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Thursday 1 August 2024 01:57:12 PM
नई दिल्ली। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर ने आज महानिदेशक चिकित्सा सेवा (सेना) का पदभार संभाल लिया और इस प्रतिष्ठित पदपर नियुक्त होनेवाली वे पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। इससे पहले वे एयर मार्शल के पदपर पदोन्नति पर महानिदेशक अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) का पद संभालने वाली पहली महिला थीं। लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर पुणे में आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज से प्रतिष्ठित अकादमिक रिकॉर्ड केसाथ स्नातक की उपाधि प्राप्त हैं और दिसंबर 1985 में आर्मी मेडिकल कोर में नियुक्त हुईं थीं।
महानिदेशक चिकित्सा सेवा (सेना) के रूपमें लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर की यह उपलब्धि सशस्त्र बलों की महिलाओं केलिए नई राह, आशा की किरण है। अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) की पहली महिला महानिदेशक होने सहित कई उपलब्धियों केसाथ उनका समर्पण और उत्कृष्टता भविष्य की पीढ़ियों का भी मार्ग प्रशस्त करता है। उन्हें पारिवारिक चिकित्सा में स्नातकोत्तर की डिग्री और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य तथा स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन में डिप्लोमा हासिल है और दिल्ली एम्स में चिकित्सा सूचना विज्ञान में उन्होंने दो साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा किया है। लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर को इजराइली रक्षाबलों केसाथ रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल एवं परमाणु युद्ध में और स्पीज़ में स्विस सशस्त्र बलों केसाथ सैन्य चिकित्सा नैतिकता में प्रशिक्षण प्राप्त है।
लेफ्टिनेंट जनरल साधना नायर भारतीय वायुसेना की पश्चिमी वायु कमान और प्रशिक्षण कमान की पहली महिला प्रधान चिकित्सा अधिकारी भी हैं। ज्ञातव्य हैकि लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के चिकित्सा शिक्षा घटक का मसौदा तैयार करने केलिए डॉ कस्तूरीरंगन समिति के विशेषज्ञ सदस्य के रूपमें भी नामित किया गया था। वे राष्ट्रपति से सराहनीय सैन्य चिकित्सा सेवाओं केलिए एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ पश्चिमी वायु कमान और चीफ ऑफ एयर स्टाफ कमेंडेशन केसाथ-साथ विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित हो चुकी हैं।