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Monday 12 August 2024 06:40:33 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान और न्यूजीलैंड के कृषि, वानिकी, व्यापार और विदेश मामलों के एसोसिएट मंत्री टॉड मैक्ले केबीच आज कृषि भवन नई दिल्ली में उच्चस्तरीय द्विपक्षीय बैठक हुई। बैठक में दोनों देशों के आपसी हितों के प्रमुख क्षेत्रों एवं सहयोग के अवसरों पर चर्चा की गई। यह चर्चा दोनों देशों की कृषि प्राथमिकताओं के बारेमें जानकारी साझा करने और बागवानी पर प्रस्तावित मेमोरेंडम ऑफ कॉपरेशन सहित साझेदारी केलिए नए रास्ते तलाशने पर केंद्रित थी। दोनों मंत्रियों ने कृषि साझेदारी को और मजबूत करने केलिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिसमें हालके वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत केसाथ संबंध सुदृढ़ करने में न्यूजीलैंड के सक्रिय प्रयासों की प्रशंसा की और इसके लिए न्यूजीलैंड सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता के महत्व को स्वीकार किया। उन्होंने दोनों देशों केबीच ऐतिहासिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों पर प्रकाश डाला, साथही न्यूजीलैंड में भारतीय प्रवासियों के महत्वपूर्ण योगदान और दोनों देशों केबीच बढ़ते शैक्षिक आदान-प्रदान का उल्लेख किया। बैठक के मुख्य निष्कर्षों में व्यापार और बाज़ार पहुंच में सकारात्मक विकास शामिल है। भारतीय अनार के आयात और आम के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने केलिए न्यूजीलैंड के समर्थन को गर्मजोशी से स्वीकार किया गया। शिवराज सिंह चौहान ने लखनऊ और दिल्ली में नए ऑडिट की गई वीएचटी सुविधाओं को शीघ्र अनुमोदन मिलने कीभी उम्मीद जताई, जिससे न्यूजीलैंड को भारतीय आमों का निर्यात और बढ़ेगा।
न्यूजीलैंड के मंत्री टॉड मैक्ले ने न्यूजीलैंड से भारत को पाइन लॉग निर्यात की हालही में पुनः शुरूआत केलिए धन्यवाद दिया, जिससे उन्हें पिछली चुनौतियों से उबरने में मदद मिली। कृषि मंत्री ने इस क्षेत्रमें सहयोग जारी रखने केलिए भारत के समर्थन को दोहराया और संतरे व केले जैसे ताजे और सूखे फलों सहित अन्य कृषि उत्पादों में व्यापार के विस्तार की संभावना पर जोर दिया। उन्होंने विशेष रूपसे न्यूजीलैंड को अंगूर निर्यात करने केलिए भारतीय निर्यातकों को शीघ्र बाजार पहुंच प्रदान करने पर विचार करने का उल्लेख किया। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार व निवेश को और बढ़ाने केलिए निजी क्षेत्रकी भागीदारी को बढ़ावा देने पर सहमति व्यक्त की। बैठक में विशेष रूपसे बागवानी और मछली पालन में सहयोग की विशाल संभावनाओं को देखते हुए अनुसंधान एवं विकास केलिए तकनीकी सहयोग के महत्व पर चर्चा की गई। दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के किसानों, उत्पादकों एवं उपभोक्ताओं को लाभांवित करने केलिए आर्थिक और व्यापार संबंधों को मजबूत बनाने केलिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। बैठक में भारत में न्यूजीलैंड के हाईकमिश्नर पैट्रिक राटा और दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।