Wednesday 14 August 2024 06:54:35 PM
दिनेश शर्मा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने अबतक के राजनीतिक जीवन का फाइनल मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है-यानी अब अखंड भारत रहेगा और पाकिस्तान का सफाया। अभी तक ना संघ का उसका कोई बड़ा पदाधिकारी ऐसा बोला है और ना ही मुख्यमंत्री, गृहमंत्री या प्रधानमंत्री पद पर रहते बीजेपी का कोई भी नेता बोला है। देश की जनता यही सुनना चाहती थी और सुनना चाहती है। लखनऊ में विभाजन विभीषिका स्मृति मौन पदयात्रा एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हिंदुत्व और देश को लेकर पाकिस्तान एवं बांग्लादेश के हालात पर बोलते हुए रोष फूट पड़ा। उन्होंने अपनी प्रचंड राजनीतिक लाइन खींच दी है और इसे देश-दुनिया के मीडिया और सोशल मीडिया ने भी तुरंत लपक लिया। जनता ने भी पूरी तरह समझ लिया और मान लिया हैकि देश यही चाहता है और उसे अगला प्रधानमंत्री योगी और सिर्फ योगी ही मंजूर है। देश में अगला चुनाव उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, मकान पर नहीं होगा, बल्कि चुनाव ‘योगी बाबा’ के नाम पर और हिंदुत्व एवं अखंड भारत के नाम पर होगा। बाबा उत्तर प्रदेश में उपचुनाव भी और 2027 का चुनाव भी जीतेंगे।
भारत विभाजन विभीषिका पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी बाबा की जुबान पर आज मानो सरस्वती बैठी थीं और वह उनसे वही कहला रही थीं, जो अगले लोकसभा चुनाव में होना तय है। मैं कोई ज्योतिषाचार्य नहीं हूं, लेकिन मैं अपने 40 साल के पत्रकारिता अनुभव से आज इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूंकि योगी बाबा का यह कोई भाषण नहीं है, बल्कि यही सच्चाई है, जो उनके श्रीमुख से निकलते ही पूरी दुनिया में वायरल हो गई है और पाकिस्तान या बांग्लादेश में हिंदुओ का नरसंहार करने वाले भी समझ गए हैंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाकायदा नाम लेकर जो चेतावनी दी है और जैसे योगी आदित्यनाथ के तेवर हैं और जो वे कह रहे हैं, वह साबित भी कर देंगे। उत्तर प्रदेश में उनके प्रचंड शासन को देश और दुनिया देखती आ रही है। आज देशभर और विदेशी मीडिया ने भी योगी आदित्यनाथ की पाकिस्तान, बांग्लादेश और हिंदुओं के नरसंहार पर चेतावनी को अपनी प्रमुख ख़बरों में लिया है। सोशल मीडिया पर आ रही प्रतिक्रियाओं का निचोड़ है कि देश को अगलीबार एक प्रचंड प्रधानमंत्री मिलने जा रहा है और देश की जनता उसके पीछे चल देगी और वह कोई और नहीं, बल्कि योगी आदित्यनाथ हैं। उदाहरण केलिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने सिद्ध कर दिया हैकि सांप्रदायिकता हो या माफियागर्दी, पाकिस्तान हो या बांग्लादेश इन सबके लिए ‘बाबा का बुल्डोजर’ अपना काम करेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला और कहाकि ‘या तो पाकिस्तान का भारत में विलय होगा या पाकिस्तान इतिहास से समाप्त होगा और हमेशा केलिए समाप्त होगा’। उन्होंने भारत देश विभाजन की त्रासदी के काले अध्यायों को स्मरण करते हुए कहाकि वर्ष 1947 में भारत को निहित राजनीतिक स्वार्थ केलिए विभाजन की त्रासदी की ओर ढकेला गया था, मजहबी उन्माद के चलते मातृभूमि के हुए दुःखद विभाजन की इस अमानवीय त्रासदी में बलिदान हुए सभी निर्दोष नागरिकों को उनकी विनम्र श्रद्धांजलि! योगी आदित्यनाथ ने कहाकि वह मात्र देश का विभाजन नहीं, बल्कि मानवता का विभाजन था, इस अमानवीय निर्णय से असंख्य निर्दोष नागरिकों को अपने प्राण गंवाने पड़े, विस्थापन का दंश झेलना पड़ा, यातनाएं सहनी पड़ीं। योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले का मुद्दा उठाया और कहाकि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, बांग्लादेश में रहने वाले 90 फीसदी हिंदू दलित हैं। उन्होंने कहाकि विभाजन की त्रासदी केलिए तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व पूरी तरह जिम्मेदार है।
योगी आदित्यनाथ ने कहाकि 14 अगस्त 1947 को जब विभाजन की त्रासदी चल रही थी, उस समय 10 लाख हिंदू-सिख एकसाथ काटे गए थे। उन्होंने कहाकि भारत हजारों-हजार वर्ष से सनातन राष्ट्र रहा है, लेकिन सत्तालोलुप कांग्रेस ने भारत पर विभाजन की त्रासदी थोप दी। उन्होंने कहाकि दुनिया को विश्वास हैकि 'भारत' अगर सुरक्षित है तो 'विश्व मानवता' सुरक्षित है। योगी आदित्यनाथ ने 'एक्स' पर भी पोस्ट किया। उन्होंने अपनी पोस्ट में कहाकि विश्व को 'वसुधैव कुटुंबकम' के आत्मीय भाव से परिचित कराने वाली भारत माँ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लखनऊ में भारत विभाजन विभीषिका की स्मृति में यह मौन पदयात्रा थी, जो सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रतिमा स्थल से शुरू हुई और लोकभवन पर समाप्त हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद डॉ दिनेश शर्मा, राज्य के मंत्री, भाजपा कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक हाथ में तख्तियां थामे चल रहे थे, जिनपर बंटवारे की त्रासदी की पीड़ा बयां थीं। योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में विभाजन की विभीषिका पर अभिलेख प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।