर सतत विकास और वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। इन चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए डाक प्रशासन के बीच सहयोग महत्वपूर्ण है।
पोस्टल लीडर्स मीट ने एक-दूसरे से सीखने और नए सहयोगी अवसरों की खोज केलिए एक मंच प्रदान किया। स्टडी विजिट्स के दौरान भारत इंडिया पोस्ट के माध्यम से अपनी सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की डिलीवरी का प्रदर्शन कर रहा है, जिसमें ई-कॉमर्स पार्सल, डाक निर्यात केंद्र, डाक वित्तीय सेवाएं और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की सेवाएं शामिल हैं। इंडिया पोस्ट आधार सक्षम सेवाओं, पासपोर्ट सेवाओं और डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जैसी विभिन्न नागरिक केंद्रित सेवाओं की डिलीवरी का भी प्रदर्शन कर रहा है। भारत में डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में परिवर्तनकारी एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) और आधार की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया गया है। संचार राज्यमंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी ने इस अवसर पर कहाकि भारत ने निर्बाध डाक आपूर्ति के जरिए दुनिया को एक सिंगल पोस्टल टेरेटरी बनाने के यूपीयू के मिशन को हासिल करने केलिए हमेशा करीबी सहयोग की वकालत की है।
संचार राज्यमंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कहाकि वैश्विक डाक सेवाओं में सुधार केलिए विकास सहयोग गतिविधियों को मजबूत करने के मकसद से कई कदम उठाए जा रहे हैं। संचार राज्यमंत्री ने विशेष रूपसे ग्लोबल साउथ और अफ्रीका केप्रति भारत की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि इंडिया पोस्ट वैश्विक स्तरपर डाक चुनौतियों केलिए सहयोगात्मक समाधान खोजने केलिए अफ्रीका में पोस्ट केसाथ मिलकर काम करेगा, विशेष रूपसे प्रभावी प्रौद्योगिकी सक्षमता केसाथ सीमापार ई-कॉमर्स और वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में। उन्होंने भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में अफ्रीका के देशों को भारत के निरंतर समर्थन का भी आश्वासन दिया। केंद्रीय संचार और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने भारत अफ्रीका पोस्टल लीडर्स मीट के सफल आयोजन केलिए यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन और भारतीय पोस्ट को हार्दिक बधाई दी।
संचार मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने कहाकि यह पहल डाक सेवाओं के मंच के माध्यम से मजबूत भारत-अफ्रीका संबंधों को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है और उन्हें विश्वास हैकि यह पहल न केवल सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान प्रदान की सुविधा प्रदान करेगी, बल्कि सेवाओं की अंतिम मील डिलीवरी के वैश्विक डाक नेटवर्क को भी बढ़ाएगी। प्रतिनिधियों ने एक सफल और दूरदर्शी कार्यक्रम की मेजबानी केलिए भारत सरकार के डाक विभाग केप्रति आभार व्यक्त किया, जो ग्लोबल साउथ में डाक क्षेत्र केलिए साझा दृष्टिकोण और लक्ष्यों के अनुरूप है। कार्यक्रम में विदेश मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय, विदेश व्यापार महानिदेशालय, सीमा शुल्क, यूआईडीएआई, एनपीसीआई, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के वरिष्ठ प्रतिनिधियों और डाक सेवा बोर्ड के सदस्यों ने भाग लिया।