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'एक लाख नए युवाओं को राजनीतिक अवसर'

ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा

लालकिले पर सबसे ज्यादा बार झंडा फहराने वाले मोदी पहले प्रधानमंत्री

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 15 August 2024 05:19:54 PM

the ramparts of the red fort prime minister narendra modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि विश्‍वभर में भारत की साख बढ़ी है, दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदल गया है, जिस कारण विश्‍व में भारत के युवाओं केलिए संभावनाओं के द्वार खुले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर आज दिल्ली में लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहाकि मैं कहना चाहूंगाकि भारत केलिए यह स्वर्णिम युग है और यह हमारा स्‍वर्णिम कालखंड है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमने देश के गवर्नेंस मॉडल को बदला है, आज सरकार खुद लाभार्थी केपास जाती है, उसके घर गैस का चूल्हा पहुंचाती है, उसके घर पानी पहुंचाती है, उसके घर बिजली पहुंचाती है, आज सरकार खुद नौजवान के कौशल विकास केलिए अनेक कदम उठा रही है। उन्होंने कहाकि आज पर्यटन, एमएसएमई, शिक्षा, स्वास्थ्य क्षेत्र, परिवहन क्षेत्र, खेती और किसानी का सेक्‍टर, हर सेक्‍टर में एक नया आधुनिक सिस्‍टम बन रहा है, हम विश्‍व की सर्वोत्तम प्रथाओं को आगे रखते हुए अपने देश की परिस्थितियों के अनुसार आगे बढ़ना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस का जिक्र करते हुए कहाकि आज वो शुभ घड़ी है, जबहम देश केलिए मर-मिटने वाले, देश की आजादी केलिए अपना जीवन समर्पित करने वाले, आजीवन संघर्ष करने वाले, फांसी के तख्‍ते पर चढ़ करके भारत माँ की जय के नारे लगाने वाले अनगिनत आजादी के दीवानों को नमन करते हैं। उन्होंने कहाकि प्राकृतिक आपदा और वैश्विक महामारी कोरोना में अनेक लोगों ने अपने परिजन खोए हैं, सम्‍पत्ति खोई है, राष्‍ट्र ने भी बारम्बार नुकसान भोगा है, मैं आज उन सबके प्रति अपनी संवेदना व्‍यक्‍त करता हूं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि विकसित भारत-2047 ये सिर्फ भाषण के शब्‍द नहीं हैं, इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। उन्होंने कहाकि मुझे प्रसन्‍नता हैकि मेरे देशके करोड़ों नागरिकों ने विकसित भारत 2047 केलिए अनगिनत सुझाव दिए हैं, देशवासियों का ये भरोसा सिर्फ कोई बौद्धिक बहस नहीं है, ये भरोसा अनुभव से निकला हुआ है। प्रधानमंत्री ने भाषण में भारत के विकास को आकार देने, नवाचार को बढ़ावा देने और देश के विभिन्न क्षेत्रों में विश्‍व में अग्रणी बनाने के उद्देश्य से भविष्य के लक्ष्यों की एक रूपरेखा प्रस्‍तुत की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला नेतृत्व विकास मॉडल, महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को 10 लाख रुपये से 20 लाख रुपये देने के निर्णय की जानकारी दी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि महिला सुरक्षा को लेकर कुछ चिंता की बातें हैं, हमे गंभीरता से सोचना होगाकि हमारी माताओं-बहनों बेटियों केप्रति जो अत्‍याचार हो रहे हैं, उसके प्रति देश का आक्रोश है, इस आक्रोश को मैं महसूस कर रहा हूं, इसको देश, समाज और हमारी राज्‍य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमने वोकल फॉर लोकल का मंत्र दिया, हर डिस्ट्रिक्ट अपनी पैदावर केलिए गर्व करने लगा है। उन्होंने कहाकि हमने बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बनाने केलिए अनेक रिफॉर्म्स किए हैं। उन्होंने कहाकि मुझे इस बात का गर्व हैकि हमारे सीईओ आज दुनियाभर के अंदर अपनी धाक जमा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि पिछले एक दशक में अभूतपूर्व इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर का विकास हुआ है, हमारा पूर्वी भारत-नॉर्थ ईस्‍ट उसका इलाका आज इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर के लिए जाना जाने लगा है और हमने ये जो कायाकल्‍प किया है, उसका सबसे बड़ा लाभ यह हुआ हैकि हम समाज के उन वर्गों तक पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने न्‍याय संहिता के रूपमें और जिसके मूल में दंड नहीं, नागरिक को न्‍याय, इस भाव को प्रबल बनाया है। उन्होंने कहाकि आज देश आकांक्षाओं से भरा हुआ है, हमारे नौजवान नई सिद्धियों को चूमना चाहते हैं, नए-नए शिखरों पर वो कदम रखना चाहते हैं, इसलिए हमारी कोशिश हैकि हर सेक्टर में कार्य को हम गति दें, हर सेक्टर में नए अवसर पैदा करें। नरेंद्र मोदी ने कहाकि वैश्विक विकास में भारत का योगदान बड़ा है, भारत का एक्सपोर्ट लगातार बढ़ रहा है, विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ा हुआ है, पहले से दोगुना पहुंचा है, ग्लोबल संस्थानों का भारत केप्रति भरोसा बढ़ा है। उन्होंने कहाकि मुझे विश्वास है भारत की दिशा सही