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Saturday 7 September 2024 02:52:59 PM
विशाखापत्तनम (आंध्रप्रदेश)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने विशाखापत्तनम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आयोजित कार्यक्रम में नौ और हवाई अड्डों केलिए डिजी यात्रा सुविधा का उद्घाटन किया। उन्होंने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के आठ और हवाई अड्डों केलिए इस सुविधा को वर्चुअल माध्यम से शुरुआत की, ये हवाई अड्डे हैं-कोयंबटूर, डाबोलिम, इंदौर, बागडोगरा, रांची, पटना, रायपुर और भुवनेश्वर। नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहाकि डिजी यात्रा सुविधा हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ के दौरान विभिन्न दस्तावेज जैसे-बोर्डिंग पास, पहचान पत्र और लगेज टैग आदि के प्रबंधन के मुश्किल कार्य को सरल बनाती है, इससे एक यात्री केलिए हवाई अड्डे में प्रवेश का समय मैनुअल प्रक्रिया में लगने वाले औसत 15 सेकंड से घटकर 5 सेकंड रह गया है। उन्होंने बतायाकि 55 लाख से अधिक उपयोगकर्ता पहले ही डिजी यात्रा एप को डाउनलोड कर चुके हैं और 3 करोड़ से अधिक यात्रियों ने यात्रा केलिए डिजी यात्रा सुविधा का उपयोग किया है।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहाकि 1 दिसंबर-2022 को तीन हवाई अड्डों-नई दिल्ली, वाराणसी और बेंगलुरु पर पहली डिजी यात्रा सुविधा की शुरुआत केबाद डिजी यात्रा सक्षम हवाई अड्डों की कुल संख्या 24 हो जाएगी, इनमें नौ हवाई अड्डे और शामिल हैं। उन्होंने डिजी यात्रा की शुरुआत के महत्व को रेखांकित किया और कहाकि इसकी शुरूआत कोविड-19 महामारी के दौरान बहुत उचित समय पर हुई, जब शारीरिक संपर्क को न्यूनतम करने की जरूरत पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गई थी। उन्होंने बतायाकि डिजी यात्रा ने हवाई अड्डा पर प्रमुख जांच चौकियों पर संपर्क रहित और कागज रहित प्रक्रिया की सुविधा प्रदान की है। उन्होंने कहाकि इस प्रणाली ने हवाई अड्डों पर हरदिन हजारों कागज की शीट बचाने में सहायता की है, जिससे नागरिक उड्डयन क्षेत्रमें टिकाऊ विकास के हमारे व्यापक लक्ष्य को समर्थन मिला है। किंजरापु राममोहन नायडू ने यात्रियों की डेटा सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और कहाकि यहां तककि लोकसभा में भी मैंने इस बात पर जोर दिया हैकि डिजी यात्रा एक सुदृढ़ डेटा सुरक्षा की नींव पर निर्मित है।
किंजरापु राममोहन नायडू ने कहाकि यात्रियों की व्यक्तिगत पहचान योग्य जानकारी का कोई केंद्रीय भंडारण नहीं है, सभी यात्रियों का डेटा एंक्रिप्ट करके उनके स्मार्टफोन में सुरक्षित संग्रहीत कर दिया जाता है, मूल हवाईअड्डे केसाथ केवल अस्थायी रूपसे साझा किया जाता है और प्रस्थान के 24 घंटे के भीतर इसे नष्ट कर दिया जाता है। उन्होंने कहाकि हर एक यात्री की गोपनीयता हमारे लिए सबसे ऊपर है और नागरिक उड्डयन मंत्रालय इसपर कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहाकि डिजी यात्रा सुविधा सरकार की एक परिवर्तनकारी डिजिटल पहल है, जिसका उद्देश्य चेहरे की पहचान पर आधारित प्रौद्योगिकी से हवाई अड्डों पर सुगम, संपर्क रहित और कागज रहित बोर्डिंग केसाथ यात्री अनुभव को समृद्ध करना है, यह यात्रियों को उनकी पहचान और यात्रा विवरण को सत्यापित करने केलिए हवाई अड्डों पर विभिन्न जांच चौकियों से गुजरने में सहायता करती है। कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल और सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम, एएआई के अध्यक्ष एम सुरेश, लोकसभा सांसद (विशाखापत्तनम) श्रीभरत मथुकुमिल्ली, आंध्रप्रदेश विधानसभा के सदस्य पीजीवीआर नायडू (गण बाबू) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय में डीडीजी पीके ठाकुर, मंत्रालय एवं एएआई के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।