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Wednesday 17 July 2024 01:33:00 PM
महेंद्रगढ़ (हरियाणा)। हरियाणा में पिछड़ों के कंधों के भरोसे भाजपा ने चुनावी बिगुल बजा दिया है। पिछड़ों को योजनाओं और घोषणाओं से साधने का फॉर्मूला सजाते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महेंद्रगढ़ में पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन को संबोधित किया। गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा की धरती और हरियाणा वालों की दिल खोलकर तारीफ की। उन्होंने कहाकि हरियाणा की भूमि देश में तीन चीज़ों केलिए प्रसिद्ध है, सेना में सबसे अधिक जवान हरियाणा से हैं, सबसे अधिक खिलाड़ी हरियाणा से हैं और सबसे अधिक अन्न का उत्पादन भी हरियाणा में होता है। गृहमंत्री अमित शाह ने यहां विपक्ष पर भी निशाना साधा और पिछली सरकारों में रहने वालों पर सवाल उछाला कि उन्हें नौकरियों में भ्रष्टाचार, जातिवाद, ओबीसी केसाथ अन्याय और परिवारवाद पर जवाब देना चाहिए। गौरतलब हैकि हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और सभी राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। महेंद्रगढ़ में यह पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन भी भाजपा की चुनाव तैयारियों का बिगुल माना जाता है।
गृहमंत्री अमित शाह ने पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन में प्रमुखता से बतायाकि हरियाणा सरकार ने 3 महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं-क्रीमी लेयर की सीमा 6 लाख रुपये से बढ़ाकर 8 लाख रुपये की गई है, जिसमें वेतन और कृषि की आय नहीं गिनी जाएगी, पंचायतों में ग्रुप ए केलिए 8 प्रतिशत आरक्षण के साथही ग्रुप बी केलिए भी 5 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान हो गया है और नगरपालिकाओं में भी ग्रुप ए केलिए 8 प्रतिशत आरक्षण के साथही ग्रुप बी केलिए भी 5 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहाकि ये तीनों जनहितैषी निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याण की नीतियों के अनुरूप हैं। भाजपा ने देश को पहला सशक्त प्रधानमंत्री दिया, जो पिछड़ा वर्ग से हैं, जिन्होंने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता देकर पूरे पिछड़े समाज को संवैधानिक अधिकार देने का काम किया है, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल और नीट परीक्षाओं में पहलीबार ओबीसी केलिए 27 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने उल्लेख कियाकि 2014 में नरेंद्र मोदी ने संसद में प्रधानमंत्री के रूपमें अपने पहले भाषण में कहा थाकि उनकी सरकार दलितों, गरीबों और पिछड़ों की सरकार है। गृहमंत्री ने कहाकि केंद्रीय मंत्रिमंडल के 71 में से 27 मंत्री पिछड़ा वर्ग के हैं, जिनमें 2 मंत्री हरियाणा से हैं, इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश और हरियाणा के ओबीसी समाज का सम्मान किया है। अमित शाह ने उल्लेख कियाकि 1957 में जब ओबीसी आरक्षण केलिए काका कालेलकर कमीशन बना, तब उसे कई साल तक लागू नहीं होने दिया गया, वर्ष 1980 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने मंडल कमीशन को ठंडे बस्ते में डाल दिया और जब 1990 में मंडल कमीशन लागू किया गया तो उन्हीं तत्कालीन प्रधानमंत्री ने इसका विरोध किया। अमित शाह ने कहाकि हरियाणा सरकार ने पिछड़े वर्ग के कल्याण केलिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई हैं, पिछड़े वर्ग के बेटे नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया गया है, जिसके नेतृत्व में हरियाणा का तेजीसे विकास हो रहा है।
अमित शाह ने कहाकि हरियाणा बासमती चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है, सेना में हर दसवां जवान हरियाणा से आता है, एमएसपी पर सबसे ज्यादा फसल हरियाणा सरकार खरीदती है, गांव में लाल डोरे के अंदर ज़मीन का मालिकाना हक देनेवाला पहला राज्य, पढ़ी-लिखी पंचायत, महिलाओं की 50 प्रतिशत भागीदारी और हर घर में नल से जल पहुंचाने वाला पहला राज्य हरियाणा ही है। उन्होंने कहाकि पहला आयुष विश्वविद्यालय हरियाणा में बना, जीएसटी कलेक्शन में प्रति व्यक्ति सबसे ज्यादा कलेक्शन और देशकी अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति योगदान हरियाणा का है। उन्होंने कहाकि हरियाणा का दूध उत्पादन में तीसरा और सर्वाधिक सामाजिक सुरक्षा पेंशन में पहला स्थान है, मानकों को सुधारने में हरियाणा को तीन अवार्ड मिले हैं और विश्व की 400 फॉर्चून कंपनियां भी हरियाणा में ही हैं। उन्होंने कहाकि पिछली सरकारों ने विकास के नाम पर हरियाणा को कुछ नहीं दिया, जबकि नरेंद्र मोदी सरकार और हरियाणा सरकार ने गरीबों को घर, गैस कनेक्शन, बिजली, शौचालय, 5 लाख तक का मुफ्त इलाज और हर गरीब को 5 किलो मुफ्त अनाज देने का काम किया है।
अमित शाह ने पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन में पिछड़ों की बड़ी भागीदारी देखकर हरियाणा सरकार और मोदी सरकार की हरियाणा केलिए सौगातों को गिनाने और बताने का कोई मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने जिक्र कियाकि पिछली सरकार ने अपने 10 साल में हरियाणा को सिर्फ 41000 करोड़ रुपए दिए, जबकि मोदी सरकार ने 10 साल में हरियाणा को 2 लाख 69 हज़ार करोड़ रूपए देने का काम किया है। अमित शाह ने कहाकि इन 10 साल में हरियाणा में 12 एक्सप्रेसवे बने और हर जिले को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा गया। उन्होंने कहाकि हरियाणा में गुरुग्राम-सिकंदरपुर एवं बदरपुर मुजेसर मेट्रो रेल सेवा, हिसार में पहला एयरपोर्ट, रेवाड़ी में 750 बिस्तर वाला एम्स और आईआईटी दिल्ली का झज्जर में कैंपस और 2000 करोड़ रुपये की लागत से बाढ़सा गांव में सबसे बड़ा कैंसर संस्थान बनाने का काम भी मोदी सरकार ने ही किया है। बहरहाल यह सम्मेलन ऐसे समय पर हुआ है, जब हरियाणा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है और हरियाणा सरकार की कमान भी एक पिछड़े के ही हाथ में है, अब देखना हैकि तीसरी बार हरियाणा में क्या होता है।