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भारत-मलेशिया में कई अहम समझौते हुए

मलेशिया के प्रधानमंत्री का दिल्ली में जोरदार स्वागत हुआ

भारत-मलेशिया पार्टनरशिप में नई गति और ऊर्जा-मोदी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 20 August 2024 06:57:15 PM

many important agreements were signed between india and malaysia

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में मलेशिया के प्रधानमंत्री दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम का जोरदार स्वागत किया। दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम भारत की राजकीय यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में एक संयुक्त प्रेस वक्तव्य भी जारी किया, जिसमें उन्होंने कहाकि मलेशिया के भारत केसाथ संबंधों और रणनीतिक साझेदारी का एक दशक पूरा हो रहा है एवं पिछले दो साल में प्रधानमंत्री दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम के सहयोग से भारत और मलेशिया की पार्टनरशिप में एक नई गति और ऊर्जा आई है। नरेंद्र मोदी ने खुशी व्यक्त कीकि उनके तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम के मलेशिया के प्रधानमंत्री बनने केबाद उनके पहले भारत दौरे पर उनका भारत में स्वागत करने का अवसर मिला है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज हमने आपसी सहयोग के सभी क्षेत्रों पर व्यापक रूपसे चर्चा की और देखाकि हमारे द्विपक्षीय व्यापार में निरंतर प्रगति हो रही है, अब हमारा व्यापार रुपये और रिंगिट में भी हो रहा है, बीते वर्ष में मलेशिया से भारत में 5 बिलियन डॉलर के निवेश पर काम हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज हमने निर्णय लिया हैकि हमारी साझेदारी को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के रूपमें बढ़ाया जाएगा, हमारा मानना हैकि आर्थिक सहयोग में अभी और बहुत संभावना है। उन्होंने कहाकि द्विपक्षीय व्यापार और निवेश का विस्तार किया जाना चाहिए, नए तकनीकी क्षेत्रों जैसेकि सेमीकंडक्टर, फिनटेक, रक्षा उद्योग, एआई और क्वांटम में हमें आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमने भारत और मलेशिया केबीच व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता के रिव्यू में गति लाने पर बल दिया है, डिजिटल टेक्नोलॉजी में सहयोग केलिए डिजिटल काउंसिल की स्थापना करने और स्टार्टअप एलायंस बनाने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत के यूपीआई और मलेशिया के पे-नैट को जोड़ने केलिए भी काम किया जाएगा। उन्होंने कहाकि आज सीईओ फोरम की मीटिंग से नई संभावनाए सामने आई हैं, हम दोनों ने रक्षा क्षेत्रमें आपसी सहयोग की नई संभावनाओं पर भी बात की है, आतंकवाद और अतिवाद के खिलाफ लड़ाई में भी हम एकमत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत और मलेशिया सदियों से एकदूसरे से जुड़े हैं, मलेशिया में रह रहे लगभग 3 मिलियन भारतीय प्रवासी हमारे बीच एक जीवित पुल हैं, भारतीय संगीत, खान-पान और त्योहार से लेकर मलेशिया में तोरण गेट तक हमारे लोगों ने इस मित्रता को संजोया हुआ है। उन्होंने जिक्र कियाकि पिछले वर्ष मलेशिया में हुआ ‘पीआईओ दिवस’ एक बहुत सफल और लोकप्रिय कार्यक्रम था और जब हमारे नए संसद भवन में सेंगोल की स्थापना हुई तो उस ऐतिहासिक क्षण का जोश मलेशिया में भी देखा गया। उन्होंने बतायाकि आज श्रमिकों के रोज़गार संबंधी समझौते से भारत से श्रमिकों की भर्ती के साथ-साथ उनके हितों के संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहाकि लोगों के आवागमन को सरल बनाने केलिए हमने वीजा प्रक्रियाओं को आसान बनाया है, विद्यार्थियों केलिए छात्रवृत्ति और सरकारी अधिकारियों के प्रशिक्षण पर बल दिया है, अब आईटेक छात्रवृत्ति के अंतर्गत मलेशिया केलिए साइबर सुरक्षा और एआई जैसे अत्याधुनिक कोर्स केलिए 100 सीटें विशेष रूपसे आवंटित की जाएंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि मलेशिया की यूनिवर्सिटी तुन्कु अब्दुल रहमान में एक आयुर्वेद चेयर स्थापित की जा रही है, इसके अलावा मलेया यूनिवर्सिटी में तिरुवल्लुवर चेयर स्थापित करने का निर्णय भी लिया गया है, इन सभी विशेष कदमों पर सहयोग केलिए मैं प्रधानमंत्री दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम का और उनकी टीम का हृदय से धन्यवाद करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आसियान और इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में मलेशिया भारत का अहम पार्टनर है, भारत आसियान केंद्रीयता को प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहाकि हम सहमत हैंकि भारत और आसियान केबीच एफटीए की समीक्षा को समयबद्द तरीके से पूरा करना चाहिए और वर्ष 2025 में मलेशिया की सफल आसियान अध्यक्षता केलिए भारत का पूरा समर्थन है। उन्होंने कहाकि हम अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप नौवहन और उड़ान की स्वतंत्रता केलिए प्रतिबद्ध हैं और सभी विवादों के शांतिपूर्वक हल का पक्ष रखते हैं। भारत-मलेशिया में इस अवसर पर आठ महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षरकर आदान-प्रदान किया गया।

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