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Friday 2 August 2024 12:43:51 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 1 से 3 अगस्त 2024 तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में संस्कृति मंत्रालय के तीन दिवसीय 'युग युगीन भारत संग्रहालय पर राज्य संग्रहालय सम्मेलन' का उद्घाटन किया। संस्कृति मंत्री ने इस अवसर पर कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परिकल्पित यह संग्रहालय सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के भाग के रूपमें उत्तर और दक्षिण ब्लॉक में बनेगा और यह देश का सबसे बड़ा संग्रहालय होगा। सम्मेलन का उद्देश्य राज्य और केंद्र सरकार केबीच सहयोग को बढ़ावा देना है और विश्व की सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों का उदाहरण प्रस्तुत करना है। संग्रहालय को फ्रांस के सहयोग से एडैप्टिव रीयूज के जरिए विकसित किया जाएगा, क्योंकि फ्रांस को लौवर जैसी समान परियोजनाओं में विशेषज्ञता प्राप्त है, जिसमें फ्रांसीसी वित्त मंत्रालय भी स्थित है। दोनों देशों केबीच गहरी मित्रता के कारण फ्रांस इस परियोजना केलिए खास भागीदार है, जिसने 2020 में दोनों सरकारों केबीच एक आशयपत्र पर हस्ताक्षर करने में योगदान दिया था, इसमें संग्रहालय और विरासत सहयोग पर जोर दिया गया था।
'युग युगीन भारत संग्रहालय' केलिए भारत की कलाकृतियों की व्यापकता को बढ़ावा देने केलिए राज्यों को सम्मेलन में अपने-अपने राज्य के संग्रह के बारेमें विस्तृत जानकारी प्रदान करने केलिए आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन में देशभर के रेजिडेंट कमिश्नर, संग्रहालयों के निदेशक, अधीक्षक, क्यूरेटर, प्रोफेसर और शोधकर्ताओं सहित हितधारकों के विविध समूह भाग ले रहे हैं। यह संस्कृति मंत्रालय के जीएलएएम प्रभाग की क्षमता निर्माण पहलों की श्रृंखला का तीसरा चरण है। संस्कृति मंत्री ने कहाकि 'युग युगीन भारत संग्रहालय पर राज्य संग्रहालय सम्मेलन' के बारेमें अंतर-मंत्रालयी परामर्श 14 जून 2024 को आयोजित किएगए थे, इसके बाद संग्रहालय पेशेवरों, निदेशकों, क्यूरेटर, शिक्षा अधिकारियों और संरक्षकों केसाथ सहयोगात्मक कार्यशाला 25 से 29 जून 2024 तक फ्रांस संग्रहालयों की साझेदारी में हुई। संस्कृति मंत्री ने कहाकि भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय पेशेवरों के नेतृत्व में क्षमता निर्माण कार्यशालाओं के जरिए संस्कृति मंत्रालय का उद्देश्य राज्यस्तर के कर्मियों को संग्रह प्रबंधन, अभिलेखीकरण और संग्रहालय प्रशासन में आवश्यक कौशल से लैस करना है।
संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आशा व्यक्त कीकि यह सम्मेलन भारत में संग्रहालय इकोसिस्टम को और मजबूत करेगा एवं ‘युग युगीन भारत संग्रहालय’ परियोजना केलिए संभावित सहयोगियों केसाथ व्यावहारिक प्रशिक्षण और अनुभव साझा करने का अवसर भी प्रदान करेगा। उन्होंने कहाकि सहकारी संघवाद और संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण की भावना केसाथ इन विचार-विमर्शों से प्राप्त ज्ञान वाईवाईबीएम संग्रहालय को दुनिया के आश्चर्य के रूपमें विकसित करने में सहायक होगा, जो भारत के दृष्टिकोण-‘विकास भी, विरासत भी’ के अनुरूप है। राज्यस्तरीय संग्रहालय विकास पहलों को समर्थन देने केलिए संस्कृति मंत्रालय वित्तपोषण योजनाओं का अवलोकन भी प्रस्तुत करेगा, जिसमें हालही में अद्यतन संग्रहालय अनुदान योजना और विज्ञान संस्कृति संवर्धन योजना शामिल है। युग युगीन भारत संग्रहालय सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूपमें उत्तर और दक्षिण ब्लॉक में बनाया जाएगा, जिसका उद्देश्य नई दिल्ली के रायसीना हिल केपास स्थित भारत के केंद्रीय प्रशासनिक क्षेत्र का पुनरुद्धार करना है।
युग युगीन भारत संग्रहालय 154000 वर्गमीटर में फैला होगा, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय बना देगा। संग्रहालय केलिए वीडियो वॉकथ्रू का अनावरण पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 मई 2023 को संस्कृति मंत्रालय के गैलरी, लाइब्रेरी, अभिलेखागार और संग्रहालय प्रभाग के पहले अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो के उद्घाटन पर कर चुके हैं। नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक को युग युगीन भारत संग्रहालय में परिवर्तित करने में कई चरण शामिल हैं। आवास और शहरी कार्य मंत्रालय नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक की इमारतों के जीर्णोद्धार से संबंधित है, जिसे इन इमारतों पर कब्जा करनेवाले मंत्रालयों को नए केंद्रीय सचिवालय भवनों में स्थानांतरित करने केबाद किया जाएगा। यह संस्कृति मंत्रालय, भारत और फ्रांस केबीच हस्ताक्षरित 2020 के आशयपत्र के आधार पर फ्रांस संग्रहालय केसाथ समझौते को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है।