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Wednesday 10 July 2024 06:55:45 PM
वियना/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस की सफल यात्रा केबाद ऑस्ट्रिया पहुंचे, जहां उनका ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में गार्ड ऑफ ऑनर से जोरदार और भव्य स्वागत हुआ। ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त प्रेस वार्ता हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि उनकी ऑस्ट्रिया की यात्रा बहुत खास है, क्योंकि कई दशकों केबाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस अद्भुत देश का दौरा कर रहा है। उन्होंने कहाकि यह वह समय भी है, जब हम भारत-ऑस्ट्रिया मैत्री के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशीभरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार केलिए ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर का आभार प्रकट किया। उन्होंने ख़ुशी व्यक्त कीकि उनके लगातार भारत के प्रधानमंत्री के रूपमें तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही ऑस्ट्रिया आने का उन्हें अवसर मिला है। उन्होंने कहाकि लोकतंत्र और कानून का शासन जैसे मूल्यों में साझा विश्वास हमारे संबंधों की मजबूत नींव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आपसी विश्वास और साझा की गई रुचियों से हमारे रिश्तों को बल मिलता है। उन्होंने कहाकि उनकी और चांसलर कार्ल नेहमर केबीच बहुत सार्थक बातचीत हुई, उन्होंने आपसी सहयोग को और मज़बूत करने केलिए नई संभावनाओं की पहचान की और निर्णय लिया हैकि दोनों देशों के घनिष्ठ संबंधों को स्ट्रैटेजिक दिशा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहाकि आनेवाले दशक केलिए सहयोग का खाका तैयार किया गया है, यह केवल आर्थिक सहयोग और निवेश तक सीमित नहीं है, इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, इनोवेशन, नवीकरणीय ऊर्जा, हाइड्रोजन, जल एवं अपशिष्ट प्रबंधन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम जैसे क्षेत्रों में एकदूसरे के सामर्थ्य को जोड़ने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहाकि दोनों देशों की युवा शक्ति और विचार को कनेक्ट करने केलिए र्स्टाटअप ब्रिज को गति दी जाएगी, मोबिलिटी और माइग्रेशन पार्टनरशिप पर पहले से समझौता हुआ है, यह लीगल माइग्रेशन और स्किल्ड वर्क फोर्स की गति में सहयोग देगा और सांस्कृतिक और शैक्षणिक संस्थाओं केबीच आदान प्रदान को बढ़ावा दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ये हॉल जहां हम खड़े हैं, बहुतही ऐतिहासिक है, उन्नीसवीं सदी में यहां ऐतिहासिक विएना कांग्रेस होस्ट की गई थी, उस कांफ्रेंस ने यूरोप में शांति और स्थिरता को दिशा प्रदान की थी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि उन्होंने और चांसलर कार्ल नेहमर ने विश्व में चल रहे विवादों चाहे यूक्रेन में संघर्ष हो या पश्चिम एशिया की स्थिति सभी पर विस्तार में बात की है। प्रधानमंत्री ने पहले भी कहा हैकि यह युद्ध का समय नहीं है, समस्याओं का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता, कहीं भी हो मासूम लोगों की जान की हानि स्वीकार्य नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहाकि हम दोनों आतंकवाद की कठोर निंदा करते हैं, हम सहमत हैंकि ये किसीभी रूपमें स्वीकार्य नहीं है, इसको किसी तरहभी औचित्य नहीं किया जा सकता, हम संयुक्तराष्ट्र संघ और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में रिफॉर्म केलिए सहमत हैं, ताकि उन्हें समकालीन और प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने कहाकि भारत और ऑस्ट्रिया शांति स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली केलिए डायलॉग और डिप्लोमेसी पर बल देते हैं, इसके लिए वे दोनों हर संभव सहयोग देने केलिए तैयार हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वियना के हॉफबर्ग पैलेस में गोलमेज व्यापार बैठक में प्रसिद्ध ऑस्ट्रियाई और भारतीय सीईओ को संयुक्त रूपसे संबोधित किया। उन्होंने कहाकि आज मानवता के सामने क्लाइमेट चेंज और आतंकवाद जैसी गंभीर चुनौतियां हैं। प्रधानमंत्री ने बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित क्षेत्रों, नई और उभरती प्रौद्योगिकियों, फिनटेक, स्टार्ट-अप, नवाचार सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय और ऑस्ट्रियाई कंपनियों केबीच सहयोग की महत्वपूर्ण संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने ऑस्ट्रियाई कंपनियों को भारत में निवेश करने केलिए आमंत्रित किया। उन्होंने उल्लेख कियाकि आनेवाले महीनों में ऑस्ट्रिया में चुनाव होंगे और लोकतंत्र की जननी और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के लोगों की ओर से चांसलर कार्ल नेहमर और ऑस्ट्रिया के लोगों को अनेकानेक शुभकामनाएं दीं। नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर चांसलर कार्ल नेहमर को भारत यात्रा केलिए आमंत्रित किया। उन्होंने ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन से भी मुलाकात की।