है, भारत की गति तेज है और भारत के सपनों में सामर्थ्य है। उन्होंने कहाकि कोरोना की वैश्विक महामारी के बीच सबसे तेजी से इकोनॉमी को बेहतर बनाने वाला कोई देश है तो वो देश भारत है, तब लगता हैकि हमारी दिशा सही है। उन्होंने कहाकि 100 से अधिक आकांक्षी जिले अपने-अपने राज्य के अच्छे जिलों की स्पर्धा कर रहे हैं, इसलिए हमें लगता हैकि हमारी दिशा और गति दोनों सामर्थ्यवान हैं। उन्होंने कहाकि जब जात पात मत पंथ से ऊपर उठकर हर घर तिरंगा फहराया जाता है, तब लगता हैकि देश की दिशा सही है। उन्होंने कहाकि आज पूरा देश तिरंगा है, हर घर तिरंगा है, न कोई जात है, न कोई पात है, न कोई ऊंच है, न कोई नीच है, सभी भारतीय हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि जी-20 देश के समूह जो नहीं कर पाए वो हमारे देश के नागरिकों ने करके दिखाया है, पेरिस समझौते के अंदर जो टारगेट हमने तय किए थे, उन टारगेट को समय से पहले पूरा करने वाला जी-20 देशों के समूह में अगर कोई है तो एकमात्र हमारा हिंदुस्तान है, एकमात्र मेरा भारत है। उन्होंने ओलंपिक खिलाड़ियों के मेडल जीतने का जिक्र किया। उन्होंने कहाकि देश भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाने जा रहा है। उन्होंने कहाकि भारत के सामने अनगिनत गंभीर चुनौतियां हैं, चुनौतियां भीतर भी हैं, चुनौतियां बाहर भी हैं और जैसे-जैसे हम ताकतवर बनेंगे, जैसे-जैसे हमारा तवज्‍जो बढ़ेगा तो चुनौतियां भी बढ़ने वाली हैं। उन्होंने कहाकि बाहर की चुनौतियां और बढ़ने वाली हैं और मुझे उसका भलीभांति अंदाजा है, लेकिन मैं ऐसी शक्तियों को कहना चाहता हूं भारत का विकास किसी केलिए संकट ले करके नहीं आता है। उन्होंने कहाकि मैंने व्‍यापक रूपसे भ्रष्‍टाचार के खिलाफ एक जंग छेड़ी है, मैं जानता हूंकि मुझे इसकी कीमत चुकानी पड़ती है, मेरी प्रतिष्‍ठा को चुकानी पड़ती है, लेकिन राष्‍ट्र से बड़ी मेरी प्रतिष्‍ठा नहीं हो सकती है, राष्‍ट्र के सपनों से बड़ा मेरा सपना नहीं हो सकता है, इसलिए ईमानदारी के साथ भ्रष्‍टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी, तीव्र गति से जारी रहेगी और भ्रष्‍टाचारियों पर कार्रवाई जरूर होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में इतना महान संविधान हमारे पास होने के बावजूद भी कुछ ऐसे लोग हैं, जो भ्रष्‍टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं, भ्रष्‍टाचारियों की स्‍वीकार्यता बढ़ाने का जो निरंतर प्रयास चल रहा है, वो स्‍वस्‍थ समाज केलिए बहुत बड़ी चुनौती बन गया है, यह बहुत बड़ी चिंता का विषय बन गया है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि बांग्‍लादेश में जो कुछ भी हुआ है, उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते चिंता होना, मैं इसको समझ सकता हूं और मैं आशा करता हूंकि वहां पर हालात जल्‍द ही सामान्‍य होंगे, खासकर के 140 करोड़ देशवासियों की चिंता कि वहां हिंदू, वहां के अल्‍पसंख्‍यक, उस समुदाय की सुरक्षा सुनिश्‍चित हो। उन्होंने कहाकि भारत हमेशा चाहता हैकि हमारे पड़ोसी देश सुख और शांति के मार्ग पर चलें। उन्होंने कहाकि देश की मांग हैकि अब देश में एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता हो, हमने सांप्रदायिक नागरिक संहिता में 75 साल बिताएं हैं, अब हमें धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की तरफ जाना होगा, तब जाकर के देश में धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्‍ति मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि देश में एक चिंता है-परिवारवाद, जातिवाद, जो भारत के लोकतंत्र का बहुत नुकसान कर रहा है, देश और राजनीति को हमें परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति दिलानी होगी। उन्होंने कहाकि हम जल्द से जल्द देश में और राजनीतिक जीवन में शुरूआत में जनप्रतिनिधि के रूपमें एक लाख ऐसे नौजवानों को आगे लाना चाहते हैं, जिनके परिवार में किसी की भी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि न हो। उन्होंने कहाकि बार-बार चुनाव देश की प्रगति में रुकावट बन रहे हैं, गतिरोध पैदा कर रहे हैं, आज किसी भी योजना को चुनाव से जोड़ देना आसान हो गया है, ऐसे में एक देश एक चुनाव केलिए देश को आगे आना होगा। उन्होंने कहाकि हर काम को चुनाव के रंग से रंग दिया गया है, इसपर देशमें व्यापक चर्चा हुई है, सभी राजनीति दलों ने अपने विचार रखे हैं, एक कमेटी ने इसपर बहुत बढ़िया रिपोर्ट तैयार की है। उन्होंने कहाकि मैंने पहले भी कहा था कि मेरे तीसरे कार्यकाल में देश तीसरी अर्थव्यवस्था तो बनेगा ही, जिसके लिए मैं तीन गुना ज्यादा काम करूंगा। उन्होंने देशवासियों का आह्वान कियाकि पूर्वजों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों को हम अपना संकल्‍प बनाएं, अपने पुरूषार्थ को जोड़ें और 21वीं सदी जो भारत की सदी है, उस सदी में स्‍वर्णिम भारत बना करके रहें।

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