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Monday 9 September 2024 03:52:45 PM
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने देशके रक्षा क्षेत्रमें आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देते हुए 26000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से सुखोई-30एमकेआई विमान केलिए 240 एएल-31एफपी एयरो इंजन खरीदने केलिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से अनुबंध किया है। नई दिल्ली में रक्षा सचिव गिरिधर अरामने और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की उपस्थिति में आज रक्षा मंत्रालय और एचएएल के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। सुखोई-30एमकेआई विमान केलिए 240 एएल-31एफपी एयरो इंजनों का निर्माण एचएएल के कोरापुट डिवीजन में किया जाएगा और आशा हैकि ये देशकी रक्षा तैयारियों केलिए सुखोई-30 बेड़े की परिचालन क्षमता को बनाए रखने केलिए भारतीय वायुसेना की ज़रूरतों को पूरा करेंगे।
एचएएल अनुबंधित डिलीवरी शेड्यूल के अनुसार प्रतिवर्ष 30 हवाई इंजन की आपूर्ति करेगा। सभी 240 इंजनों की आपूर्ति अगले आठ वर्ष की अवधि में पूरी हो जाएगी। सुखोई-30एमकेआई विमान केलिए 240 एएल-31एफपी एयरो इंजनों के विनिर्माण के दौरान एचएएल देश के रक्षा विनिर्माण परितंत्र से सहायता लेने की योजना बना रहा है, जिसमें एमएसएमई और सार्वजनिक एवं निजी उद्योग शामिल हैं। डिलीवरी कार्यक्रम के अंततक एचएएल स्वदेशीकरण सामग्री को 63 प्रतिशत तक बढ़ा देगा, जिससे इसका औसत 54 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा एवं इससे हवाई इंजन के मरम्मत कार्यों में स्वदेशी सामग्री को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।