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सेना और रेलवे करेंगे उन्नत क्षमता निर्माण

सेना और वायुसेना की लॉजिस्टिक्स प्रणाली केलिए समझौता

सैनिकों, उपकरणों व आपूर्ति की निर्बाध आवाजाही हो सकेगी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 9 September 2024 04:46:03 PM

agreement for efficient logistics system of armed forces

नई दिल्ली। भारतीय सेना और वायुसेना ने अपने कर्मियों के कौशल और क्षमता निर्माण को उन्नत करने हेतु आज नई दिल्ली में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की उपस्थिति में वडोदरा गतिशक्ति विश्वविद्यालय केसाथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता दोनों सेनाओं को लॉजिस्टिक्स के संबंध में बेहतर विशेषज्ञता हासिल करने में सक्षम बनाएगा, लॉजिस्टिक्स संचालन के विभिन्न पहलुओं में इन-हाउस विशेषज्ञता का विकास सुनिश्चित करेगा और राष्ट्रीय विकास योजनाओं-पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान-2021 और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति-2022 में प्रभावी ढंग से योगदान देगा। रक्षामंत्री ने इस सहयोग को रक्षा क्षेत्रमें आत्मनिर्भर दृष्टिकोण के अनुरूप सशस्त्रबलों की लॉजिस्टिक्स संबंधी रीढ़ को और अधिक मजबूत करने की दिशामें एक महत्वपूर्ण साझेदारी के रूपमें निरूपित किया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि लॉजिस्टिक्स अब केवल सशस्त्रबलों का एक सहायक कार्य नहीं है, बल्कि यह सैन्य अभियानों और राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्वपूर्ण घटक के रूपमें उभर रहा है। उन्होंने कहाकि एक कुशल लॉजिस्टिक्स प्रणाली सुरक्षा बलों को तेजीसे जुटाने और कम समय में संसाधनों को सही जगह पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहाकि जिन परिस्थितियों में हमारी सेनाएं काम करती हैं, उन्हें ध्यान में रखते हुए हमें सैनिकों, उपकरणों एवं आपूर्ति की निर्बाध आवाजाही की आवश्यकता है एवं ज्ञान नवाचार व सहयोग के जरिए हमारी सेनाओं की जरूरतों को पूरा करने की दृष्टि से यह समझौता ज्ञापन बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। राजनाथ सिंह ने कहाकि रक्षा क्षेत्रमें आत्मनिर्भरता हासिल करने के सरकार के दृष्टिकोण को साकार करने में यह समझौता उपयोगी साबित होगा।
रक्षामंत्री ने कहाकि यदि हमें लॉजिस्टिक्स के क्षेत्रमें विशेषज्ञता की आवश्यकता है तो हमें इसका प्रशिक्षण गतिशक्ति विश्वविद्यालय जैसे अपने संसाधनों से हासिल करना चाहिए। यदि हमें उपकरण की जरूरत है तो हमें इसका निर्माण भारत में ही कराना चाहिए, आत्मनिर्भर बनकर ही एक मजबूत भारत की नींव रखी जा सकती है। रक्षामंत्री ने विश्वास जतायाकि गतिशक्ति विश्वविद्यालय सशस्त्र बलों के कर्मियों के नेतृत्व, प्रबंधन और संचालनात्मक अनुभव के माध्यम से लॉजिस्टिक्स विशेषज्ञों और प्रबंधकों की एक ऐसी नई पीढ़ी को आकार देने में मदद करेगा, जो आधुनिक युद्ध की बहुआयामी आवश्यकताओं को पूरा करेगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विश्वास व्यक्त कियाकि गतिशक्ति विश्वविद्यालय अत्याधुनिक लॉजिस्टिक संबंधी शिक्षा, अनुसंधान एवं नवाचार केसाथ सशस्त्र बलों को सशक्त बनाने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूपमें काम करेगा। कार्यक्रम में सीडीएस, वायुसेना प्रमुख, सेना प्रमुख, रक्षा सचिव, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और गतिशक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति सहित रक्षा मंत्रालय एवं रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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