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आइजोल में 500वें रेडियो स्टेशन का उद्घाटन

भारत की एक्ट ईस्ट नीति में एक महत्वपूर्ण पहल-अश्विन वैष्णव

दसवें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार विजेताओं की घोषणा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 25 July 2024 06:44:25 PM

500th community radio station launched in aizawl

आइजोल/ नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज 4 श्रेणियों में 10वें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन और मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा केसाथ ऑनलाइन रूपसे भारत के 500वें सामुदायिक रेडियो स्टेशन का उद्घाटन किया। यह‘अपना रेडियो 90.0 एफएम’ भारतीय जनसंचार संस्थान आइजोल का संचालित रेडियो स्टेशन है। भारत की सामुदायिक रेडियो यात्रा की जानकारी देते हुए अश्विन वैष्णव ने कहाकि ‘अपना रेडियो 90.0 एफएम’ रेडियो स्टेशन के कवरेज क्षेत्र में लोगों के जीवन में एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव लाएगा। उन्होंने कहाकि यह शुरूआत केंद्र सरकार की एक्ट ईस्ट नीति में भी एक और महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने मिजोरम के मुख्यमंत्री को बतायाकि केंद्रीय बजट में पूर्वोत्तर क्षेत्र केलिए रेलवे बजट केतहत रिकॉर्ड आवंटन किया गया है, इससे अच्छी रेलवे कनेक्टिविटी पाने का मिजोरम का लंबे समय से संजोया हुआ सपना पूरा होगा।
मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने इस अवसर पर कहाकि आईआईएमसी आइजोल में अपना रेडियो स्टेशन राज्य केलिए संचार में एक नया अध्याय लिखेगा। उन्होंने उल्लेख कियाकि कृषि क्षमता काफी अधिक होने के कारण मिजोरम मुख्य रूपसे कृषि प्रधान राज्य है और किसान समुदाय केलिए सामुदायिक रेडियो स्टेशन की स्थापना करना बेहद फायदेमंद होगा, क्योंकि इससे उन्हें मौसम की दैनिक जानकारी, सरकारी योजनाएं और कृषि संबंधी जानकारी मिलेगी। उन्होंने इस परियोजना को वास्तविकता में बदलने में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और सभी हितधारकों की उनके अटूट समर्थन और समर्पण केलिए प्रशंसा की। राज्यमंत्री डॉ एल मुरुगन ने ऐसे स्टेशनों की सामाजिक रूपसे लाभकारी प्रकृति पर प्रकाश डाला और कहाकि निजी रेडियो चैनलों की व्यावसायिक प्रकृति के विपरीत सामुदायिक रेडियो स्टेशन अंतिम छोर तक सूचना के प्रसार केप्रति प्रतिबद्धता के कारण स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहाकि प्राकृतिक आपदा के समय इन स्टेशनों की भूमिका काफी बढ़ जाती है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सचिव संजय जाजू ने कहाकि सामुदायिक रेडियो स्टेशन कृषि, किसान कल्याण केलिए सरकारी योजनाओं, मौसम संबंधी जानकारी आदि से संबंधित सूचनाओं के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहाकि ये एक अनूठा मंच प्रदान करते हैं, जहां वैकल्पिक आवाजें सुनी जा सकती हैं और स्थानीय बोलियों और क्षेत्रीय भाषाओं में सामग्री वितरित की जाती है। उन्होंने कहाकि ये सामुदायिक रेडियो समाज के ग़रीब और हाशिए पर पड़े वर्ग केलिए विशेष रूपसे महत्वपूर्ण हैं, जिनकी मुख्यधारा के मीडिया तक पहुंच नहीं है। संजय जाजू ने कहाकि मंत्रालय देशभर में सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के विकास को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है। आईआईएमसी की कुलपति डॉ अनुपमा भटनागर ने कहाकि 'अपना रेडियो 90.0 एफएम' मिजोरम के इतिहास में एक नया अध्याय है, जो संवाद के माध्यम से समुदायों को एकसाथ लाएगा, स्थानीय संस्कृति को प्रदर्शित करेगा, नागरिकों को और सशक्त बनाएगा।
गौरतलब हैकि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सामुदायिक रेडियो स्टेशनों केबीच नवाचार और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करने केलिए वर्ष 2011-12 में राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कारों की शुरूआत की थी। राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार आमतौर पर हर साल प्रदान किए जाते हैं। विषयगत पुरस्कार, सर्वाधिक नवोन्मेषी सामुदायिक सहभागिता पुरस्कार, स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु पुरस्कार, स्थिरता मॉडल पुरस्कार। प्रत्येक श्रेणी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार क्रमशः 1.0 लाख रुपये, 75000 रुपये और 50000 रुपये हैं। दसवें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार विजेताओं में विषयगत पुरस्कार श्रेणी में प्रथम पुरस्कार-रेडियो मयूर जिला सारण बिहार के कार्यक्रम: टेक सखी केलिए। द्वितीय पुरस्कार-रेडियो कोच्चि केरल कार्यक्रम: निरंगल केलिए। तृतीय पुरस्कार-हैलो दून देहरादून उत्तराखंड कार्यक्रम: मेरी बात केलिए।
सर्वाधिक नवीन सामुदायिक सहभागिता पुरस्कार श्रेणी केतहत प्रथम पुरस्कार-यरलावानी सांगली महाराष्ट्र कार्यक्रम: कहानी सुनंदाची, द्वितीय पुरस्कार-वायलागा वनोली मदुरै तमिलनाडु को कार्यक्रम: आइए एक नया मानदंड बनाएं और तृतीय पुरस्कार-सलाम नमस्ते नोएडा उत्तर प्रदेश कार्यक्रम: नौकरानी दीदी। स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने केलिए पुरस्कार श्रेणी केतहत प्रथम पुरस्कार-रेडियो ब्रह्मपुत्र डिब्रूगढ़ असम कार्यक्रम: इगारेकुन, दूसरा पुरस्कार-रेडियो कोटागिरी नीलगिरी तमिलनाडु कार्यक्रम: एन मक्कलुडन ओरु पायनम और तृतीय पुरस्कार-रेडियो एक्टिव भागलपुर बिहार कार्यक्रम: अंग प्रदेश की अद्भुत धरोहर। स्थिरता मॉडल पुरस्कार श्रेणी केतहत प्रथम पुरस्कार-बिशप बेंज़िगर हॉस्पिटल सोसाइटी कोल्लम केरल का संचालित रेडियो बेंज़िगर, द्वितीय पुरस्कार-यंग इंडिया का संचालित रेडियो नमस्कार कोणार्क ओडिशा और तृतीय पुरस्कार-शरणबस्बेस्वरा विद्या वर्धक संघ का संचालित रेडियो अंतरवाणी गुलबर्गा कर्नाटक।

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