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भारत-रूस की आपात प्रबंधन सहयोग पर बैठक

मॉस्को में संयुक्त रूसी-भारतीय आयोग केबीच गहन विचार विमर्श

गृह राज्यमंत्री और रूस के मंत्री ने किए कार्य योजना पर हस्ताक्षर

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 29 August 2024 01:40:18 PM

minister of state for home affairs and russian minister signed the action plan

मॉस्को। संयुक्त रूसी-भारतीय आयोग की आपात स्थिति प्रबंधन के क्षेत्रमें सहयोग पर दूसरी बैठक 28 अगस्त-24 को मॉस्को में हुई, जिसमें भारत के गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय भारतीय प्रतिनिधिमंडल केसाथ शामिल हुए। बैठक में वर्ष 2025-2026 केलिए आपात स्थिति प्रबंधन के क्षेत्रमें सहयोग केलिए संयुक्त रूसी-भारतीय आयोग की कार्ययोजना पर गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और रूस के नागरिक सुरक्षा, आपात स्थिति एवं प्राकृतिक आपदाओं के परिणामों के उन्मूलन मंत्री कुरेनकोव अलेक्सांद्र व्याचेस्लावोविच ने हस्ताक्षर किए। गृह राज्यमंत्री ने इस अवसर पर कहाकि यह कार्ययोजना हमारे द्विपक्षीय प्रयासों को और गति प्रदान करेगी तथा आपातकालीन तैयारियों, रोकथाम, प्रतिक्रिया और नियोजन में दोनों देशों की पूर्व चेतावनी प्रणालियों और क्षमता निर्माण को बढ़ाने में पारस्परिक सहायता और उन्नयन का मार्ग प्रशस्त करेगी।
गृह राज्यमंत्री ने एशिया क्षेत्रमें आपदा जोखिमों में पर्याप्त कमी लाने केलिए सेंडाई फ्रेमवर्क और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर 10 सूत्री एजेंडे केप्रति भारत की प्रतिबद्धता को व्यक्त किया। दोनों मंत्रियों ने वर्ष 2025-2026 के दौरान योजना को लागू करने पर सहमति जताई और आपदा प्रबंधन के क्षेत्रमें किए गए सर्वोत्तम कार्यों और सीखे गए सबक का आदान-प्रदान जारी रखने का भी फैसला किया। यह बैठक भारत और रूस केबीच पिछले समझौतों को लागू करने केलिए रणनीति तैयार करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण थी। भारत-रूस केबीच पिछले समझौतों में दिसंबर 2010 में आपात प्रबंधन के क्षेत्रमें सहयोग केलिए हुए अंतरसरकारी समझौता और आपात स्थिति के परिणामों की रोकथाम और उन्मूलन में सहयोग केलिए भारत-रूस संयुक्त सहयोग आयोग (2013) की स्थापना केलिए विनियमन शामिल हैं।
गौरतलब हैकि आपात प्रबंधन सहयोग पर संयुक्त रूसी-भारतीय आयोग की पहली बैठक वर्ष 2016 में नई दिल्ली में हुई थी, जिसमें सहयोग के समग्र ढांचे के अंतर्गत तीन विशिष्ट मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया था-जोखिम के पूर्वानुमान और आपातकालीन प्रतिक्रिया के उद्देश्य से अंतरिक्ष निगरानी प्रौद्योगिकियों का उपयोग, बड़ी आपदाओं से निपटने के अनुभवों का आदान-प्रदान, आग और बचाव विशेषज्ञों के प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग। भारत-रूस के प्रतिनिधियों ने आपात प्रबंधन में और अधिक सहयोग विकसित करने केलिए संयुक्त प्रयासों में तेजी लाना, आपदा निगरानी और पूर्वानुमान, बचाव विशेषज्ञों और अग्निशामकों के प्रशिक्षण सहित आपातकाल प्रबंधन को लेकर किएगए सर्वश्रेष्ठ कार्यों का आदान-प्रदान, प्रतिष्ठित शैक्षणिक व अनुसंधान संस्थानों केबीच सहयोग बढ़ाना, दोनों देशों में आपात प्रबंधन के क्षेत्रमें विशेषज्ञों का प्रशिक्षण, वर्ष 2026 में भारत में आपात प्रबंधन सहयोग पर संयुक्त रूसी-भारतीय आयोग की अगली बैठक का उल्लेख किया। बैठक में भारतीय प्रतिनिधियों में रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार, एनडीएमए के सदस्य एवं विभागाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव संजीव कुमार जिंदल, नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर के निदेशक और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

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