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राष्ट्रपति ने किया सफाई मित्रों का सम्मान

मध्य प्रदेश के कई शहर सफाई मित्र सुरक्षित शहर घोषित

देशभर में 'स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता' अभियान

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Thursday 19 September 2024 04:49:50 PM

the president honored the safai mitras

उज्जैन। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा हैकि स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तरपर स्वच्छता के क्षेत्रमें हमारी उपलब्धियों का सबसे अधिक श्रेय हमारे सफाई मित्रों को जाता है। उन्होंने कहाकि हमारे सफाई मित्र अग्रिम पंक्ति के स्वच्छता योद्धा हैं, वे हमें बीमारी, गंदगी, स्वास्थ्य से जुड़े खतरों से सुरक्षा प्रदान करते हैं और इस तरह वे राष्ट्रनिर्माण में भी बहुत बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहाकि सफाई मित्रों का सम्मान करके वास्तव में हम अपना ही गौरव बढ़ाते हैं। उन्होंने जिक्र कियाकि गांधी जयंती तक देशभर में ‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ के संदेश को प्रसारित करने का अभियान प्रगति पर है। उन्होंने कहाकि स्वच्छता ही सेवा की भावना केसाथ केंद्र सरकार के जलशक्ति मंत्रालय, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय तथा राज्य सरकारों के पारस्परिक सहयोग से स्वच्छ भारत मिशन को और बढ़ाया जारहा है, देशवासी गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करने का संकल्प ले रहे हैं। राष्ट्रपति आज मध्य प्रदेश के उज्जैन में सफाई मित्र सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। इससे पहले उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन एवं पूजन के पश्चात मंदिर प्रांगण में कोटि तीर्थकुंड में स्वच्छता सेवा एवं श्रमदानकर स्वच्छता का संदेश दिया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव भी उपस्थित थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आशा व्यक्त कीकि गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन के प्रचार तथा इसके लिए श्रमदान करने हेतु सभी नागरिक आगे आएंगे और ऐसा करके हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छता से जुड़े आदर्शों को कार्यरूप दे पाएंगे। उन्होंने कहाकि हम सभी जानते हैंकि स्वच्छता की ओर बढ़ाया गया हमारा एक कदम देश को स्वच्छ रखने में सहायक सिद्ध होगा। राष्ट्रपति ने कहाकि मैंने जनसेवा की अपनी यात्रा स्वच्छता के कार्यों से ही शुरू की थी, मैं अपने गृहनगर में अधिसूचित क्षेत्र परिषद की उपाध्यक्ष थी, मैं प्रतिदिन एक वार्ड से दूसरे वार्ड जाती थी, साफ-सफाई के कार्यों का निरीक्षण करती थी तथा सफाई मित्रों एवं अन्य लोगों केसाथ परामर्श करती थी और सफाई से जुड़े अच्छे बदलाव को देखकर मुझे बहुत संतोष होता था। उन्होंने कहाकि इन 10 वर्ष में स्वच्छता अभियान देशव्यापी जन आंदोलन बन गया है, इसके कारण व्यापक स्तर पर बदलाव हुए हैं, स्वच्छ भारत मिशन से देशवासियों में स्वच्छता केप्रति जागरुकता बढ़ी है तथा अभूतपूर्व व्यवहार परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहाकि स्वच्छ भारत मिशन केतहत खुले में शौच से मुक्ति केलिए 11 करोड़ से अधिक शौचालय तथा लगभग सवा दो लाख सामुदायिक स्वच्छता परिसर बनाए गए हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि महिलाओं की गरिमा और स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में स्वच्छता के जन आंदोलन की विशेष भूमिका है, विद्यालयों में बालिकाओं केलिए अलग से शौचालयों की व्यवस्था करने से उनकी साक्षरता और शिक्षा में वृद्धि हुई है। उन्होंने बतायाकि एक प्रतिष्ठित आकलन के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन से बच्चों की मृत्यु दर में कमी आई है और ग्रामीण परिवारों के स्वास्थ्य से जुड़े सालाना खर्च में औसतन 50 हजार रुपए की कमी हुई है। राष्ट्रपति ने कहाकि मध्य प्रदेश ने शहरी और ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्रमें अग्रणी भूमिका निभाई है, इंदौर ने लगातार 7 बार देश का स्वच्छतम शहर बने रहने का कीर्तिमान स्थापित किया है, भोपाल को सबसे स्वच्छ राजधानी होने का गौरव प्राप्त है, राज्य के अनेक शहर वाटर प्लस और ओडीएफ डबल प्लस की श्रेणी में पुरस्कृत हुए हैं। स्वच्छता के क्षेत्रमें मध्य प्रदेश की अन्य कई उपलब्धियां हैं। राष्ट्रपति ने इन उपलब्धियों केलिए मध्य प्रदेश की सरकार और राज्य के निवासियों की सराहना की और उन्हें बधाई भी दी।
राष्ट्रपति ने कहाकि सफाई मित्रों की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण को सुनिश्चित करना सरकार और समाज का महत्वपूर्ण दायित्व है, इस दिशामें मैनहोल को समाप्त करके मशीन होल के जरिये सफाई करने की व्यवस्था उल्लेखनीय है। उन्होंने कहाकि केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं केतहत सफाई मित्रों को लाभांवित किया जा रहा है, सफाई मित्रों को सुरक्षा शिविरों के माध्यम से स्वास्थ्य जांच सुविधाएं प्रदान की जारही हैं। राष्ट्रपति ने मध्य प्रदेश के कई शहरों को सफाई मित्र सुरक्षित शहर घोषित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। राष्ट्रपति ने कहाकि वर्ष 2025 तक जारी रहनेवाले स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण के दौरान हमें पूर्ण स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त करना है, हमें 'खुले में शौच से मुक्त' स्थिति को बनाए रखते हुए ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन में राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त करना होगा।

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