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आरपीएफ की नए कानूनों पर एप के बाद पुस्तकें

रेलवे सुरक्षा बल की नए कानूनों पर अनुकरणीय जागरुकता पहलें

आरपीएफ के महानिदेशक मनोज यादव ने जारी कीं पुस्तकें

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 10 July 2024 12:25:16 PM

rpf's app and books on new laws

नई दिल्ली। रेलवे सुरक्षा बल ने नए कानूनों की जानकारी और जागरुकता केलिए एप जारी करने केबाद पुस्तकें भी जारी की हैं। रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक मनोज यादव ने इन पुस्तकों को जारी किया। उन्होंने इस अवसर पर कहाकि देश में नए कानूनी ढांचे पर अमल किए जाने और सुविधाजनक बनाने केलिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) 2023 पर एक महत्वपूर्ण कदम के रूपमें एप केबाद ये पुस्तकें भी जारी की हैं। उन्होंने कहाकि रेलवे सुरक्षा बल की नए कानूनों पर अनुकरणीय जागरुकता पहलों के तहत ये पुस्तकें आरपीएफ कर्मचारियों केलिए एक आवश्यक मार्गदर्शिका के रूपमें तैयार की गई हैं, जो नए कानूनों के अनुसार आरपीएफ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कानूनी प्रक्रियाओं की जानकारी देती हैं।
आरपीएफ के महानिदेशक ने कहाकि पुस्तिकाओं का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना हैकि आरपीएफ कर्मचारी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (आईईए) से संबंधित नए अधिनियमों को लागू करने केलिए अच्छी तरह से सुसज्जित हैं। विस्तृत स्पष्टीकरण और व्यावहारिक मार्गदर्शन केसाथ ये पुस्तके न्याय प्रदान करने एवं कानून व्यवस्था को और प्रभावी बनाने में आरपीएफ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सक्षम बनाएंगी। मनोज यादव ने इन पुस्तिकाओं के महत्व पर जोर देते हुए कहाकि ये सुचारू और कुशल परिवर्तन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आरपीएफ कर्मचारियों की कानूनी दक्षता बढ़ाने तथा आरपीएफ के भीतर कानूनी प्रक्रियाओं को सुचारू बनाने के प्रयासों केलिए मील का पत्थर है, इससे कानून के शासन को बनाए रखने और न्याय प्रदान करने की आरपीएफ की प्रतिबद्धता को और बल मिलेगा।
आरपीएफ ने इन पुस्तिकाओं की ई-फ्लिपबुक भी जारी की है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 केलिए पुस्तिका केसाथ ये डिजिटल संस्करण जेआर आरपीएफ अकादमी की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं और मोबाइल फोन और डेस्कटॉप कंप्यूटर दोनों केलिए अनुकूल हैं, जिससे सभी आरपीएफ कर्मियों केलिए इनतक आसान पहुंच सुनिश्चित होती है। 

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